पुराने मामले को निपटाने के लिए मांगे 20 हजार रुपए रीडर बोला तहसीलदार का भी है हाथ, विजिलेंस ने रंगे हाथ दबोचा भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी तहसील कार्यालय में तहसीलदार के रीडर को विजिलेंस ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। मामले में तहसीलदार से भी पूछताछ की जा रही है। विजिलेंस की टीम दोनों को नारनौल विजिलेंस कार्यालय ले आई है। मिली जानकारी के मुताबिक नांगल चौधरी में रजिस्ट्री करने से पहले जमीन का मौका मुआयना करने की एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए तहसीलदार के रीडर को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। संजय सैनी ने बताया कि एक प्लाट का मामला अक्टूबर 2018 से लम्बित था। एक मामला रामेश्वर बनाम थावर के नाम से तहसील गैर मुमकिन भूमि का एक केस चल रहा था। संजय सैनी का आरोप है कि नगरपालिका क्षेत्र में पड़ने वाली यह जमीन जो करोड़ों रुपए की है और अप्रूव्ड कॉलोनी में पड़ने वाली है, की सुनवाई तहसीलदार नहीं कर सकता। वह उसका निपटारा करने के लिए एक पार्टी से 15 हजार रुपए तहसीलदार ने ले रखे हैं। संजय सैनी के अनुसार उसने राजस्व विभाग और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से संबंधित सभी कागजात तहसीलदार को सौंपें। इस मामले को लेकर वह जब तहसीलदार अजय कुमार सैन से 24 नवंबर को मिला तो उसने अपने रीडर से मिलने को कहा। यहां तहसीलदार ने कहा कि यह कमर्शियल प्लाट है और इसकी रजिस्ट्री बहुत महंगी होगी। कमर्शियल प्लाट की स्टांप ड्यूटी ज्यादा होती है। इस पर संजय सैनी ने तहसीलदार के रीडर राम भरोसे से मुलाकात की। रीडर रामभरोस ने संजय सैनी ने 20 हजार रुपये मांगते हुए कहा कि सुविधा शुल्क देने पर रजिस्ट्री कर दी जाएगी। राम भरोसे ने संजय को आश्वासन दिया कि वह 20 हजार रुपए उसको दे दे, इसके बदले में वह उसके प्लाट की रजिस्ट्री करवा देगा। इस पर संजय ने रजिस्ट्री की तारीख के बारे में पूछा तो रामभरोसे ने बताया कि सोमवार, बुधवार व गुरुवार को रजिस्ट्री होती है। वह सोमवार को आकर रजिस्ट्री करवा ले, लेकिन यह रुपये देने से पहले संजय सैनी ने इसकी शिकायत विजिलेंस नारनौल को कर दी। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस अधिकारी नवल किशोर शर्मा ने जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाकर एक टीम का गठन किया गया। टीम ने पाउडर से रंग किए हुए 20 हजार संजय सैनी को दे दिए। संजय सैनी तहसील कार्यालय पहुंचा और उसने 20 हजार रुपए तहसीलदार के रीडर राम भरोसे को दिए। राम भरोसे ने 20 हजार अपनी पॉकेट में रख लिए। जिस पर संजय सैनी ने टीम को इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही टीम ने राम भरोसे को रंगे हाथों पकड़ लिया। उसकी जेब से रंग लगे 20 हजार रुपए भी बरामद कर लिए। रीडर रामभरोसे ने कहा कि इसमें तहसीलदार अजय कुमार सैन भी शामिल है और उनका हाथ भी है। जिस पर टीम तहसीलदार के पास भी गई और उनसे पूछताछ की। जिसके बाद रीडर को अपने साथ विजिलेंस कार्यालय नारनौल ले आई। Post navigation यह कैसा अन्तिम संस्कार, शव की बड़ी बेकद्री हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें