ग्रामीणों के साथ मौका मुआयना करेंगे केंद्रीय मंत्री गुरुग्राम। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से दौलताबाद ,धनकोट ,चंदू ,बुडेढा, माकडोला ,धर्मपुर , खेड़की माजरा के सैकड़ों ग्रामीणों ने मुलाकात कर वर्षों से करीब 3 हजार एकड़ में भरे गंदे पानी की समस्या हल करवाने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री से मांग करते हुए कहा कि जब तक गंदे पानी निकासी से संबंधित कोई समाधान नहीं किया जाता तब तक सरकार प्रति एकड़ मुआवजा देने का कार्य करें। केंद्रीय मंत्री ने ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद कहा कि इस संबंध में वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात करेंगे और किसानों की समस्या को हल करवाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर कहा कि वे जल्दी मौका मुआयना करने भी आएंगे और ग्रामीणों की समस्याओं को मौके पर देखेंगे। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के दिल्ली स्थित निवास पर दौलताबाद सहित आधा दर्जन गांव के ग्रामीण अपनी समस्या को लेकर पहुंचे। पीड़ित किसानों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि 3 हजार एकड़ पर पिछले 15 वर्षों से एचएसआईआईडीसी के सीवर का गंदा पानी खड़ा हुआ है , जिसके कारण किसानों की जमीन बंजर में तब्दील होती जा रही है। किसानों ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से अपनी जमीन पर खेती नहीं कर पा रहे हैं। किसानों का कहना था कि गंदे पानी के लगातार जमीन में भरे होने के कारण स्थिति यह बन गई है कि आसपास के क्षेत्र में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है और भूमिगत जल लगातार खराब हो रहा है। किसानों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि पिछले कुछ वर्षों से सरकार की ओर से गिरदावरी तो कराई जा रही है लेकिन मुआवजे का समाधान आज तक सरकार नहीं निकाल पाई है। किसानों ने केंद्रीय मंत्री से मांग करते हुए कहा कि जब तक सरकार जमीन का कोई समाधान नहीं निकाल पाती तब तक उन्हें प्रति एकड़ मुआवजा सरकार की ओर से दिया जाए। केंद्रीय मंत्री ने किसानों की समस्याओं को सुनते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि इस बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल अधिकारियों से बातचीत करेंगे और किसानों की समस्या का समाधान निकाला जाएगा। किसानों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि दिल्ली के कुछ गांव भी इसी समस्या से पीड़ित है जिसको लेकर दिल्ली सरकार किसानों को प्रति एकड़ प्रतिवर्ष मुआवजा दे रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जीएमडीए की ओर से जल्द ही एक जल शोधन यंत्र भी बनाया जा रहा है ताकि सीवर का पानी शोधित हो सके और आसपास के जिलों के किसानों को सिंचाई के लिए यह पानी वितरित किया जा सके। इस शोधित पानी को नूंह मेवात के किसानों व झज्जर के किसानों में वितरण की योजना प्रदेश सरकार बना रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों को प्रति एकड़ मुआवजा की पैरवी वे राज्य सरकार के समक्ष करेंगे, जब तक इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं निकाला जाता। इस अवसर पर दौलताबाद गांव के पूर्व सरपंच वीरेंद्र, रामनिवास नंबरदार रमेश पूर्व सरपंच धनकोट ,सतवीर दहिया, महावीर कटारिया धनवापुर, सूरत सिंह पूर्व सरपंच व गोविंद माकडौला डोला, हरीश चौहान, राकेश यादव, रामपाल चौहान खेड़की माजरा, अरुण त्यागी ,लक्ष्मी राम त्यागी ,सुरेंद्र त्यागी धर्मपुर ,सुरेंद्र चंदू, पवन चंदू व काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। Post navigation सुपर ग्रेजुएट तैयार करेगा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय” ओमप्रकाश धनखड़ के करिश्माई नेतृत्व में स्थापना दिवस तक 4 लाख पन्ना प्रमुखों का लक्ष्य पूरा कर लेगी भाजपा