450 करोड़ की लागत से पूरा होगा नेशनल हाईवे सुधारीकरण का कार्य
राजस्थान बॉर्डर से शुरू हुआ रिकारपेंटिग का कार्य शुरू

रेवाड़ी। जिला सतर्कता एवं निगरानी कमेटी की बैठक में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिकारियों पर की गई तलख टिप्पणी एवं जिला प्रशासन द्वारा बैठक में अनुपस्थित होने पर भेजे गए नोटिस के बाद एनएचआई के अधिकारी जाग गए हैं। दिल्ली -जयपुर के बदहाल नेशनल हाईवे को सुधारने के लिए बुधवार से रिकारपेटिग का कार्य एनएचएआई के अधिकारियों की ओर से शुरू कर दिया गया। करीब 4्50 सौ करोड रुपए की लागत से राजस्थान बॉर्डर से गुरुग्राम के खेड़की दौला तक रिकारपेटिग व सर्विस लेन सुधारीकरण का कार्य एनएचआई की ओर से किया जाएगा। बुधवार को राजस्थान बॉर्डर से इस कार्य की शुरुआत कर दी गई और दिल्ली की ओर मैन कैरिज वे पर कार्य शुरू किया गया। इस कार्य के शुरू होने के बाद में कैरिज वे पर चलने वाले वाहन चालकों को काफी राहत मिलेगी।

गौरतलब है कि 1 दिसंबर को जिला सचिवालय में आयोजित जिला सतर्कता एवं निगरानी कमेटी में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह नेशनल हाईवे के अधिकारियों पर जमकर बरसे थे। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित एनएचएआई के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश उपायुक्त को देते हुए कहा था कि वे अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शने और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी इस बारे में शिकायत करने की बात कही थी। उन्होंने एनएचएआई के देरी से चल रहे कार्य पर भी जो क्षोभ किया था और अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे हाईवे की दशा सुधारने के लिए लंबित फ्लाईओवर, अंडरपास व रिकारपेटिंग का कार्य जल्द से जल्द शुरू करें।

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