लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित था जिला स्तरीय कार्यक्रम, मंडल आयुक्त रमेश चंद्र बिढान थे मुख्य अतिथि -मंडलायुक्त ने कार्यक्रम में आयुष्मान(चिरायु) भारत योजना के पात्र लाभार्थियों को वितरित किए चिरायु कार्ड व बीपीएल परिवारों को पीले राशनकार्ड गुरुग्राम, 25 दिसम्बर। जिला भर में आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय को उनकी जयंती पर याद करते हुए 157 ग्राम पंचायतों, नगर निगम, नगर परिषद व नगर पालिका में 54 स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। सुशासन दिवस के रूप में गुरुग्राम में जिला स्तरीय कार्यक्रम लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हाल में आयोजित किया गया जिसमें गुरुग्राम के मंडलायुक्त रमेश चंद्र बिढान मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम में गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव, गुरुग्राम की पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन, डीसीपी वेस्ट दीपक सहारण, सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। इस कार्यक्रम को पंचकूला में आयोजित किए गए राज्य स्तरीय समारोह से जोड़ा गया था, जहाँ मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि थे। जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “मन की बात” कार्यक्रम के 96वें संस्करण का सीधा प्रसारण भी किया गया था। मंडलायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कार्यक्रम में उपस्थित आयुष्मान(चिरायु) भारत योजना व परिवार पहचान पत्र के माध्यम से चिन्हित बीपीएल परिवारों के पात्र लाभार्थियों को स्मार्ट कार्ड व पीला राशनकार्ड भेंट करने उपरान्त अपने संबोधन में कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को सम्मान देने के उद्देश्य से वर्ष 2014 में उनके जन्मदिवस को सुशासन दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अंत्योदय के भाव के साथ काम कर रही हरियाणा सरकार वर्ष 2019 से प्रत्येक वर्ष सुशासन दिवस के अवसर पर आगामी वर्ष का सुशासन लक्ष्य निर्धारित करती है। इसी क्रम में वर्ष 2023 को ‘अंत्योदय आरोग्य वर्ष’ के रूप में मनाया जायेगा जिसमें गुरुग्राम में परिवार पहचान पत्र(पीपीपी) के माध्यम से एक लाख अस्सी हजार रुपए से नीचे की वार्षिक आय वाले चिन्हित परिवारों को आयुष्मान भारत(चिरायु) योजना के तहत चिरायु कार्ड वितरित किए जाएंगे। श्री बिढान ने कहा कि योजना के तहत गुरुग्राम जिला में अभी तक गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले तीन लाख नब्बे हजार लाभार्थी चिन्हित किए गए हैं जिनमें से करीब दो लाख पैंतीस हजार परिवारों के चिरायु कार्ड बन चुके हैं। अब इन कार्डों का लाभार्थियों में वितरण किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने लाभार्थियों को आयुष्मान भारत(चिरायु) योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत लाभार्थी परिवार को प्रदेश के 75 प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक की मुफ़्त ईलाज की सुविधा मिलेगी। गुरुग्राम ज़िला में 32 प्राइवेट अस्पताल इस योजना के तहत सूचीबद्ध हैं और योजना का दायरा बढ़ने से अब और निजी अस्पताल भी पंजीकरण के लिए आगे आएँगे। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सुशासन का जो सपना देखा था उसे साकार करने की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है। अंत्योदय उत्थान के उनके उद्देश्यों की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार ने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के माध्यम से सालाना एक लाख अस्सी हजार से कम आय वाले परिवारों को बीपीएल के श्रेणी में रखा है। श्री बिढान ने कहा कि परिवार पहचान पत्र के आधार पर सरकार द्वारा उपरोक्त परिवारों को पीले राशन कार्ड बनाकर दिए जा रहे हैं।इसके लिए उन्हें कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है। सभी लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ सरलता से मिले, सेवाएँ आसानी से मुहैया हों, यही सुशासन का अर्थ है। बीपीएल कार्ड का उल्लेख करते हुए श्री बिढान ने बताया कि गुरुग्राम जिला में अभी तक कुल 68 हजार परिवारों की मैपिंग कर उनके मोबाइल पर राशनकार्ड डाउनलोड करने का लिंक भेजा जा चुका है। यदि किसी पात्र लाभार्थी को इसमें कोई कठिनाई आती है तो वे अपने नजदीकी सीएससी केंद्र पर जाकर अपना पीला राशनकार्ड प्राप्त कर सकते हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि आज के दिन हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि सरकारी कार्यालयों में आने वाले आमजन को सरकारी योजनाओं का लाभ सरलता से व समय पर मिले। इसके साथ ही हमें अपनी रोजमर्रा की कार्यशैली की कमियो को दूर करते हुए उसमें निरंतर सुधार करना चाहिए। हमारी कार्यशैली ऐसी हो कि सरकारी कार्यालय में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति संतुष्ट होकर जाए। इस दौरान उन्होने सुशासन लागू करने में जनभागीदारी के सहयोग पर भी बल दिया। Post navigation ब्रह्माकुमारीज द्वारा न्यायविदों के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन इलेक्ट्रोपैथी पद्धति लागू कराने के हर संभव प्रयास होंगे: सुधीर सिंगला