भाजपा गिराना चाहती राव के भाव, पर फस गया भाजपा का पाँव

ऐम्स बनेगा 2024 का चुनावी मुद्दा, राव भाजपा में रहे या ना रहे…………… ऐम्स में फंसा राजनैतिक पेच

रेवाड़ी,07 जनवरी – पवन कुमार

2022 समाप्त हो चुका है और 2023 का शुरूआती सप्ताह बीत चुका है I अहीरवाल में ऐम्स निर्माण राजनैतिक पेच बनकर रह गया है I गुरुग्राम लोकसभा सांसद राव इंद्रजीत और मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ-साथ स्थानीय भाजपा के एक विरोधी गुट के साथ हमेशा छत्तीस का आकड़ा रहा है जिसने स्थानीय भाजपा के दो फाड़ कर रखे है I ऐसा माना जा रहा है कि 2023 और 2024 में राव इंद्रजीत राजनैतिक ग्रहण का शिकार हो सकते है I

भाजपा हाई कमान राव इंद्रजीत को कभी थप्पड़ मारती है तो कभी पुचकारने का काम करती है, इसका उदहारण सुधा यादव और भूपेंद्र यादव को केंद्रीय संसदीय कमेटी में शामिल करना और इंद्रजीत को नज़र अंदाज कर एक प्रकार से राजनैतिक तमाचा मारा, जिसका दर्द राव इंद्रजीत दिल में होगा पर मज़बूरी के कारण वह कड़वा घुट पी कर रह गये I वैसे राव की अपने खेमे के साथ अरविंद केजरीवाल से हाथ मिलाने की चर्चाये भी थी पर वह कुछ कारणों कि वजह से जहां कि तंहा रुक गई I वैसे जे जे पी, इनेलो भी आप के अलावा भी विकल्प के रूप में हैं I

राव इंद्रजीत कि दो महत्वकांशा है एक तो हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने कि और दूसरी आरती राव को राजनीति में जमाने की I भाजपा ही नहीं कोई भी पार्टी राव साहब कि मांग पर सहमत होनी मुश्किल है I भाजपा को तो कठपुतली विधायक और सांसद चाहिए जो केवल रबर स्टाम्प रहे, तभी वह भाजपा हाई कमान कि बात मानेगे I इसी कारण गृहमंत्री अनिल विज़ के मुख्यमंत्री बनने कि बात उठी और दब गईं I अहीरवाल के विधायक अपने आपको इस विवाद से दूर रखना चाहते है I

आज ऐम्स भी राजनैतिक दाव पेच का शिकार है I भाजपा यह चाहती है कि पहले मज़बूर और अपमानित होकर राव इंद्रजीत भाजपा छोड़े फिर ऐम्स निर्माण शुरू किया जाये और राव इंद्रजीत भाजपा में तबतक बने रहना चाहते है जब तक ऐम्स बनना शुरू ना हो ताकि वह इसका फायदा ले सके I वह प्रधानमंत्री से ऐम्स निर्माण उद्धघाटन भी कराना चाहते है ताकि प्रदेश भाजपा के साथ इंद्रजीत विरोधी भाजपा गुट भी उनको 2024 लोकसभा चुनाव में उनका साथ दे I 2024 के लोकसभा चुनाव में ऐम्स चुनावी मुद्दा होगा जो भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार को जीताने में मदद करेगा I इसलिए राव इंद्रजीत भाजपा नहीं छोड़ना चाहते I

अगर राव इंद्रजीत भाजपा छोड़ते है तो जिसको भी भाजपा कि लोकसभा की टिकट मिलेगी वह बाजी मार जायेगा I इस समय राव इंद्रजीत दुविधा में है और उन्हें आगे का रास्ता साफ नज़र नहीं आ रहा I प्रदेश भाजपा अरविंद यादव को भी साथ लिए हुए है,ताकि राव के भाव गिरा सके पर राव के भाव स्थिर है, जो भाजपा के लिए प्याज़ के आंसू बन गये है और राव के कटर विरोधी रणधीर कापड़ीवास का दिल भी भाजपा में ही है पर शर्त के साथ जो राव के लिए संकट बने है I इसलिए यह मानना है कि ऐम्स का मामला अभी फिलहाल तबतक ऐसा ही लटका रहेगा और लोकसभा चुनाव के नजदीक इसका शिलान्यास होगा I तबतक यह चर्चा में यह यूं ही बना रहेगा I

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