गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:

प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहा जाने वाला जिला गुरुग्राम इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है। ऐसा एक हाईप्रोफाइल मामले में गुरुग्राम पुलिस ने सोमवार को 5 करोड़ मांगने पर मामला दर्ज किया है। जिससे। जहां प्रदेश सरकार के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों और मुख्यमंत्री के दावों की पोल खुल रही है। वही सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनीता यादव से जांच से नाम हटाने के लिए 5 करोड़ की मांग फोन पर की गई है ।वरिष्ठ आइएएस अधिकारी अनीता यादव के समय की एक जाच एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में चल रही हैं। जिसमें से नाम हटाने के नाम पर पांच करोड़ रुपये मांगने का मामला सामने आया है। अगर पैसे नहीं दिए तो परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई है। जिसकी शिकायत सेक्टर-50 थाना पुलिस में दी गई है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच छानबीन शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार बताया गया है कि गत तीन मार्च को ऋषि नामक व्यक्ति ने आइएएस अधिकारी अनीता यादव को फोन करके कहा कि पांच करोड़ रुपये देने पर आपका नाम एसीबी की जांच से हटा दिया जाएगा। यादव ने कहा कि जब उन्होंने कुछ भी गलत ही नहीं किया है फिर डर किस बात का उनका नाम अपने आप ही हट जाएगा। मुझे जांच एजेंसी पर पूरा भरोसा है। इस पर फोन करने वाले ने कहा कि उन्हें एक नेता ने आपसे संपर्क करने के लिए कहा है। आपका नाम रुपया पैसा देने पर ही मामला से हटे गा। उसने अपना नंबर नोट कराते हुए कहा कि यह राजस्थान का नंबर है। इसके बाद फोन काट दिया। दोबारा उसने चार मार्च को फोन करके पैसे की मांग की और धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए तो आपके लिए अच्छा नहीं होगा।

इस बारे मेंं उन्होंने गृह मंंत्री अनिल विज से लेकर मुख्य सचिव संजीव कौशल तक को शिकायत कर दी। जिस पर गुरुग्राम पुलिस थाना सेक्टर 50 में सोमवार शाम मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। जब इस बारे में डीसीपी ईस्ट अनिल विज से फोन पर बात की गई तो उन्होंने मामले की पुष्टि करते हुए कहना कि मामला दर्ज हुआ है, लेकिन एफ आई आर में किसी का नाम नहीं है। बताया जाता है कि गुरुग्राम में एक निजी अस्पताल को नियमों के विरुद्ध एचएसवीपी द्वारा जगह उपलब्ध कराने की जांच एसीबी कर रही है। वही यादव गुरुग्राम में एचएसवीपी विभाग में प्रशासक के पद पर कार्य कर चुकी हैं। इस मामले को लेकर मांगे गए या किसी और मामले को लेकर फोन करने वाले ने पैसे की मांग की है यह तो पुलिस जांच के बाद ही सामने आएगा। यहां आपको यह भी बता देते हैं कि एंटी करप्शन ब्यूरो में सैकड़ों जांच पेंडिंग पड़ी हुई है। जिसमें भ्रष्ट लोगों के खिलाफ भी काफी मांग ले हैं जो कि अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत से फाइलों में दबे पड़े हैं।

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