रौनक शर्मा

करनाल – बीते सोमवार नवीन जयहिन्द चौटाला गांव से अपनी समस्याओं को लेकर 12 दिनों से पैदल चले हुए चौटाला गांववासियों को लेकर करनाल में मुख़्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के घर पहुंचे। जयहिन्द ने बताया कि चौटाला गांव के समुदायिक केंद्र में डॉक्टरों की कमी के चलते चार सौ से ज्यादा बच्चे मर चुके है। सबसे ज्यादा दुख की बात तो यह है कि ये ताऊ देवीलाल जी का गांव है और इस गांव से पन्द्रह से अधिक विधायक चुने जा चुके है फिर भी यह गांव ऐसे हालातो से झूंझ रह है ओर यह हॉस्पिटल तो ताऊ देवीलाल जी द्वारा ही बनाया गया था।

जयहिन्द ने बताया कि आज के समय मे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, बिजली मंत्री रंजीत चौटाला, विधायक अभय सिंह चौटाला, उपमुख्यमंत्री जी की माँ नैना सिंह चौटाला और अमित सिहाग ऐसे व्यक्ति है जो चौटाला गांव से है और विधानसभा में भी चुने गए है इन सबके बावजूद चौटाला गांव के लोगो को इतनी ठंड ओर नए साल पर रोडो पे धक्के खाने ओढ़ रहे है जिसमे एक आठ साल की बच्ची जिसका नाम अवनी है, ओम नामक व्यक्ति जिसकी बेटी डॉक्टर की कमी के कारण मर गयी ओर वह अपनी बेटी के दाग पर भी नही जा पाया ओर 80 साल की बुजुर्ग महिका इस यात्रा में शामिल है।

मुख़्यमंत्री और चौटाला गांव के जितने भी लोग जिन्हें चुन कर चौटाला गांव के लोगो ने विधानसभा में भेजा है और बड़े-बड़े पदों पर बैठे है उनको शर्म आनी चाहिए।

जयहिन्द ने चौटाला गांववासियों की मूलभूत डिमांड बताई जो इस प्रकार है-

  1. गर्भवती महिला की डिलीवरी के लिए वहां एक डॉक्टर की व्यवस्था की जाए।
  2. बच्चो के डॉक्टर की व्यवस्था की जाए।
  3. MBBS डॉक्टरों के जो पड़ खाली है उन्हें डॉक्टरों की नियुक्ति करके भरा जाए।

जयहिन्द ने अनिल विज पर कटाक्ष करते हुए बताया कि मंत्री जी किस बात पर गब्बर बन कर घूमते है जब जो विधानसभा में चुन कर गए है कम से कम उनके गांव में तो डॉक्टरों की कमी पूरी नही कर सकते। इस सरकार को ओर ताऊ देवीलाल जी के नाम पर वोट खाने वालो को शर्म आनी चाहिए की चार सौ बच्चे हस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण मर गए।

यहां तक कि इनमें भाजपा का भी कार्यकर्ता शामिल था जो इन सभी समस्याओं से पीड़ित है। भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि मैं खुद शर्म महसूस करता हो के मैं एक भाजपा का कार्यकर्ता हूँ।

जयहिन्द ने बताया पूरे हरियाणा के पटवारी धरने पर बैठे हुए है जिसका कारण यह सरकार है और हम इनके समर्थन है। डिग्रियाँ करे हुए पटवारियों को इतना कम वेतन दे रही है सरकार ओर खाली पदों को नही भरा जा रहा इससे साफ पता लगता है कि हरियाणा में भी गुजरात मॉडल लागू करके सभी कुछ प्राइवेट कर देना चाहती है यह सरकार। मुख़्यमंत्री जी को शर्म आती चाहिए कि नए साल पर लोग इस तरह से अपनी जायज मांगो को लेकर परेशान है ओर धक्के कहते घूम रहे है। साथ ही जयहिन्द ने बताया कि सभी पटवारियों को मुख़्यमंत्री, मंत्री, विधायको के खुलासे करने चाहिए और सभी डाक्यूमेंट्स को बाहर लाना चाहिए ताकि इनकी सच्चाई लोगो को पता चले तभी ये आपकी मांगे मानेगे।

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