बाढड़ा नगरपालिका को लेकर जनमत संग्रह के लिए हुई वोटिंग, सात बूथों पर हंसावास व बाढड़ा के ग्रामीणों ने किया मतदान चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 02 दिसंबर, 2बाढड़ा में नगरपालिका रहे या फिर ग्राम पंचायत बने इसको लेकर शुक्रवार को जनमत संग्रह करवाया गया। जिसके लिए बाढड़ा व हंसावास खुर्द के ग्रामीणों ने ईवीएम से वोट डाले। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा। मतदान के बाद बूथों पर ही मतगणना कर दी गई। जिसमें दोनों गांवों में ग्राम पंचायत के पक्ष में एकतरफा जनमत आया है। धरना देकर लंबे समय से ग्राम पंचायत बहाली की मांग कर रहे ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के पक्ष में जनमत आने पर खुशी का इजहार किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा बाढड़ा व हंसावास खुर्द को मिलाकर नगर पालिका का गठन किया गया था । उसके कुछ समय बाद से नगर पालिका का विरोध शुरू हो गया था और ग्रामीण ग्राम पंचायत बहाली की मांग कर रहे थे। इसके लिए ग्रामीणों द्वारा कई बार धरना प्रदर्शन, पुतला दहन, ज्ञापन सौंपना आदि के जरिए अपनी मांग पूरी करवाने का प्रयास किया गया। लेकिन जब उनकी मांग सिरे नहीं चढ़ी तो ग्रामीणों ने आठ सितंबर को धरना शुरू किया था जो 73 दिन तक चला। इस धरने पर पहुंचकर प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने पंहुचकर दो दिसंबर को जनमत करवाने का आश्वासन दिया था। उसी के तहत तय समय पर जनमत करवाया गया। जनमत के लिए बाढड़ा व हंसावास में सात बूथ बनाए गए थे। जहां सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक मतदान किया गया। मतदान संपन्न होने के बाद पोलिंग बूथों पर ही मतगणना की गई जिसमें ग्राम पंचायत के पक्ष में एकतरफा जनमत आया है। 5620 में से 3232 ने किया अपने मत का प्रयोग: नगर पालिका मामले को लेकर हुए जनमत संग्रह में बाढड़ा व हंसावास खुर्द के 5620 मतदाताओं में से 3232 ने सात पोलिंग बूथों पर अपने मत का प्रयोग किया। जिसमें से 3120 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में व 112 मत नगर पालिका के पक्ष में आए है। प्रशासन द्वारा मतगणना के बाद ईवीएम को सील लगाकर चरखी दादरी भेज दिया गया है। ग्राम पंचायत चाहने वाले ग्रामीणों ने जताई खुशी: ग्राम पंचायत की मांग करने वाले पक्ष ने एकतरफा जनमत आने पर खुशी का इजहार किया। बीडीसी के पूर्व चेयरमैन भल्लेराम ने कहा कि दोनों गांवों के ग्रामीण ग्राम पंचायत चाहते हैं जो जनमत ने साबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि अपनी मांग के लिए उन्हें अपने बुजुर्गों के साथ मिलकर संघर्ष करना पड़ा लेकिन अब जो आंकड़े सामने आए हैं उससे उन्हें पूरी उम्मीद है कि अब दोनों गांवों में ग्राम पंचायत बहाली होने में अधिक समय नहीं लगेगा। ब्यौंरा जिला उपायुक्त को भेज दिया गया: एसडीएम बाढड़ा एसडीएम डा. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि दोनों गांवों के सभी बूथों पर शांतिपूर्वक मतदान हुआ है। मतदान के बाद जो मतगणना हुई है उसमें ग्राम पंचायत के पक्ष में जनमत आया है। उन्होंने इसकी रिपोर्ट तैयार कर जिला उपायुक्त को भेज दी है जहां से सरकार के पास यह रिपोर्ट जाएगी उसके बाद सरकार नगर पालिका को लेकर आगामी निर्णय लेगी। नपा के पक्ष में सात बूथों पर पड़े मात्र 112 मत: प्रशासन द्वारा लाेगाें का नगरपालिका या ग्राम पंचायत के बारे में पक्ष जानने के लिए वोटिंग के माध्यम से कराए गए जनमत संग्रह में 57.5 प्रतिशत मतदान हुआ जिसमें से 96.53 प्रतिशत लाेगाें ने ग्रामीण ने ग्राम पंचायत के पक्ष में मतदान कर ग्राम पंचायत पर माेहर लगा दी तथा 3.47 प्रतिशत लाेगाें ने नगरपालिका के पक्ष में मतदान किया। इससे ग्राम पंचायत बहाली का रास्ता साफ हाे गया है। बाढड़ा व हंसावास खुर्द गांव के 5620 मतदाताओं में से 3232 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 3120 मतदाताओं ने ग्राम पंचायत के पक्ष में मतदान किया ताे 112 मतदाताओं ने नगरपालिका के पक्ष में मतदान किया। बाढड़ा के मतदान केन्द्र 109 पर 364 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 354 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में ताे 10 मत नगरपालिका के पक्ष में मिले, मतदान केन्द्र 110 पर 417 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 401 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में ताे 16 मत नगरपालिका के पक्ष में मिले, मतदान केन्द्र 111 पर 410 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 402 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में ताे 8 मत नगरपालिका के पक्ष में मिले, मतदान केन्द्र 112 पर 391 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 377 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में ताे 14 मत नगरपालिका के पक्ष में मिले, मतदान केन्द्र 113 पर 708 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 669 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में ताे 39 मत नगरपालिका के पक्ष में मिले। वहीं हंसावास खुर्द के मतदान केन्द्र 174 पर 420 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 404 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में ताे 16 मत नगरपालिका के पक्ष में मिले, मतदान केन्द्र 175 पर 522 मतदाताओं ने मतदान किया जिसमें से 513 मत ग्राम पंचायत के पक्ष में ताे 9 मत नगरपालिका के पक्ष में मिले। Post navigation यूरिया के लिए मारामारी जारी, किसानों ने नारेबाजी कर जताया रोष सद्भावना महासम्मेलन आठ जनवरी को : सोमबीर सांगवान