सुशासन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति ने ई-माइग्रेशन पोर्टल को किया लांच, हज़ारो छात्रों को मिलेगी राहत पिछले एक वर्ष के दौरान गुरुग्राम विश्वविद्यालय ने ई गवर्नेंस की दिशा में बढ़ते हुए उठाएं कई कदम ई-माइग्रेशन की सुविधा से छात्रों के समय व धन की भी बचत हाेगी : प्रो. दिनेश कुमार गुरुग्राम – अब गुरुग्राम विवि. के छात्रों को माइग्रेशन सर्टिफिकेट लेने के लिए विवि के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।.जीयु ने माइग्रेशन शाखा को ऑनलाइन कर दिया हैं । मंगलवार 27 दिसंबर को गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सुशासन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में बटन दबाकर ई-माइग्रेशन के पोर्टल को लांच किया है । इसके तहत छात्रों को माइग्रेशन सर्टिफिकेट लेने के लिए अब उन्हें जीयू में आकर इस प्रक्रिया को पूरा नहीं करना पड़ेगा बल्कि छात्र घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से इस प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे । जीयु की और से बनाए गए पोर्टल gurugramuniversity.ac.in पर छात्र माइग्रेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है और ऑनलाइन ही छात्र इसमें फीस भी जमा करवा सकेंगे। माइग्रेशन के लिए निर्धारित फीस जमा करने के पश्चात एक ही दिन में छात्रों को माइग्रेशन मिल जाएगी । पिछले एक वर्ष के दौरान गुरुग्राम विश्वविद्यालय ने ई गवर्नेंस की दिशा में बढ़ते हुए आल स्टूडेंट्स फॉर्म ऑनलाइन,ऑनलाइन फीस सबमिशन, संबद्ध कॉलेजों सहित सभी छात्रों के लिए ई-सेवाएं, आदि लागू करते हुए मजबूत कदम उठाए है और निकट भविष्य में ई-ऑफिस , छात्रों के लिए ई-शिकायत तंत्र प्रणाली भंडार प्रबंधन, शाखाओं/कार्यालयों का स्वचालन आदि लागू करने की योजना है । इस अवसर पर गुरुग्राम विवि.के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि अधिकतर स्टूडेंट्स अंडर-ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली, पंजाब जैसे शहरों का रुख करते हैं। इसमें माइग्रेशन सर्टिफिकेट लेने में उनका काफी समय बर्बाद होता है, ई-माइग्रेशन की सुविधा से हज़ारो छात्रों को राहत मिलेगी और इस व्यवस्था से छात्रों के समय व धन की भी बचत हाेगी। Post navigation सुप्रीम कोर्ट के आदेश दर किनारे कर रहें हैं हरियाणा के सरकारी विभाग सीवर या सेप्टिक टैंक में मैनुअल प्रवेश दंडनीय अपराध है-निगमायुक्त