गौड़ ब्राह्मण सभा में मनाया गया होली मिलन समारोह
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में रिचाक्राफ्ट व उनके साथी ग्रुप ने मनाई फूलों की होली
होली का पर्व मनाने के पीछे असली गाथा बताई बच्चों को, रसायन तथा चाइनीस रंगों से परहेज करने की सीख

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। नारनौल तथा मंडी अटेली में फाग उत्सव होली तथा महिला दिवस को लेकर जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए। शहर के मोहल्ला चौधरियान स्थित श्री गौड़ ब्राह्मण सभा के प्रांगण में रविवार को होली मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गौड़ ब्राह्मण सभा के प्रधान राकेश मेहता एडवोकेट ने की, जबकि इसका शुभारम्भ शारदा संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य देवदत्त शास्त्री ने दीप प्रज्जवलित करके किया। होली मिलन समारोह कार्यक्रम में आचार्य क्रांति निर्मल के सानिध्य में हुआ। जिसमें विप्र समाज के अनेक गायकों जिनमें प्रवेश रसिका, दुष्यंत शर्मा, पंडित योगेश शर्मा, विवेक निर्मल, राजकुमार शर्मा, गगन शास्त्री, आचार्य नवीन शास्त्री, बजरंग शास्त्री तथा मनीष शास्त्री आदि ने होली के भजन, धमाल व रसिया सुनाकर सभी को झूमने पर विवश कर दिया। भजनों पर सभी ने झूमते हुए फूलों की होली खेली और एक दूसरे को तिलक लगाकर बधाई दी। इस मौके पर गौड़ ब्राह्मण सभा के प्रधान राकेश मेहता एडवोकेट ने कहा कि होली का पर्व आपस में द्वेष भावना भूलकर प्रेम व भाईचारे को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने कहा कि हम सभी को होली पर्व पर आपसी मतभेद भूलाकर एक साथ समाज व राष्ट्र हित के लिए कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर प्रमुख रूप से पूर्व प्रधान अर्जुन लाल शर्मा, महासचिव कृष्ण कुमार शर्मा, किशन लाल शर्मा, निरंजन लाल महता, जिला बार के पूर्व प्रधान मनीष वशिष्ठ, श्याम सुंदर गोस्वामी, रविदत्त शर्मा, सुरेश चंद शर्मा, सुरेंद्र बोहरा, दया किशन शांडिल्य, वाई के शर्मा, राजकुमार निवाजनगर, डिम्पल चौबे, मदन लाल शर्मा, देवेंद्र शर्मा, पुरुषोत्तम गौड़, विजय गोस्वामी, भूपेश पालीवाल, कुलदीप कोटिया, अमित पांडे, मुकेश निर्मल, दीपेंद्र गौड़, कमल गौड़, खेमचंद शर्मा, अधिवक्ता गोपाल शर्मा  तथा संदीप कुमार आदि सहित काफी संख्या में विप्र समाज के लोग मौजूद थे।

– अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में रिचाक्राफ्ट व उनके साथी ग्रुप ने मनाई फूलों की होली

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में रिचाक्राफ्ट व उनके साथी ग्रुप ने मिलकर मंडी अटेली में होली मनाई। इस मौके पर जिला‌ के विभिन्न खंडों से आई महिलाओं ने जमकर फूलों कि बरसात की।

समूह की अध्यक्ष रिचा गर्ग ने बताया कि महिलाओं को स्वतंत्र रूप से कार्य करना चाहिए व समाज की सभी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने  जरूरतमंद महिलाओं को क्राफ्ट के उत्पाद बनाना सिखाया। उन्होंने कहा कि समाज में जरूरतमंद लोग अनाथ व विकलांग लोगों को वह हमेशा से निशुल्क प्राप्त उत्पादन बनाना सिखाती रही है। कोविड-19 भी इन्होंने जरूरतमंद लोगों को ऑनलाइन क्लासेज दी थी। उन्होंने बताया कि उनके उत्पाद देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी बड़े लोकप्रिय हैं। हर रोज इन लाइन आर्डर मिल रहे हैं।

उन्होंने बताया कि वह आगे भी जरूरतमंद लोगों को वह निशुल्क प्रशिक्षण देती रहेंगी। इसके साथ ही उन्होंने फूलों की होली भी मनाई रिचा ने कहा कि हमें अपनी भारतीय संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। सभी भारतीयों को भारतीय त्योहारों का आनंद लेना चाहिए। यही भारतीय त्योहार  हमारी भारतीय संस्कृति की पहचान है।

इनके साथ इनके इस कार्यक्रम में रेखा अग्रवाल, मोनिका गर्ग, वृतिका, हिमांशी, रेनू शर्मा व अनीता चौहान आदि उपस्थित रहे।

