उम्मीदवार जोरशोर से प्रचार में जुटे चुनाव में मात्र 4 दिन शेष ! भारत सारथी सोहना / राजेन्द्र कुमार होटला सोहना बार चुनाव में चुनावी रंग चढ़ने लगा है। उम्मीदवार जोरशोर से प्रचार में जुटे हुए हैं। जो कोर्ट परिसर के अलावा मतदाता वकीलों के उम्मीदवार जोरशोर से प्रचार में जुटे हुए हैं। चुनाव में मात्र 4 दिन शेष हैं। किंतु अभी तक चुनावी तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। जबकि अधिकांश पदों पर सीधा मुकाबला होगा। बता दें कि उक्त चुनाव 16 दिसम्बर को होगा। जिसमें कुल 435 मतदाता वकील अपने मतों का उपयोग करेंगे। सोहना बार का चुनाव 16 दिसम्बर को होगा। जिसमें कुल 435 मतदाता वकील अपने मत का उपयोग करके कार्यकारणी का गठन करेंगे। चुनाव में कुल 9 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। चुनाव प्रधान, उप प्रधान, सचिव व सह सचिव पदों का होगा। उक्त चुनाव में सीनियर व शहरी मतदाता मतदाताओं के भाग्य का फैसला करेंगे। उम्मीदवार सीनियर वकीलों से आशीर्वाद हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। चुनावी जीत को लेकर सभी उम्मीदवार पूर्ण रूप से आश्वश्त हैं। किंतु अभी तक किसी भी उम्मीदवार की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। जो भविष्य के गर्भ में छुपी हुई है। परंतु उम्मीदवार प्रचार में किसी भी प्रकार की कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जो अपने वकालत के पेशे को छोड़कर प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। इनमें होगा मुकाबला बार चुनाव में अधिकांश पदों पर सीधी जंग होगी। जिंसमें प्रधान, उप प्रधान, सचिव पद शामिल हैं। जबकि सह सचिव पद पर तिकोना मुकाबला होगा। प्रधान पद हासिल करने के लिए एडवोकेट ललित राघव दौला व अमित यादव में आमने सामने का मुकाबला होगा। जबकि उप प्रधान पद पर प्रवेश कुमार व अंशुल गुप्ता आमने सामने हैं। सचिव पद पर कौशल भारद्वाज व उमेश भारती अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। तीनों ही पदों पर सीधा मुकाबला होगा। जिसके लिए उम्मीदवारों ने अपनी ताकत झोंकी हुई है। इसके अलावा सह सचिव पद पर तिकोना मुकाबला सम्भव है। जिसमें एडवोकेट अशोक कुमार, हितेश व विनीत कुमार मैदान में हैं। घरों पर दे रहे दस्तक बार चुनाव में अपनी किस्मत अजमा रहे उम्मीदवार मतदाता वकीलों के घरों पर भी दस्तक दे रहे हैं। जो सुबह व रात्रि के समय घरों में जाकर वकीलों को अपने समर्थन में लाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। ऐसा होने से चुनाव काफी रोचक बनने लगा है। Post navigation सोहना-तावडू मार्ग की हालत जर्जर राहगीरों को भारी परेशानी का करना पड़ रहा है सामना नम्बर 9 गांव जख्खोपुर के ग्रामीण बंदरों के आतंक से परेशान