– सरपंच बोले नियमित रहेगा धरना प्रदर्शन

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। ई-टेंडरिंग  के विरोध में मंगलवार को सरपंच एसोसिएशन ने खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय में प्रदर्शन किया। सरपंच दो लाख से अधिक के विकास कार्यों काम ई टेंडरिंग माध्यम से करवाने का विरोध कर रहे हैं। खंड महेंद्रगढ़ के सरपंचों ने ई-टेंडरिंग के विरोध में सोमवार को धरना-प्रदर्शन व सरकार विरोधी नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के दौरान खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय की तालाबंदी को लेकर सरपंच व पुलिस आमने-सामने हो गए। सरपंचों ने तीन बार तालाबंद का प्रयास किया लेकिन पुलिस कर्मचारियों ने इसे कामयाब नहीं होने दिया। 

नारनौल खंड सरपंच एसोसिएशन के प्रधान अतेंद्र ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा फैसला लिया गया है कि दो लाख से अधिक के विकास कार्य ई टेंडरिंग के माध्यम से करवाए जाएंगे। जबकि ई टेंडरिंग की प्रक्रिया काफी जटिल है तथा इस प्रक्रिया के चलते विकास कार्य में काफी समय लग जाएगा। वैसे भी खंड कार्यालयों में भी कर्मचारियों की काफी कमी है।

ई टेंडरिंग में ठेकेदार काम करके चला जाएगा उसके बाद जो भी शिकायतें होंगी वह सरपंच को भुगतनी पड़ेगी इसलिए सरपंच सरकार के खिलाफ है उन्होंने मांग की कि 25 लाख रुपए तक के कार्य ग्राम पंचायत द्वारा करवाए जाने की स्वीकृति दी जाए वह सरकार को आश्वासन देते हैं कि सरपंच पूरी पारदर्शिता के साथ काम करेंगे तथा किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को नहीं पनपने देंगे।

प्रदेश में सरपंचों का धरना प्रदर्शन सोमवार से ही जारी है। जिसके चलते सोमवार से ही बीडीपीओ कार्यालयों में पुलिस तैनात है। 2 दिनों से कार्यालय पुलिस छावनी बना हुआ है। इस मौके पर विक्रम सरपंच, पिंटू सरपंच, रिंकू, सविता, पूनम यादव, सुनील, श्याम सुंदर और हरिराम सहित अनेक सरपंच मौजूद रहे।

उधर सोमवार को खंड महेंद्रगढ़ के सरपंच बीडीपीओ कार्यालय के मुख्य गेट पर हाथों में सरकार विरोधी स्लोगन लिखी पट्टिकाएं लेकर बैठ गए तथा सरकार विरोध नारेबाजी की। सोमवार सुबह महेंद्रगढ़ खंड के 40 से अधिक गांवों के सरपंच विरोध प्रदर्शन व तालाबंदी के लिए पहुंचे थे। पुलिस एवं प्रशासन द्वारा सरपंचों के विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए सुबह से ही पुलिस बल की तैनाती रखी। इस दौरान तीन बार पुलिस व सरपंचों के बीच तालाबंदी को लेकर धक्का मुक्की भी हुई। 

सरपंचों के विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की ओर से तहसीलदार नवजीत कोर को ड्यूटी मेजिस्टेट तैनात किया गया। वहीं कनीना डीएसपी रणवीर सिंह, महेंद्रगढ़ शहर थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर उपस्थित रहे। पुलिस कर्मचारियों की कार्यालय के मुख्य गेट पर तैनाती कर दी गई। सरपंचों ने तीन बार तालाबंदी का प्रयास किया लेकिन पुलिस बल के सामने लाचार नजर आए। 

विरोध प्रदर्शन में महेंद्रगढ़ खंड के 40 से अधिक सरपंचों पर उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सरपंचों ने कहा कि सरकार सरपंचों से उनका हक छीनने का प्रयास कर रही है। एक तरफ को विकास का दावा करती है तथा दूसरी ओर सरपंचों के अधिकारों में कटौती कर रही है। सरपंचों के लिए गांवों में विकास कराने की खर्च सीमा भी महज दो लाख तक कर दी है। इससे अधिक के कार्य ई-टेंडरिंग के माध्यम से होंगे जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा तथा गांवों में विकास कार्य प्रभावित होंगे। इस अवसर पर माजरा खुर्द की सरपंच पूजा यादव व प्रवीन कुमार यादव, पायगा सरपंच प्रतिनिधि वीरभद्र सिंह, सरपंच हरिओम सिंह तंवर चितलांग, खुडाना सरपंच प्रतिनिधि डॉ. नरेश सिंह तंवर, जोगेंद्र जोनावास, ओमकार खेड़ा, कृष्ण चामधेड़ा, छोटू दुलोठ, रामसिंह भांडोर नीची, मैनपाल भुरजट, विक्रम निंबी, कर्मबीर गढ़ी, विजयपाल पालड़ी-पनिहारा, मास्टर अमित धोली, पूजा यादव मांडोला, रविंद्र उष्मापुर, राहुल कुरहावटा, प्रमोद कुमार, दलीप सिंह, राजपाल, अरविंद्र मोहन, रणवीर डेरोली सहित अनेक गांवों के सरपंच व प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

error: Content is protected !!