नारनौल के विधायक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव को मिला एक ओर विभाग कबीर कुटीर और रामपुरा हाउस के बीच बढ़ेगा सामंजस्य? अशोक कुमार कौशिक नारनौल। एक तरफ राजनीतिक गुरू के रूप में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, तो दूसरी तरफ सरकार के मुखिया मनोहर लाल। राजनीतिक रूप से राव और मनोहर के बीच छत्तीस का आंकड़ा। इसके बावजूद दोनों के बीच राजनीतिक सामंजस्य बनाकर चलने की कला 7 साल के दौरान दोनों में से किसी एक से दूरी बनाने की भूल नहीं की। इसी कला के चलते प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर डा. बनवारीलाल को मनोहर इनाम के रूप में सहकारिता के साथ जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और मिल गया है। इससे डा. बनवारी लाल की राजनीतिक कद भी बढ़ना स्वाभाविक है। इसके साथ ही जिला महेंद्रगढ़ के नारनौल से विधायक एवं मनोहरलाल सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री को दो एक और विभाग देकर मुख्यमंत्री ने ‘राव राजा’ को खुश करने का प्रयास किया है। राजनीतिक क्षेत्र में इसे कबीर कुटीर और रामपुर हाउस के बीच की दूरियां कम करने का एक प्रयास भी बनाया जा रहा है। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में राव इंद्रजीत सिंह ने बावल हलके से भाजपा की टिकट डा. बनवारीलाल को तथा नारनौल से भाजपा की टिकट ओम प्रकाश यादव को दिलाने में बड़ी भूमिका अदा की थी। डा. बनवारीलाल तथा ओमप्रकाश यादव ‘राव राजा’ को अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं। भाजपा पार्ट-1 में बनवारीलाल और ओम प्रकाश यादव को राज्य मंत्री बनवाने में ही राव की भूमिका रही थी। राव और सीएम मनोहर लाल के बीच राजनीतिक पटरी पहले कार्यकाल में ही नहीं बैठ पाई थी। भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल कई मौकों पर मनोहर लाल राव के निशाने पर रहे। दोनों के बीच एक ही पार्टी में रहने के बावजूद राजनीतिक मतभेद आज तक दूर नहीं हो पाए हैं। इसके बावजूद डा. बनवारीलाल व ओम प्रकाश यादव सीएम मनोहर लाल के साथ मधुर संबंध बनाकर चलते रहे। राव और सीएम के बीच राजनीतिक खटास उनके लिए पूरी तरह बेअसर बनी रही। हालांकि एक मौके पर सीएम से अधिक नजदीकियों के साथ राव की बनवारीलाल से दूरी बनाने की चर्चाओं ने भी जोर पकड़ लिया था, परंतु बाद में सब कुछ सामान्य हो गया। सहज स्वाभाव के डा. बनवारीलाल की मंत्री के रूप में कार्यकुशलता को देखते हुए ही सीएम ने उन्हें एक और विभाग थमाकर कर्त्तव्यपरायणता का पुरस्कार दिया है। बावल में विकास के दम पर बनाई पकड़ इसमें कोई संदेह नहीं है कि डा. बनवारीलाल ने बावल हलके में विकास के नए आयाम स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बावल में बस स्टैंड से लेकर लघु सचिवालय के निर्माण सहित कई परियोजनाओं को उन्होंने सिरे चढ़ाया है। विकास के मामले में विरोधी भी उनकी सराहना करने में कंजूसी नहीं बरतते। पूर्व मंत्री शकुंतला भगवाड़िया के बाद मजबूत पकड़ बनाने के मामले में उन्होंने अपने विरोधियों को काफी पीछे छोड़ दिया है। उनके पास जनस्वास्थ्य विभाग आने से बावल हलके में ही नहीं, बल्कि जिले में भी पेयजल परियोजनाओं के विकास को गति मिल सकेगी। नारनौल में विकास को पहुंचाया जाएगा बुलंदियों पर सहज और सरल स्वभाव के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव रामपुरा हाऊस के विश्वसनीय लोगों में माने जाते हैं। क्षेत्र में पंचायती मंत्री के नाम से जाने जाने वाले ओम प्रकाश यादव हालांकि राजनीति में चतुर घाघ राजनेता नहीं माने जाते पर उनके सरल स्वभाव से विधानसभा के लोग खुश हैं। जब भी मंत्रिमंडल में फेरबदल होने की बात होती थी तो ओम प्रकाश यादव का पत्ता कटने की बात जोरों पर रहती थी, पर इस बार मुख्यमंत्री ने एक विभाग और देकर उन पर न केवल विश्वास जताया है बल्कि उनका राजनीतिक कद भी बढ़ाया है। इसके पीछे कबीर कुटीर और रामपुरा हाउस के बीच भविष्य के राजनीतिक संकेत देखने को मिल रहे हैं। Post navigation जिला परिषद के चुनाव में भाजपा दो फाड़ अधिवक्ता परिषद ने स्वामी विवेकानन्द जयंती मनाई