बैंकों और एटीएम की प्रभावी सुरक्षा प्रबंधों पर की चर्चा

गुरुग्राम ,13 जनवरी। आज दिनांक 13.01.2023 को पुलिस आयुक्त कार्यालय गुरुग्राम के कॉन्फ्रेंस हॉल में डीसीपी (क्राइम ‌) श्री विजय प्रताप की अध्यक्षता में बैंक प्रतिनिधियों की जिला स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। पुलिस उपायुक्त ने कहा कि बैंकों को छुट्टियों के बाद के दिन , त्योहारी सीजन ओर फसल सीजन के समय अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए इसी समय लूटपाट का अंदेशा सबसे अधिक होता है। एटीएम में सप्ताह के छुट्टियों के दौरान के दौरान एटीएम में लूटपाट का ज्यादा खतरा रहता है इसीलिए एटीएम की सुरक्षा के लिए आर्म्स गार्ड या आरबीआई के दिशा निर्देश अनुसार ई सर्विलेंस को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। वहीं त्योंहारी सीजन या शादी के सीजन के दौरान भी लोगों द्वारा बैंकों से नगदी निकाली जाती है। उस दौरान भी इस तरह की घटनाओं का ज्यादा खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि एटीएम बदलकर फ्रॉड की घटनाओं में काफी कमी आई है लेकिन अब जालसाज ओटीपी के माध्यम से फ्रॉड के नए-नए तरीके उपयोग करने लगे हैं।

इस दौरान बैंक प्रतिनिधियों तथा बैंकों की सुरक्षा देखने वाले, एटीएम की सुरक्षा देखने वाले तथा नगदी ट्रांसपोर्टेशन में लगी सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों से विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान डीसीपी क्राइम ने सुरक्षा में लगी एजेंसियों के प्रतिनिधियों से उनके द्वारा काम पर लगे सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति संबंधी प्रक्रिया पर भी चर्चा की तथा उन्होंने कहा कि सुरक्षा में लगे गार्डों की पुलिस वेरिफिकेशन व हथियार संबंधित पसारा सर्टिफिकेट अनिवार्य रूप से चेक किया जाना चाहिए। प्राइवेट सुरक्षा गार्ड को नौकरी पर रखने से पहले अच्छी तरह से जांच परख कर लेना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों से गार्डों को नियुक्त करने में होने वाली प्रक्रिया बारे भी विस्तार से चर्चा की। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि डकैती या लूटपाट में कई मामलों में बैंक या एटीएम तथा उनकी सुरक्षा में लगे आंतरिक व्यक्ति की भी संलिप्तता पाई जाती है। उन्होंने कहा कि बैंकों में संबंधित थाना, पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर बड़े बड़े अक्षरों में लिखे होने चाहिए ताकि किसी भी अप्रिय घटना के दौरान पुलिस से जल्द से जल्द संपर्क स्थापित किया जा सके।

इस दौरान उन्होंने विभिन्न बैंक शाखाओं या एटीएम में ले जाने वाली एजेंसियों को जारी प्रक्रिया के तहत ही ट्रांसपोर्टेशन करने तथा सुरक्षा उपायों को अपनाने के दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों को यह भी सुझाव दिया कि सबसे ज्यादा कैश विड्रोल होने वाले समय या दिन को सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से विश्लेषण करते रहना चाहिए। जिससे किसी अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके तथा संदिग्ध की पहचान की जा सके। कैश ट्रांसपोर्टेशन का तरीका व समय बदलते रहना चाहिए। जिससे कि ट्रांसपोर्टेशन के रूट की रेकी ना की जा सके। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि गैस एजेंसी,पेट्रोल पंप के पास छुट्टी के दिनों में नगदी ज्यादा हो जाती है। तो उस नगदी को बैंक में जमा करने के तरीके पेट्रोल पंप मालिकों तथा गैस एजेंसी मालिकों इत्यादि से साझा किए जाएं व कैश डिपॉजिट मशीन के अधिक प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

इस दौरान बैठक में एसीपी क्राइम श्री प्रीतपाल,विभिन्न बैंकों , सिक्योरिटी एजेंसियों ओर एटीएम कैश ले जाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

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