बाढड़ा एसडीएम, डीएसपी व एसएचओ ने मौके पर पहुंचकर खुलवाया जाम चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 01 दिसंबर, जिला के गांव बिंद्राबन में चकबंदी विभाग की बड़ी लापरहवाही सामने आई है। चकबंदी विभाग द्वारा बिना सही पैमाइश के नहर के साथ लगती सिंचाई विभाग की जमीन पर किसानों को कब्जा पकड़ा दिया गया। लेकिन अब सिंचाई विभाग ने वहां पैमाइश करवाई तो गांव बिंद्राबन के किसानों की कई एकड़ जमीन सिंचाई विभाग की निकली और सिंचाई विभाग ने उस जमीन पर खेती नहीं करने की हिदायत दी। जिसके बाद किसानों में चकबंदी विभाग के प्रति रोष बन गया और उन्होंने वीरवार को गांव में पंचायत का आयोजन किया और चकबंदी विभाग को पूरे मामले से अवगत करवाया। लेकिन पंचायत के दौरान विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उनके बीच नहीं पहुंचे तो ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने गांव बिंद्राबन के बस अड्डे पर पहुंचकर नेशनल हाइवे 334 बी पर जाम लगा दिया। जिसके कारण काफी देर तक वहा यातायात व्यवस्था बाधित रहने से वाहनों की लंबी कतारे लग गई। सूचना मिलने पर अधिकारियों ने समस्या के उचित समाधान का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत करवाया जिसके बाद उन्होंने जाम हटाया। गांव बिंद्राबन निवासी नफे सिंह, नरेंद्र, राहुल, सौरभ, महेंद्र, राकेश, शीशराम आदि ने बताया कि उनके गांव में चकबंदी का कार्य चल रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि चकबंदी विभाग की टीम चकबंदी का रिकॉर्ड सबमिट करने की जल्दबाजी में काफी अनियमितताएं कर रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि चकबंदी विभाग की टीम ने बिना सही पैमाइश करवाए नहर के साथ लगती सिंचाई विभाग की जमीन किसानों के नाम चढ़ाकर उनकी जमीन पूरी कर दी गई और उसके बाद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में भू-मालिकों को कब्जा सौंप दिया गया। लेकिन अब जब सिंचाई विभाग की टीम ने वहां पैमाइश करवाई तो काफी जमीन सिंचाई विभाग की किसानों की ओर निकली है जिसके बाद सिंचाई विभाग ने वहां पर निशानदेही के बाद पिलर गाड़कर किसानों को वहां काश्त नहीं करने की सख्त हिदायत दी है। ग्रामीणों के अनुसार सिंचाई विभाग पैमाइश करवाए जाने के बाद करीब 20 एकड़ जमीन किसानों की घट गई है और इससे काफी संख्या में किसान प्रभावित हुए है। उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर विभाग, प्रशासन को पहले अवगत भी करवाया था लेकिन उनकी सुध नहीं ली गई तो उन्होंने कोर्ट की भी शरण ली है। ग्रामीणों ने बताया कि पूरे मामले को लेकर वीरवार को उन्होंने पिचौपा कलां, पिचौपा खुर्द व बिंद्राबन के लोगोंं ने पंचायत का आयोजन किया था लेकिन सूचना के बाद भी विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे जिसके बाद उन्हें मजबूरन रोड जाम करना पड़ा है। एनएच 334 बी पर यातायात व्यवस्था हुई बाधित: चकबंदी मामले को लेकर गांव के महिला व पुरूष बस अड्डे पर पहुंचे और उन्होंने नेशनल हाइवे 334 बी पर सूखे पेड़ व दूसरे अवरोधक डालकर सड़कमार्ग को जाम कर दिया। जिसके कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारे लग गई और वाहन चालकों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। सूचना मिलने पर अटेला चौकी पुलिस टीम के अलावा बाढड़ा एसएचओ कप्तान सिंह, डीएसपी देशराज व एसडीएम डा. वीरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझाकर उन्हें चकबंदी कार्य में हुई खामियों को दुरुस्त करवाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। अधिकारियों को सौंपा मांग पत्र: जाम लगा रहे ग्रामीणों के बीच जब अधिकारी पहुंचे तो उन्होंने अपना लिखित मांग पत्र अधिकारियों को सौंपा। जिसके माध्यम से उन्होंने पूरे मामले से अवगत करवाते हुए चकबंदी विभाग की जल्दबाजी के चलते किसानों की कम हुई जमीन को पूरा करवाने की मांग की गई है। Post navigation झूठे नाटक छोड़ किसानों को खाद उपलब्ध करवाए सरकार : राजू मान पुलिस की मौजूदगी में किया गया बाढड़ा इफको केंद्र पर यूरिया का वितरण