क्या राजस्थान के सहारे जजपा हरियाणा में भी लेगी सीटें

अशोक कुमार कौशिक

केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा में सभी 10 लोकसभा सीटें जीतने का भरोसा जताया है। अब भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के इस दावे को जननायक जनता पार्टी के लिए संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है। दरअसल, दोनों दल मिलकर हरियाणा में सरकार चला रहे हैं। हालांकि, ताजा सियासी घटनाक्रम को लेकर दोनों पार्टियों की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।

शाह का हरियाणा दौरा खराब मौसम के कारण रद्द कर दिया गया था। शाह, रविवार को राज्य में एक रैली को संबोधित करने वाले थे। हालांकि, उन्होंने फोन के माध्यम से रैली को संबोधित किया। शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि 2024 के चुनावों में राज्य की सभी लोकसभा सीट पर ‘कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) खिलेगा।’

भाजपा ने 2019 में हरियाणा से लोकसभा की सभी 10 सीट पर जीत दर्ज की थी। भाजपा की हरियाणा इकाई पिछले कुछ हफ्तों से रैली की तैयारी कर रही थी और शाह यहां पार्टी की एक बैठक को संबोधित करने वाले थे। गोहाना, सोनीपत जिले में पड़ता है जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का दबदबा रहा है।

चौटाला को टेंशन कैसे?

खबर है कि जजपा साल 2024 में भाजपा के साथ चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर रही है। बीते विधानसभा चुनाव में 90 सीटों वाले राज्य में जजपा ने 10 सीटें जीती थीं। जबकि, भाजपा के खाते में 40 सीटें आई थीं। इसके बाद दोनों दलों ने हाथ मिलाकर राज्य में सरकार बनाई। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दिसंबर में घोषणा की थी कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन में 2024 का विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ेगी। अब कहा जा रहा है कि रविवार को शाह की तरफ से आया बयान भाजपा कैडर के लिए संकेत हो सकता है कि अपने दम पर 10 लोकसभा सीटों पर लड़ने की तैयारी करो।

राजस्थान तक का है जजपा का प्लान

साल 2023 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले चौटाला भी संकेत दे चुके हैं कि उनकी पार्टी राजस्थान में चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि राजस्थान में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।

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