एसवाईएल पानी को लेकर मंत्री के बयान का प्रतिवाद किया
जो काम 8 साल में नहीं किया अब किस आधार पर दावा, चुनाव पर ही क्यों याद आती है एसवाईएल की
नगर परिषद नारनौल में हुए भ्रष्टाचार की और सीबीआई जांच

भारत सारथी/ कौशिक

राधेश्याम शर्मा‌

नारनौल। पूर्व विधायक एवं पूर्व आबकारी एवं कराधान उपायुक्त हरियाणा राधेश्याम शर्मा‌ ने प्रैस विज्ञप्ति में कहा है कि जन प्रतिनिधियों को झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए। बार बार झूठ बोल कर जनता को गुमराह नहीं करना चाहिए।

कांग्रेसी नेता ने कहा कि सिंचाई मन्त्री ने यह बयान दिया है कि शीघ्र ही प्रदेश को एसवाईएल का पानी मिलेगा। यह बयान दुनिया का सबसे झूठा बयान है। मन्त्री महोदय को यह  स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने  एसवाईएल नहर लाने का कोन सा मार्ग ढूंढा है ? भाजपा नेता एवं मुख्यमंत्री आठ साल से क्या कर रहे थे। श्री शर्मा ने कहा कि उनको सत्ता में आते ही यह काम करना चाहिए था जिससे सिंचाई का पानी शीघ्र मिल जाता। झूठ बोल कर जनता को गुमराह करना  सबसे बङा पाप है और जनता के साथ धोखा है। एसवाईएल नहर के लिए बजट मे नाममात्र राशि का प्रावधान रखा है। वास्तव में यह राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढेगी। क्योंकि एसवाईएल का पानी तो आना नहीं और जनता के खून पसीने की कमाई का रूपया खुर्द बुर्द कर दिया जायेगा।

श्री शर्मा ने कहा कि सरकार को पहले पंजाब सरकार से वार्ता करके पहले पंजाब में नहर के निर्माण की व्यवस्था करे। उसके बाद इन रुपयों का इस्तेमाल किया जावे अन्यथा सब कुछ व्यर्थ है। सरकार को एसवाईएल का विकल्प खोजा जाना चाहिए। अब चुनाव के समय एसवाईएल की याद आईं हैं क्या अब तक सरकार सो रही थी। 

पूर्व विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार के मामले में बहुत बदनाम हो चुकी है। सोनीपत, रेवाडी, फरीदाबाद, गुरूग्राम तथा पंचकूला जैसे महानगरों व नगर परिषदों में करोड़ों रूपये का घोटाला हुआ है। यदि नारनौल जैसी नगरपरिषद मे पिछ्ले पांच वर्षों की सीबीआई जांच करवाई जाये तो अवश्य ही 100 करोङ तक का घोटाला मिलेगा। इस घोटाले में नगर परिषद के सदस्य, प्रधान सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी शामिल मिलेंगे।

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