मा0 हुक्मसिंह एक व्यक्ति नहीं संस्था थे – जोगेन्द्र सिंह अहलावत
मा0 हुक्म सिंह नें प्रत्येक वर्ग की भलाई के लिए चलाई थी जनकल्याणकारी योजनाएं – नीलम अहलावत

धर्मपाल वर्मा

27 फरवरी, चरखी दादरी। स्थानीय घिकाड़ा बाईपास स्थित मास्टर हुक्म सिंह स्मृति स्थल पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मास्टर हुक्म सिंह जी की पुण्य तिथि पर गणमान्य व्यक्तियों नें वैदिक वेद मंत्रों द्वारा हवन यज्ञ का आयोजन कर एवं मा0 हुक्म सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्प व फूल-मालाएं चढ़ाकर उनको श्रृद्धांजलि अर्पित कर मनाई। मास्टर हुक्म सिंह वेलफेयर फाऊंडेशन के प्रधान जोगेन्द्र सिंह ने मास्टर जी के जीवन के बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जोगेन्द्र सिंह ने कहा कि मास्टर हुक्म सिंह जी गरीबों के हितों के रक्षक थे। वो लोगो स्वास्थ्य के बारे में बड़े चिंतित रहते थे और उन्होनें अपने मंत्री व मुख्यमंत्री कार्यकाल में लोगो के स्वास्थ्य के लिए अनेकों सरकारी अस्पतालों व डिस्पैंस्रियों का निर्माण करवाया आज के समय में गरीब आदमी अपना इलाज करवाने में असमर्थ है क्योकिं निजी अस्पतालों में बहुत महंगा इलाज होता है।

जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक चेयरमैन एसोशिएशन हरियाणा की प्रधान एव दी झज्जर केन्द्रीय सहकारी बैंक लि0 की चेयरपर्सन नीलम अहलावत ने कहा कि स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह नें प्रत्येक वर्ग के लिए चलाई थी जनकल्याणकारी योजनाए वो केवल एक व्यक्ति नहीं संस्था थें उन्होनें शिक्षा के स्तर में काफी सुधार किए। हरियाणा में जहां भी 10वीं, 12वीं के विद्यालय नहीं थें बहन बेटियों को दूसरें गांव पढने के लिए जाना पड़ता था। उन गांव में दसवी बारहवीं के स्कूल अपग्रेड किए। उनकी यह सोच थी कि अमीर आदमी का बच्चा प्रईवेट स्कूल में पढ़ाई कर लेगा लेकिन जो गांव व देहात में गरीब लोग हैं वो अपने बच्चों को प्राईवेट स्कूलों में पढ़ानें में सक्षम नहीं हैं वो अपने बच्चें को प्राईवेट में नहीं पढ़ पाएगा। इसलिए उन्होनें लोगो को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होनें बताया कि मास्टर हुक्म सिंह जी ने गरीबों के हितों की लड़ाई लड़ी थी। उन्होने बताया कि मास्टर हुक्म सिंह बहुत बड़े गौ-भक्त थे उन्होने पूरी जिन्दगी देशी गाय के दूध का सेवन किया और उन्हें जो हरियाणा सरकार से पैंशन रुपी भत्ता मिलता था। गौशाला में गऊओं की सेवा में लगता था। स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह जी नें स्वच्छता को बड़ा महत्व दियां गांव की महिलाओं को खुले में शौंच न जाना पड़े इस कारण उन्होनें केन्द्र व राज्य सरकार के साथ मिलकर हर-घर शौचालय बनानें की मुहिम चलाई। उन्होने अपने कार्यकाल में खिलाडि़यों के हित में बहुत कार्य किए वो कहते थे कि प्रदेश का खिलाड़ी देश-विदेश में हरियाणा का नाम रोशन कर रहा है उसके हितों का हनन नहीं होना चाहिए।

स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह के सुपुत्र राजबीर सिंह फौगाट ने कहा कि स्वर्गीय मास्टर हुक्म सिंह जी हवन व यज्ञ को बड़ा महत्त्व देते थे अपने कार्यकाल के दौरान वे गुरुकुलों मंे जाते रहते थे उनका कहना था कि हवन करने से वातावरण की शुद्धि होती है।
इस अवसर पर राजवीर फोगाट, बलवंत नम्बरदार प्रधान फौगाट खाप, सुरेश सचिव फौगाट खाप, पंडित रविंद्र शर्मा, रामसिंह बलकरा, राजेंद्र घिक्कड़ा, संजय प्रधान गौशाला दादरी, बॉबी फौगाट, सतबीर फोगाट, एड. बलबीर फौगाट, औमप्रकाश प्रजापति बहादुगढ़, रणवीर खतिवास, डॉ एस. सी गुप्ता, कुलदीप फोगाट रि. डी.ई.ओ, महावीर मोरवाला, आजाद शास्त्री, नरेश इमलोटा, हवासिंह रि. चीफ, रंजीत चरखी, शमशेर लोहरवाड़ा, महावीर मोरवाला, हरिकिशन फौगाट रि. डी.एफ.ओ. एडवोकेट राजेंद्र झिंझर, बिल्लू मनकावास, पूर्व सरपंच उमेद गोधड़ी, राजेंद्र नंबरदार, देवेंद्र हसला सचिव, श्यामलाल एसडीओ पंचायतीराज, महेन्द्र शर्मा, रामकुमार कैलाना, अनिल कमोद, राजा निम्डी, युद्धवीर फौगाट, महावीर समसपुर एवम कलीराम पूर्व सरपंच आदि गणमान्य व्यक्तियों ने मास्टर हुक्म सिंह जी को श्रृद्धांजलि अर्पित की।

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