हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से पीजीटी व टीजीटी भर्ती में 1 लाख से कम आय वालों को मेरिट में मिलेंगे 50 अंक

प्राइवेट स्कूलों में प्रशिक्षित अध्यापकों के साथ हो रहे भेदभाव से भी मिलेगी निजात
मोबाइल पर आये एसएमएस की जानकारी लेने के लिए सीधे आए मुख्यमंत्री के फोन से  आश्चरचकित   हुए उम्मीदवार  

चण्डीगढ़, 6 दिसम्बर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य में अंत्योदय  परिवारों को सामाजिक व आर्थिक रूप से ऊपर उठाने की एक और पहल की है जिसके अंतर्गत  हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से  पीजीटी टीजीटी की भर्ती में उन अंत्योदय  परिवारों को जिनकी वार्षिक आय 1  लाख रुपये से कम है, उनको 150 अंकों की मेरिट में 50 अंक तथा जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये तक है,उनको मेरिट में 40 अंक दिए जायेंगे। मुख्यमंत्री की इस पहल से निश्चित रूप से प्रशिक्षित अध्यापकों को प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमाने ढंग से दिए जा रहे वेतन के भेदभाव से भी निजात मिलेगी। 
  प्राइवेट स्कूलों में ऐसे अध्यापकों को 8-10 हजार रुपये मासिक वेतन मिलता है तो वहीं निगम के माध्यम से लगे टीजीटी अध्यापकों को 25000 रुपये व पीजीटी अध्यापकों को 29000 रुपये मासिक वेतन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने स्वयं निगम के माध्यम से जब उम्मीदवारों को ‘डिप्लोएमेंट लेटर’ देने की पेशकश की और मोबाइल  पर आए एसएमएस की जानकारी उम्मीदवारों से ली तो उम्मीदवार आश्चरचकित हुए बिना नहीं रह सके। इस प्रकार अनुबंध आधार पर नौकरी देने की पेशकश से कुछ अध्यापकों ने मुख्यमंत्री की इस व्यवस्था के लिए उनका आभार व्यक्त किया तो वहीं कुछ का मानना था कि हमने सपने में भी नहीं सोचा था कि अध्यापक की लगातार दो बार भर्ती  मात्र 26 दिनों में पूरी हो जाएगी।

उल्लेखनीय है कि 23 नवंबर को 2075 टीजीटी और पीजीटी अध्यापकों को इसी प्रकार ऑनलाइन जॉब ऑफर लेटर प्रदान किये गए  थे। इस प्रकार मात्र 26 दिनों में मुख्यमंत्री ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से 4144 अध्यापकों को जॉब ऑफर लेटर प्रदान किये जा चुके हैं जबकि 4800 से अधिक की प्रक्रिया चल रही है।  स्कूल शिक्षा विभाग व हरियाणा मानव संसाधन विभाग द्वारा डाटा अनुमोदित करने के बाद निगम भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है। पहले चरण में 2075  पीजीटी व टीजीटी की भर्ती के समय दिए गए डिप्लॉयमेंट लेटर के दौरान कुछ तकनीकी खामियां रही थी जिन्हें अब दुरुस्त कर दिया गया है। अब तक आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत एजेंसियों के माध्यम से अनुबंध आधार पर पहले से लगे लगभग 90 हजार से अधिक कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से समायोजित किया जा चुका है। 

 मुख्यमंत्री ने जब एसएमएस की जानकारी ली तो कुछ उम्मीदवार भावुक भी हुए
हिसार जिले के बुगाना गांव की रहने वाली अल्पना से मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या आपने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से अध्यापक की नौकरी के लिए आवेदन किया है, तो उसका जवाब था हाँ सर, किया है तो मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अपने मोबाइल पर निगम से प्राप्त एसएमएस को देखे तो उनका जवाब था हाँ सर, अभी देख रही हूँ मुख्यमंत्री ने  पूछा कि क्या आप नौकरी करोगे तो कहा गया कि इसलिए फार्म भरा है तो मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने मोबाइल पर आठ अंकों के परिवार पहचान पत्र की जानकारी देकर वापस भेजो।  इसके बाद मुख्यमंत्री ने परिवार की जानकारी ली और पूछा कि नौकरी करते हो तो अल्पना का जवाब था कि जी सर, प्राइवेट स्कूल में 8 हजार रुपये मासिक वेतन पर टीजीटी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कम से कम 25  हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा अर्थात प्राइवेट स्कूल के 3 महीने के वेतन के बराबर निगम का 1 महीने का वेतन होगा। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने कनीना, महेंद्रगढ़ की कविता रानी, सरस्वती नगर, जिला यमुनानगर के प्रिंस, मनोज, ममता से फोन पर बातचीत की और मुख्यमंत्री ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग तथा हरियाणा लोक सेवा आयोग द्वारा की जाने वाली नियमित भर्ती  में भी आवेदन करने की उम्मीदवारों को सलाह दी।  हरियाणा कौशल रोजगार निगम  हाल ही में मंत्रिमंडल की बैठक में डायल 112 वाहन के लिए 1500 ड्राइवरों के पद भरने की मंजूरी पर कार्य कर रहा है और शीघ्र ही इसकी भर्ती प्रक्रिया पूरी होनी अपेक्षित है। 

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