-रेडक्रॉस सोसायटी व स्वास्थ्य विभाग की ओर से विश्व एड्स दिवस पर किया गया जागरुक गुरुग्राम। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जैकबपुरा में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस अवसर पर रेडक्रास सोसाइटी गुरुग्राम से वाडन कविता सरकार व सिविल अस्पताल से सिनीयर काउंसलर डॉ. शिखा गर्ग ने विद्यालय में सुबह प्रार्थना के वक्त नौवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा के छात्राओं को एचआईवी एड्स के बारे जानकारी वह बचाव संबंधित जानकारी विस्तार में थी। सिनीयर काउंसलर डॉ. शिखा गर्ग ने कहा कि भारत समेत पूरी दुनिया में एक दिसम्बर को एचआईवी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों में एड्स को लेकर जागरुकता फैलाना है। एड्स एचआईवी ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस से होता है। यह वायरस इंसान के इम्युन सिस्टम को कमजोर करता देता है, जिससे शरीर की बीमारियों से लडऩे की शक्ति खत्म हो जाती है। एड्स से मौत होने की अफवाहों पर कहा कि डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया में 2021 तक 3.84 करोड़ लोग एचआईवी के साथ रह रहे हैं। हर साल लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। अगर किसी के शरीर में यह वायरस है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसकी मौत होने वाली है। वह सही उपचार मिलने पर खुशहाल जिंदगी जी सकता है। कविता सरकार ने कहा कि मिथक यह है कि एचआईवी और एड्स दोनों को एक दूसरे से जोड़ा जा सकता है, लेकिन ये दोनों काफी अलग हैं। अगर डॉक्टर किसी को एचआईवी पॉजिटिव बताते हैं तो इसका मतलब है कि उसके शरीर में एचआईवी का संक्रमण फैल गया है। जबकि एड्स एचआईवी का उन्नत चरण है। एचआईवी वायरस का सीधा हमला शरीर के इम्युनिटी सिस्टम पर होता है, जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है। यह जरूरी नहीं कि एचआईवी से संक्रमित सभी मरीजों को एड्स हो। अगर सही से उपचार हो जाए तो एचआईवी को बढऩे से रोका जा सकता है। एड्स के फैलने के कई कारण हो सकते हैं। प्राचार्य सुशील कुमार कणवा ने कहा कि एड्स एक जानलेवा बीमारी है। इसको खत्म करना सबकी जिम्मेदारी हैं। यह अच्छी बात है कि रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से समय-समय पर विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरुक किया जाता है। रक्तदान शिविर लगाए जाते हैं, ताकि जरूरतमंदों को रक्त मिल सके। इस अवसर पर जैकबपुरा कन्या स्कूल से एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी स्नेह, विद्यालय से वरिष्ठ प्राध्यापक रामकिशन वत्स, नवीन भारद्वाज, प्रीति अग्रवाल, ममता, नीलम शौकीन, रीना, शर्मिला, पूनम मीना मलिक, ओम प्रकाश, डॉक्टर ओमवीर यादव आदि सभी अध्यापक उपस्थित थे। Post navigation गीता जयंती महोत्सव 2 से 4 दिसंबर तक, आमजन के लिए प्रवेश होगा निशुल्क कर्मठ एवं सक्रिय सहयोगियों की मेहनत हीसमारोह की सफलता की गारंटी: डॉ. मंदीप