विदेशी मेहमानों का हरियाणवी अन्दाज़ में पगड़ी व तिलक के साथ किया जाएगा स्वागत हरियाणवी कला व संस्कृति की झलक की जाएगी प्रदर्शित, हरियाणवी व्यंजन भी परोसे जायेंगे गुरुग्राम, 13 जनवरी। गुरुग्राम में मार्च माह में प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉक्टर अमित अग्रवाल ने शुक्रवार को गुरुग्राम का दौरा किया। उन्होने गुरुग्राम जिला के उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव तथा अन्य अधिकारियों के साथ प्रस्तावित बैठक आयोजन स्थल होटल लीला का अवलोकन किया । इस दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉक्टर अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता का सुनहरी अवसर मिला है। इस अवसर को हरियाणा सरकार जी-20 ग्रुप के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के समक्ष हरियाणा प्रदेश की कला एवं संस्कृति को प्रदर्शित करने के साथ यहाँ की मेज़बानी की अमिट छाप छोड़ना चाहती है ताकि विदेशी मेहमान हरियाणा से सुखद अनुभव लेकर अपने देशों को जाएं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत और हरियाणा की अच्छी छवि बने। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पधारने पर विदेशी मेहमानों का हरियाणा की समृद्ध परम्परा के अनुसार तिलक लगाकर तथा सम्मान की सूचक पगड़ी पहनाकर स्वागत व अभिनंदन किया जाएगा। उनके लिए हरियाणवी भोज विशेषकर मोटे अनाज से बने व्यंजन भी वैकल्पिक तौर पर रखे जाएंगे, क्योंकि इस वर्ष को अंतरराष्ट्रीय मिल्लेट्स वर्ष के तौर पर मनाया जा रहा है।उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की सोच के अनुरूप इस सम्मेलन को ‘पीपल्स जी-20’ बनाने के प्रयास किए जाएंगे। गुरुग्राम में प्रस्तावित बैठकों से पहले प्रदेश के महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर गोष्ठी तथा निबंध आदि की प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी और प्रयास रहेगा कि गुरुग्राम में इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित करने का कार्यक्रम रखा जाए। उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के अलावा आमंत्रित देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे इसलिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है जिस दौरान हरियाणा की समृद्ध संस्कृति व परंपरा को प्रदर्शित करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। Post navigation दौलताबाद में निःशुल्क होम्योपैथिक शिविर का आयोजन तीन महीने में हो जाती है रक्तदान की पूर्ति: बोधराज सीकरी