नानी बाई रो मायरो’ कथा सुनने पहुंची कई महिलाओं की चेन चोरी, पुलिस में शिकायत भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। नानी बाई रो मायरो कथा के दूसरे दिन रविवार को प्रात: लोहा मंडी से परम श्रद्धेय राधाकृष्ण महाराज के सानिध्य में प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी लोहा मंडी से प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कथा स्थल पहुंची। इसके बाद दिन में मुख्य यजमान एडवोकेट विजेन्द्र संघी व रानी संघी ने कथा वाचक राधाकृष्ण महाराज की पूजा अर्चना कर उन्हे कथा आगे बढाने हेतु आमंत्रित किया। जिसके बाद ऋषि संघी, सुरेन्द्र संघी, विजय संघी, देवेन्द्र संघी, सुरेन्द्र सिंघल, संजय गर्ग, दिनेश भार्गव व संदीप शुक्ला ने पटका पहनाकर आचार्य राधाकृष्ण का अभिवादन किया। आचार्य राधाकृष्ण महाराज के श्रीमुख से नरसी भगत की कथा का आगे बहुत ही सुंदर संगीतमय वर्णन सुनतेे हुए कथा स्थल में उपस्थित हजारों श्रद्धालु झूमने नाचने पर मजबूर हो गए। रविवार की कथा में आचार्य ने बताया कि नरसी भगत जी को अपनी पुत्री नानी बाई के वहां से भात भरने का न्यौता मिलने के बाद नरसी महाराज ने मायरे की पत्रिका भगवान के पास रख कर भगवान को सारी जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि प्रभु अब आप को ही यह सब संभालना है। समस्त ग्रामवासी और घर परिवार भाई बंधु नरसी जी का मजाक बनाते हैं कि इनके पास तो कुछ है नही कैसे मायरा लेकर जाएंगे। नरसी महाराज अपने भाईयों से बीमार बैलों की टूटी फूटी गाडी लेकर उसमें अपनी क्षमतानुसार पगडी, तिलक, टूटे फूटे तासे आदि रखकर उनके बीच में ठाकुर जी महाराज को स्थापित कर चलते हैं, तो गांव के अन्य महाराज भी उनके साथ हो लेते हैं। रास्ते में जंगल में टूटी बैलगाडी बिखर जाती है। तब नरसी ठाकुर जी को याद करते हैं और ठाकु र भगवान गाडी वाले का रूप लेकर नरसी की गाडी लेकर मायरे वाले गांव में पहुंचाते हैं। जहां उनकी दयनीय हालत को देखकर उन्हे गांव के बाहर ही ठहरा दिया जाता है और कोई उनके स्वागत सत्कार के लिए भी नहीं आता। महाराज राधाकृष्ण कहते हैं कि हमारे घर आने वाला मेहमान कितना भी दीनहीन दरिद्र हो या कोई बहुत पैसे वाला हो, लेकिन हमें अपने घर आए हुए मेहमान में कोई फर्क नहीं करना चाहिए। क्योंकि घर आया हुआ मेहमान भगवान का रूप होता है और अपने सामर्थ्य अनुसार अतिथि का आतिथ्य जरूर करना चाहिए। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन त्रिलोक सैनी ने किया। कथा से जुडे सुरेन्द्र सिंघल ने बताया कि कथा में कनीना के भक्तगण श्री श्याम सेवा मंडल की ओर से जूताघर की सेवा दी जा रही है। इस अवसर पर महेश गुप्ता, दौलतराम गर्ग, किशन चौधरी, सुरेश यादव, प्रभातीलाल चौधरी, डॉ रामगोपाल यादव, नरेश संघी, नितिन संघी, जगदीश भारद्वाज, विष्णु माकड, अपर्णा, सारिका गर्ग, बंटी गर्ग, निर्मल जिंदल, रेखा रावत, सुचेता गोगिया, शालिनी बंसल आदि हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे। गोपाल गौशाला में ‘नानी बाई रो मायरो’ कथा सुनने पहुंची कई महिलाओं की चेन चोरी, चोरों ने भीड़ का उठाया फायदा शहर में गोपाल गौशाला में आयोजित कथा ‘नानी बाई रो मायरो’ के दौरान चोरों ने भीड़ का फायदा उठाते हुए कई महिलाओं की सोने की चेन चोरी हो गई। महिलाओं ने पुलिस को शिकायत सौंप कर चोरों को पकड़ने की गुहार लगाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार काठ मंडी निवासी राजबाला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शनिवार शाम को चप्पल जूता स्टैंड के पास काफी भीड़ थी। वह वहां अपने जूते लेने के लिए गई हुई थी। वहां उसे गले की सोने की चेन खींची हुई महसूस हुई। उसने देखा तो उसके गले से करीब 22 ग्राम सोने की चेन गायब थी। उसके पीछे भी काफी महिलाएं खड़ी थी। जब उसने शोर मचाया तो शिवाजी नगर की महिला उषा देवी ने भी बताया कि उसके गले की सोने की चैन भी गायब हो गई है। इस प्रकार कथा सुनने पहुंची कई महिलाओं की चेन गायब मिली। पुलिस ने महिलाओं की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर लिया है। Post navigation संत रविदास को समतामूलक समाज का प्रहरी युवा उनकी शिक्षा तथा आदर्शों पर चले: अतरलाल केंद्र पर पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह का प्रहार, कहा- अडानी और अंबानी से मोदी सरकार की है पार्टनरशिप