-किसानों को मुख्यमंत्री से मुआवजे की पैरवी का दिया आश्वासन

गुरुग्राम, 20 जनवरी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज गुरुग्राम पहुँचकर गांव धर्मपुर व दौलताबाद की जलमग्न भूमि का निरीक्षण किया।इस दौरान उपरोक्त दोनों गांवों के किसानों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि दिल्ली सीमा में बांध बनने के बाद वर्षों से उनकी भूमि पर जलभराव की समस्या निरंतर बनी हुई है जिसके चलते उपजाऊ भूमि होने के बावजूद वे अपनी जमीन पर खेती नही कर पा रहे।

केंद्रीय मंत्री ने किसानों की समस्या को सुनने के उपरांत जीएमडीए के अधिकारियों से जलभराव की समस्या के समाधान के लिए किए जा रहे उपायों की भी जानकारी मांगी। जीएमडीए के मुख्य अभियंता राजेश बंसल ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि दिल्ली सीमा में बांध बनने व नाले की छंटाई ना होने के चलते नाले में जल का प्रवाह काफी धीमा है। इस कारण नाले का पानी ओवरफ्लो होकर किसानों की भूमि पर भर रहा है। श्री बंसल ने बताया जीएमडीए द्वारा दिल्ली बांध के साथ साथ हरियाणा की सीमा में भी ऐसा ही बांध तैयार करने की रूपरेखा तैयार की गई है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद जो भी पानी किसानों की भूमि पर खड़ा है उसे दोनों बांधो के बीच बनने वाले नाले में आसानी से छोड़ा जा सकेगा। केंद्रीय मंत्री द्वारा इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की समय सीमा के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब दो साल का समय लगेगा। इस दौरान किसानों ने राव से आग्रह किया कि जब तक उनकी जलमग्न भूमि की समस्या का कोई स्थायी समाधान ना हो तब तक उन्हें हरियाणा सरकार से प्रत्येक वर्ष जलभराव की एवज में मुआवजा राशि दिलवाई जाए। केंद्रीय मंत्री ने किसानों को आश्वस्त किया कि वे स्वयं इस विषय में मुख्यमंत्री से बात कर समस्या के स्थायी समाधान पर चर्चा करने के साथ साथ किसानों की मुवावजे की मांग की भी पैरवी करेंगे।

केंद्रीय मंत्री के इस निरीक्षण दौरे में जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता विकास मलिक सहित काफी संख्या में गांव धर्मपुर व दौलताबाद के किसान उपस्थित थे।

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