स्वामी जी ने भारत के आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन को अमेरिका व यूरोप तक पहुँचायाः वशिष्ठ

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। अधिवक्ता परिषद की जिला इकाई ने स्वामी विवेकानन्द की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया। बार एसोसिएशन के पुस्तकालय में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिवक्ता परिषद के जिला इकाई के अध्यक्ष मनीष वशिष्ठ एडवोकेट ने की। जबकि जिला बार एसोसिएशन के सचिव बलजीत यादव एडवोकेट तथा अधिवक्ता चैम्बर्स सोसाईटी के उप प्रधान विजय सैनी व सह सचिव पंकज भारद्वाज विशेष रूप से उपस्थित रहे।

अधिवक्ता परिषद ने 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द जयंती, जो राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाई जाती के अवसर पर युवा अधिवक्ता दिवस मनाया। इस अवसर पर उपस्थित अधिवक्ताओं ने स्वामी विवेकानन्द के चित्र को नमन किया। अधिवकता परिषद के जिला अध्यक्ष मनीष वशिष्ठ एडवोकेट ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी जी ने मात्र 39 वर्ष की अल्पायु में ही भारत के आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन को अमेरिका व यूरोप में पहुँचाया। उन्होंने मात्र 30 वर्ष की आयु में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सभा में व्याख्यान देकर सम्पूर्ण विश्व को आश्चर्य चकित कर दिया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द हिन्दु होने पर गर्व करते थे क्योंकि उनका मानना था कि हिन्दु ही सबसे अधिक सहिष्णु है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द 39 वर्ष की आयु में जो काम कर गए, वह आने वाली पीढ़ियों का मार्ग दर्शन करता रहेगा। श्री वशिष्ठ ने स्वामी विवेकानन्द की कथनों को पढ़ कर सुनाया तथा उपस्थित अधिवक्ताओं को उसकी कॉपी भी दी। उन्होंने युवा अधिवक्ताओं से आह्वाहन किया कि वे अपने जीवन में स्वामी विवेकानन्द के उन ध्येय वाक्यों को आत्मसात करें ताकी वे जीवन की उचाँईयों को छू सकें।

जिला बार एसोसिएशन के सचिव बलजीत यादव ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द बड़े स्वपन दृष्टा थे, जिन्होने ऐसे समाज की कल्पना की थी, जिसमें मनुष्य मनुष्य में कोई भेद ना रहे।
अधिवक्ता परिषद की महिला प्रमुख गिरीबाला यादव एडवोकेट ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द की जयंती को मनाना तब सार्थक होगा, जब हम उनके आदर्शों व शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारेंगे। कार्यक्रम में नरेश संघी एडवोकेट ने भी अपने विचार रखे।

इस अवसर पर अधिवक्ता परिषद के वरिष्ठ उप प्रधान श्याम सुन्दर गौस्वामी एडवोकेट, सचिव मांगेराम सैनी, न्याय प्रवाह प्रमुख महावीर प्रसाद शर्मा, युवा प्रमुख दिवाकर शर्मा, बार एसोसिएशन के पूर्व सह सचिव सुमित चौधरी, बनवारी लाल शर्मा, पवन कौशिक, प्रदीपा यादव, सुदेश कुमारी, महेश दीक्षित, साकेत मुक्कड़, कुलदीप भारद्वाज, अजय शर्मा, जय भगवान यादव, ललित शर्मा, भाष्कर सैनी, सुरेन्द्र गुर्जर लूजोता, कर्ण सैनी, अनुराज, खिलाड़ी पाल लाम्बा, रोहित दौराता, सौनू भरगड़ सहित अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।

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