तीन ब्लॉक में हो चुका राव समर्थकों का कब्जा

भारत सारथी/ कौशिक

रेवाड़ी। जिले की सात ब्लॉक समितियों में से तीन के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पदों पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह समर्थकों का कब्जा हो चुका है। कोरम के अभाव में बची हुई चार ब्लॉक समितियों के चुनाव 4 और 5 जनवरी को निर्धारित किए हुए हैं। इन ब्लॉकों में रस्साकसी तेज हो चुकी है। धारूहेड़ा में पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव अपने समर्थित सदस्य को प्रधान पद पर काबिज करने के लिए एक्टिव हो गए हैं।

नाहड़ ब्लॉक समिति चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव 4 जनवरी को कराने निर्धारित किए हुए हैं। बावल, धारूहेड़ा और जाटूसाना ब्लॉकों में चुनाव के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से 5 जनवरी का दिन तय किया गया है। 23 दिसंबर को जिला परिषद और दो ब्लॉक समितियों के चुनाव हुए थे, जिनमें केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह समर्थकों को निर्विरोध चुना गया था। जिला प्रमुख चुनने के मामले में राव विरोधी खेमा भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुनील मूसेपुर की रणनीति के सामने एक तरह से सरेंडर कर चुका था, जबकि रेवाड़ी और डहीना ब्लॉक समिति चेयरमैन के चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह के राजनीतिक सचिव रवि यादव और सहकारी बैंक निदेशक अजय पटौदा अपने समर्थकों को निर्विरोध चेयरमैन और वाइस चेयरमैन बनवाने में कामयाब हो गए थे। दोनों की रणनीति को पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह और उनके बेटे विधायक तक नहीं समझ सके थे। यही कारण रहा कि स्थानीय विधायक होने के बावजूद चिरंजीव रेवाड़ी ब्लॉक समिति चेयरमैन व वाइस चेयरमैन बनाने के मामले में राव खेमे से मात खा गए।

धारूहेड़ा को लेकर लगाई पूरी ताकत

रेवाड़ी ब्लॉक समिति के मामले में चूक का सबसे बड़ा कारण कैप्टन और चिरंजीव का राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त होना माना जा रहा है। अब कैप्टन अजय सिंह यादव धारूहेड़ा ब्लॉक समिति चेयरमैन अपने समर्थक को बनवाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस ब्लॉक में मामला ‘फिफ्टी-फिफ्टी’ पर अटका हुआ है। दोनों खेमों के साथ 11-11 सदस्य बताए जा रहे हैं। ऐसे में दोनों खेमों के बीच यह चुनाव वर्चस्व की जंग में तब्दील हो चुका है।

नाहड़ और बावल पर भी निगाहें

बावल में सहकारिता मंत्री डा. बनवारीलाल अपने किसी खास समर्थक को चेयरमैन बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। यहां चेयरमैन की जंग जाट बनाम गैर जाट के बीच मानी जा रही है। इसमें यह माना जा रहा है कि डा. बनवारी का जिसे साथ मिलेगा, वहीं ब्लॉक समिति चेयरमैन बनेगा। नाहड़ और जाटूसाना में भी राव इंद्रजीत सिंह खेमा अपने पक्ष के सदस्य को चेयरमैन बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है। इन दोनों ब्लॉक में भी अंदरखाने वर्चस्व की जंग चल रही है।

error: Content is protected !!