महिला खिलाड़ी व खेलमंत्री का नार्को टेस्ट होना चाहिए – नवीन जयहिन्द रौनक शर्मा रोहतक – बीते दिनों रोहतक पीजीआई में चल रही नर्सिंग भर्ती में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ बेरोजगार युवाओं की आवाज उठाने पर नवीन जयहिन्द व सोनू मलिक(मोखरा) को जेल में डाल दिया गया था, जिसमे जयहिन्द की 9 दिनों बाद रिहाई हो गयी थी लेकिन सोनू मलिक (मोखरा) को शुक्रवार रिहाई मिली। जयहिन्द ने पूरे शोर-शराबे, पटाखे बजाकर व अपने कंधो पर बिठाकर सोनू मलिक(मोखरा) का स्वागत किया। सोनू मलिक (मोखरा) ने बताया कि हमने जानबूझकर अधिकारी पर हाथ नही उठाया था, पहले नर्सिंग भर्ती में भ्र्ष्टाचार की सूचना वहां भर्ती में गए बेरोजगारों व रोती हुई महिलाओं ने मुझे फोन पर बताई उसके बाद मैंने यह सूचना जयहिन्द को दी थी। जिसके बाद जयहिन्द वहां मिलने पहुंचे थे और पहले चंडीगढ़ से आये अधिकारी द्वारा एक 70 साल के बुजुर्ग के साथ अभद्र व्यवहार किया गया था। जिसके बाद नवीन जयहिन्द रोती हुई महिलाओं व 70 साल के बुजुर्ग के साथ हो रहे अभद्र व्यवहार को देख बीच बचाव में आए। सोनू मलिक(मोखरा) ने बताया कि जयहिन्द ने केवल एक समाज की आवाज नही उठाई जयहिन्द हमेशा सभी समाज की आगे रह कर आवाज उठता है। साथ ही सोनू मलिक (मोखरा) ने बताया कि मैं जाट समाज से आता हूँ। जब सरकार द्वारा खिलाड़ियों का खेल कोटा खत्म किया गया था जिसमे सबसे ज्यादा जाट समाज के बच्चे आते है उसके लिए जयहिन्द ने ही सबसे पहले आवाज उठाई और सोटे के दम पर सरकार से कोटा वापिस करवाया था। सोनू मलिक में बताया कि मैं ओर मेरा पूरा समाज जयहिन्द के साथ खड़ा है और जयहिन्द से निवेदन है कि आप इसी तरह हमारे हक की आवाज उठाते रहिए हम आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है। नवीन जयहिन्द के लिए सौ बार जेल में जाने के लिए तैयार हूं, ओर मैं इन मुकदमो से डरने वाले नही हूँ। सोनू मालिक मोखरा ने 14 जनवरी मकर सक्रांति के दिन जयहिन्द द्वार निकली जा रही बेरोजगारो की बारात के बारे में बताया कि यह एक ऐसी बारात है जो ना कभी किसी ने निकाली होगी और न ही कभी किसी ने देखी होगी। साथ ही सोनू मलिक(मोखरा) ने बेरोजगारो की बारात के बारे चर्चा करते हुए बताया कि हमे दहेज में कुछ नही चाहिए बस मान-तान में सरकार प्रदेश की जनता की जो माँगे हैं उन्हें पूरा कर दे महिला खिलाड़ी व खेलमंत्री का नार्को टेस्ट होना चाहिए – जयहिन्द जयहिन्द ने बताया कि जो आरोप एक महिला खिलाड़ी द्वारा हरियाणा के खेल मंत्री और लगाए गए है वे सिर्फ खेल मंत्री पर नही बल्कि यह आरोप पूरी की पूरी सरकार के ऊपर लगाए गए है। जैसा कि उस महिला खिलाड़ी ने बताया है कि वह पहले ग्रह मंत्री जी के पास गई थी, मुख़्यमंत्री जी के पास गई थी और डीजीपी ऑफिस में भी उसने फोन किया था मगर उसकी मदद नही की गई। अगर महिला खिलाड़ी सच बोल रही है तो यह खेल मंत्री व पूरी सरकार के लिए एक शर्मा की बात है। साथ ही जयहिन्द ने बताया कि महिला खिलाड़ी व खेल मंत्री का नार्को टेस्ट होना चाहिए जिससे सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जयहिन्द ने बताया कि हरियाणा खिलाड़ियों का गढ़ है। यह खेल मंत्री हरियाणा के खेल व खिलाड़ियों के साथ खिलवाड़ कर रहा है इस मंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए और फिर हाई कोर्ट के सिटींग जज की अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। अगर महिला दोषी मिलती है तो उस पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए और अगर खेल मंत्री दोषी पाया जाता है तो मंत्री का मुह कला करके सौ जूते मारकर जेल में डालना चाहिए। जयहिन्द में बताया कि मंत्री जी कितने पुरुष कोचो से फोन पर बात करते है। हमारे लगभग 200 कोच जानकार है मगर उनसे तो कभी फोन लर बात नही की मंत्री जी ने। मंत्री जी की इस हरकत की वजह से इसका सीधा सीधा प्रभाव हरियाणा की हजारो महिला खिलाड़ियों पर पड़ेगा। क्योंकि अगर महिला खिलाड़ियों के साथ प्रमोशन के बहाने, नौकरी के बहाने, ट्रांसफर के बहाने इस तरह की हरकतें होंगी तो कोई भी परिवार अपनी लड़कियों को खेलो में हिस्सा नही दिलाएंगे। Post navigation पानीपत की भारत जोड़ो रैली के बाद नफरत की राजनीति करने वालों की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी – दीपेन्द्र हुड्डा सतगामा की खाप पंचायत ने ककराना गांव में एक लाख रुपए से नवीन जयहिन्द को सम्मानित किया