पंचकूला में सरपंचों पर पुलिस का लाठीचार्ज के खिलाफ नारनौल महेंद्रगढ़ में आप का प्रदर्शन

दोनों जगह सीएम डिप्टी सीएम का पुतला फूंका

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल।‌ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को नारनौल तथा महेंद्रगढ़ में प्रदर्शन करते मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का पुतला जलाया। आप ने सरपंचों पर पंचकूला में हुए लाठीचार्ज और 4000 सरपंचों पर केस दर्ज किए जाने पर सरकार विरोधी नारे लगाकर रोष जताया।

आज आम आदमी पार्टी नारनौल  के कार्यकर्ताओं ने दो दिन पूर्व हरियाणा के सरपंचों के शांतिपूर्ण आंदोलन को हरियाणा पुलिस ने लाठी चार्ज के खिलाफ महावीर चौक पर प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन यात्रा आम आदमी पार्टी, नारनौल कार्यालय से चलकर महावीर चौक तक गई । सभी कार्यकर्ताओं ने भाजपा और जजपा की मिली जुली सरकार के विरोध में नारे लगाए। महावीर चौक पहुंचकर ,मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का पुतला फूंका।

इस मौके पर आम आदमी पार्टी की युवा नेत्री राज सुनेश यादव ने कहा की हरियाणा सरकार सत्ता के खिलाफ हर उठने वाली आवाज को हिंसक दमन से दबाना चाहती है। हरियाणा सरकार के पंचायत के लिए लागू इन कानूनों से यह सिद्ध करना चाहा है कि सरपंच बेईमान है।

भूतपूर्व सैनिक करण सिंह यादव ने कहा कि जब सरपंच शांतिपूर्वक अपनी मांगों के लिए आंदोलन कर रहे हैं तो लाठी चार्ज करना कहां तक जायज है। क्रांतिकारी युवा नेता नरेंद्र राव इंजीनियर ने कहा कि ग्रामीण के द्वारा चुने हुए नुमाइंदे आज सत्ता की ठोकर पर है। सोचने कि बात है कि हरियाणा सरकार जनता के हर मुद्दे पर संवेदनहीन बनी बैठी है। भाजपा और जजपा गठबंधन की सरकार, पंचायतों को चलने नहीं दे रहा, जिससे गांव के सभी विकास कार्य रुके हुए हैं।

अधिवक्ता राजकुमार चौधरी ने कहा कि पिछले 2 साल से पंचायत समिति का काम बिल्कुल ठप पड़ा है, जबकि हरियाणा सरकार विकास के जुमले को बार-बार दोहराती है। युवा नेता जीतू कपिल ने कहा कि यदि सरकार का यही रवैया है तो आम आदमी पार्टी इस आंदोलन में अपनी पूरी शक्ति लगाकर हरियाणा के सभी सरपंचों का साथ देगी। वरिष्ठ नेता और समाज सेवक, गिरीश खेड़ा ने कहा कि यदि सरपंचों के लिए राइट टू रिकॉल का नियम बन सकता है तो यही नियम विधायकों पर भी लागू होना चाहिए। यदि सरपंचों की ग्रामीण क्षेत्र के लिए जो धनराशि दो लाख तक सीमित की गई है तो वही राशियां विधायकों के लिए भी कम से कम राशि पर तय कर देनी चाहिए। अगर सरपंचों को बेईमान समझा जा रहा है तो विधायक ईमानदार क्यों कहलाए? क्या विधायक भी बेईमान नहीं हो सकते या होते नहीं है ? एक राज्य में जनता के द्वारा चुने हुए नुमाइंदों के लिए अलग-अलग नियम सरकार के द्वारा बना देना तानाशाही कहलाती हैं। सरकार को सरपंचों की सारी मांगों को स्वीकार लेना चाहिए ताकि पंचायतें अपना आना काम कर सके और गांव में जनहित के कार्य सुचारू रूप से हो सके और पंचायत समितियां सुचारू रूप से काम कर सके। इस विरोध प्रदर्शन में तुषार शर्मा, सतीश सोनी, आत्मा राम सैनी, मुकेश सैनी, नागेंद्र, जगदीश प्रसाद,राम गोपाल गोयल, शशिकांत इत्यादि ने शिरकत की।

दूसरी ओर महेंद्रगढ़ के बालाजी चौक पर आप पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। आप के कार्यकारी अध्यक्ष मनीष यादव ने बताया कि शुक्रवार को आम आदमी के कार्यकर्ता यादव सभा में एकत्रित हुए । इसके बाद शहर में प्रदर्शन करते हुए बालाजी चौक पर पहुंचे। यहां पर कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की, फिर सीएम और डिप्टी सीएम का पुतला जलाया।

उन्होंने बताया कि सरकार की ईटेंडरिंग योजना का विरोध कर रहे सरपंचों पर पंचकूला में लाठियां बरसाई गई । पुलिस की लाठियों से सैकड़ों सरपंच गंभीर रूप से घायल हुए। सरपंचों की मांग का समर्थन करते हुए सरकार के रवैए के विरोध में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने महेंद्रगढ़ में विरोध प्रदर्शन करके उसके पुतले जलाए है।

इस प्रदर्शन में पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ सुरेश दीवान, पूर्व जिला युवा अध्यक्ष संदीप सेठ, भूपेंद्र गोयल, चंद्रकला, विजय चोपड़ा ,नवीन, राकेश, सौरभ, अंकित, विपिन, सुनील, हेमंत व सम्मी सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल हुए।

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