कान्हा की सखियां क्लब की ओर से अग्रवाल सभा भवन में फाग महोत्सव का आयोजन

कान्हा की सखियां क्लब की ओर से रविवार को नई मंडी स्थित अग्रवाल सभा भवन में फाग महोत्सव का आयोजन किया गया। नगर परिषद अध्यक्षा कमलेश सैनी व पूर्व अध्यक्षा भारती सैनी कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में रानी संघी, गीता गोयल, रेनू मित्तल, मनीषा मित्तल, डॉ उषा यादव, डॉक्टर ममता शर्मा,  ममता मित्तल, दीपशिखा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में राधा कृष्ण का सुंदर दरबार सजाया गया तथा भजन मंडली ने फागुन के मस्ती भरे भजनों के माध्यम से महोत्सव में उपस्थित सभी महिलाओं को भाव विभोर कर झूमने नाचने पर मजबूर कर दिया। 

फाग महोत्सव की मुख्य अतिथि कमलेश सैनी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं को फागुन माह में होली के पावन पर्व की बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के होली मिलन समारोह के माध्यम से आज भी हमारे पौराणिक त्योहारों की रौनक बरकरार हैं। वहीं भारती सैनी ने सभी को होली के पर्व के उपलक्ष में आपस में भाईचारा रखने एवं समाज को एकजुट रहने का संदेश दिया। 

आयोजन की महिला कार्यकारणी टीम से संगीता शर्मा, पूनम वाधवा, डॉ रुचिका शर्मा, सारिका गर्ग, नीलम अरोड़ा व महक शुक्ला ने आयोजन में पधारे सभी अतिथिगणों को पगड़ी, पटका पहनाकर उनका स्वागत करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के उपरांत सभी भक्तों को प्रसाद भी वितरित किया गया। इस अवसर पर शालिनी बंसल, सुमन जैन, अंजली शुक्ला, रेखा बोहरा, गोमती बोहरा, रिया बंसल, श्वेता जैन, रेखा रावत, प्रियंका संघी, गीतांजलि चौधरी, निर्मल जिंदल एवं बबीता गोयल आदि गणमान्य महिलाएं उपस्थित रहीं।

– सैन चौक सती माता मंदिर में फाग महोत्सव का आयोजन

गत दिवस 5 मार्च को सती माता संगठन के तत्वाधान से सैन चौक नारनौल स्थित सती माता मंदिर में फाग महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें भारी संख्या में महिलाओं ने प्रतिभागिता की। ठंडाई और गुजिया जैसे त्यौहार की विशेष मिठाइयां बांटी तथा सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुई । फूलों की होली से और गुलाल अबीर उछाल कर हर्षोल्लास से फाग महोत्सव मनाया। इस कार्यक्रम में संगठन से तनवी गौतम, रेखा गौतम, मीनाक्षी गौतम, सुनीता वैद्य, सरिता वैद्य, प्रकाश देवी, नीतू चौधरी, सुनीता सोनी, मंजू सैनी, निशा यादव आदि सदस्यों ने कार्यक्रम का विधिवत आयोजन किया।

होली का पर्व मनाने के पीछे असली गाथा बताई बच्चों को, रसायन तथा चाइनीस रंगों से परहेज करने की सीख

आधारशिला विद्यापीठ हाई स्कूल हुडीना के प्रांगण में सभी बच्चों ने हर्ष उल्लास के साथ होली का त्यौहार मनाया। इस मौके पर बच्चों ने जलपान का आनंद उठाया और मस्ती में खूब नाचे । विद्यालय प्रशासन के द्वारा निश्चित किया गया था कि कोई भी विद्यार्थी पक्का रंग और चाइनीस रंगों का प्रयोग नहीं करेगा और सभी विद्यार्थियों ने इस निर्देश का पालन करते हुए रंग बिरंगे गुलाल के साथ बड़े ही प्रेम व सौहार्द के साथ होली खेली। इस रंगो के पर्व पर सभी अध्यापकों ने बच्चों को आशीर्वाद और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। मुख्याध्यापिका श्रीमती श्रीमती ज्योति भटनागर ने बच्चों को विद्यार्थियों को भगत प्रहलाद के ईश्वर भक्तिमय जीवन पर प्रकाश डालते हुए, होली का पर्व मनाने के पीछे की असली गाथा का वर्णन किया। और आधारशिला विद्यापीठ के संचालक व  समाज सेवक गिरीश खेड़ा ने बच्चों को आशीर्वाद व शुभकामनाएं देते हुए यह संदेश दिया कि होली का यह त्यौहार भाईचारे का है, प्रेम का है। यह त्यौहार हर द्वेष भावनाओं को भूलकर, अपनी जाति और धर्म को भूलकर एक हो जाने का प्रतीक है। गिरीश खेड़ा ने विद्यार्थियों को साथ में यह भी संदेश दिया कि होली के त्यौहार पर रसायन युक्त रंगों का प्रयोग करना त्वचा और आंखों के लिए घातक सिद्ध हो जाता है अतः कैसे रंगों से दूरी बनाए और बाकी बच्चों को भी, जो अड़ोस पड़ोस में है, उन्हें जागरूक करें।

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