चकबंदी विभाग ने सिंचाई विभाग की जमीन पर किसानों को दे रखा है कब्जा

चरखी दादरी जयवीर फौगाट,

19 दिसंबर, गांव बिंद्राबन में चकबंदी विभाग द्वारा की खामियों के कारण ग्रामीण परेशानी झेलने को मजबूर हैं। समस्या का समाधान नहीं होने पर ग्रामीणों में रोष बना हुआ है। समस्या के समाधान के लिए ग्रामीण सोमवार को बाढड़ा एसडीएम कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने चकबंदी विभाग द्वारा की गई खामियों को दुरुस्त करवाकर भू-मालिकों को सही स्थान पर पैमाइश करवाने की मांग की। एसडीएम ने संबंधित रिकॉर्ड की फाइल मंगवाकर उसे देखने के बाद शीघ्र समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।

उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले चकबंदी विभाग द्वारा गांव बिंद्राबन में चकबंदी का कार्य किया गया था। उस दौरान चकबंदी विभाग की लापरवाही के कारण भू-मालिकों को नहर के साथ लगती सिंचाई विभाग की जमीन पर कब्जा दे दिया गया। बाद में जब सिंचाई विभाग द्वारा वहां पैमाइश करवाकर निशानदेही की गई तो सिंचाई विभाग की जमीन निकली। जिससे ग्रामीणों की जमीन कम होने पर उनमें रोष बना हुआ है और वे विभाग से सही पैमाइश कर उनकी जमीन को पूरा करने की मांग कर रहे है। समस्या का समाधान नहीं होने पर ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे 334 बी पर भी जाम लगाया था। जिसके बाद बाढड़ा एसडीएम व डीएसपी ने समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया था। उसके बाद ग्रामीणों ने बाढड़ा एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर समस्या के समाधान की मांग की थी लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं होने के कारण ग्रामीणों में रोष हैं।

ग्रामीणों ने रविवार को नव निर्वाचित सरपंच रीना की अध्यक्षता में प्रस्ताव पास कर चकबंदी विभाग की खामियों को दुरुस्त करवाने का निर्णय लिया गया। ग्रामीणों ने पंचायत द्वारा पारित किया गया प्रस्ताव एसडीएम के समक्ष रखा और समस्या के समाधान की मांग की। एसडीएम से मिले पहुंचे ग्रामीण राकेश, सुरेश, सरपंच प्रतिनिधि नफे सिंह आदि ने कहा कि चकबंदी विभाग द्वारा जो रिपोर्ट तैयार की गई है उसमें भी उन्होंने माना है कि जो सिंचाई विभाग की कुछ जमीन पर गलत तरीके से कब्जे दिए गए हैं। एसडीएम ने ग्रामीणों को जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।

रोड़ जाम व भूखहड़ताल की दी चेतावनी:

ग्रामीणों ने कहा कि चकबंदी विभाग स्वयं मान रहा है कि कब्जा कार्रवाई में खामियां हुई हैं इसक बावजूद विभाग द्वारा खामियों को ठीक नहीं किया जा रहा है। उन्होंनें कहा कि वे अधिकारियों व विभाग के कार्यालय के चक्कर लगाकर थक चुके हैं  यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे सड़कमार्ग जाम करेंगे और एसडीएम कार्यालय के सामने भूखहड़ताल शुरू करेंगे।   

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