– 2 दिसंबर को गुरुग्राम तथा बादशाहपुर के विधायक करेंगे महोत्सव का विधिवत उद्घाटन – अध्यापकों के लिए गीता में निहित शिक्षा पर आधारित सेमिनार भी होगा आयोजित – प्रदेश की संस्कृति तथा गीता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाएंगे प्रस्तुत गुरूग्राम, 1 दिसंबर। जिला में 2 से 4 दिसंबर तक आयोजित किए जा रहे गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ 2 दिसंबर को प्रातः 10:00 स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल परिसर में किया जाएगा। गीता जयंती महोत्सव का उद्घाटन गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला तथा बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद द्वारा किया जाएगा। इस दौरान विधायकों द्वारा महोत्सव में लगाई गई प्रदर्शनी का भी विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। महोत्सव में विभागों व धार्मिक संस्थाओं की 25 स्टॉल तथा आजादी के आंदोलन पर आधारित प्रदर्शनी की स्टॉल भी लगाई जा रही है। गीता जयंती महोत्सव में आमजन के लिए प्रवेश निशुल्क रखा गया है। – 2 दिसंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बिखेरी जाएगी छटा ,अध्यापकों के लिए गीता पर आधारित सेमिनार भी किया जाएगा आयोजित इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त निशान्त कुमार यादव ने बताया कि उद्घाटन के उपरांत 2 दिसंबर को अध्यापकों के लिए सेमिनार आयोजित किया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञों द्वारा बताया जाएगा कि गीता में निहित शिक्षा अध्यापकों के लिए किस प्रकार लाभदायक है और वे किस प्रकार इन शिक्षाओं का लाभ अपने प्रोफेशन में उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि गीता जयंती महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमो की भी छटा बिखेरी जाएगी । इस दौरान विभिन्न विद्यालयों से आए स्कूली छात्र -छात्राओं द्वारा प्रदेश के संस्कृति तथा गीता से संबंधित अलग-अलग थीम पर आधारित प्रस्तुति दी जाएगी। 2 दिसंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, कादीपुर तथा शारदा इंटरनेशनल स्कूल , सेक्टर 10 ए के विद्यार्थियों द्वारा अलग-अलग थीम पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। – अलग-अलग विभागों द्वारा लगाई जाएगी 25 स्टॉल- उपायुक्त गीता जयंती महोत्सव में लगाई जाने वाली स्टॉल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में महिला एवं बाल विकास विभाग की कुपोषण से उबरने से संबंधित संदेश देती स्टॉल लगाई जाएगी। यही नही, महिलाओं के कुछ स्वयं सहायता समूह अपने पोषण से भरपूर उत्पाद भी प्रदर्शित करेंगे जोकि बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस दौरान यह भी बताया जाएगा कि किस प्रकार घरों में ही कम लागत में पोषक तत्वों से भरपूर उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं। इसके अलावा, आयुष विभाग द्वारा प्रदर्शनी के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पारंपरिक उपायों व योग क्रियाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जाएगा। जिन विभागों तथा संस्थाओं की तरफ से प्रदर्शनी में स्टॉल लगाने की सहमति आई है उनमें दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम, जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग, आयुष विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम, एचएसआईआईडीसी, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, बागवानी विभाग तथा डीआरडीए शामिल हैं। – स्वयंसेवी संस्थाओं के अलावा सरकारी योजनाओं का दिखेगा समावेश इतना ही नहीं, इस बार लोगों को स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के साथ सरकारी योजनाओं का समावेश देखने को मिलेगा। प्रदर्शनी में स्वयंसेवी संस्थाएं अपने उत्पादों की स्टॉल लगाएंगी और साथ में सरकारी विभाग भी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर आधारित स्टॉल लगाएंगे। प्रदर्शनी में आने वाले लोग पोषक तत्वों से भरपूर कम लागत में तैयार किए गए खाद्य उत्पादों का आनंद उठा सकेंगे। – धार्मिक संस्थाओं के अलावा सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा भी अलग से लगाई जाएगी स्टॉल इनके अलावा, धार्मिक संस्थाएं जैसे श्रीमाता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड, जिओ गीता तथा इस्कॉन आदि द्वारा भी गीता पर आधारित स्टॉल लगाई जाएंगी। महोत्सव में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के संदेश को भी प्रदर्शनी में दर्शाया जाएगा। इसके अलावा एक अन्य स्टॉल में महान स्वतंत्रता सेनानियों के श्रीमद्भगवद्गीता पर विचार भी प्रदर्शित किए जाएंगे। उन्हांेने कहा कि गीता हरियाणा की संस्कृति का प्रमुख आकर्षण है, ऐसे में इसे त्यौहार का रूप देते हुए अधिक से अधिक संख्या में जन भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि आमजन को गीता के महत्व से जोड़ने के लिए विभिन्न प्रचार माध्यमांे का इस्तेमाल करते हुए लोगांे को जोड़ा जा रहा है। Post navigation केंद्रीय मंत्री ने निर्माणाधीन फोरलेन गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग की कार्य प्रगति का किया निरीक्षण स्कूली छात्राओं को बताया…जागरुकता ही है एड्स से बचाव