पहले पुलिस वालों ने गाड़ी छीनी, शिकायत दर्ज करवाने पर पिटाई हवलदार ने लठमार कर तोड़ दिया हाथ, दौगड़ा चौकी के तीन कर्मियों पर मामला दर्ज भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। महेंद्रगढ़ पुलिस की बर्बरता का एक कारनामा सामने आया है। दौंगड़ा पुलिस चौकी में बोलेरो की गाड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाने गए गांव भालखी के एक व्यक्ति कंवर सिंह को पुलिस कर्मियों ने बेरहमी से लाठी-डंडों से पीटा। पुलिस की पिटाई से उसके हाथ में फैक्चर हुआ है और शरीर पर भी चोटों के काफी निशान है। उसे एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया। पुलिस ने अपने ही हवलदार और दो सिपाहियों के खिलाफ धारा 323, 325, 506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है, पुलिस की छानबीन जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महेंद्रगढ़ के गांव भालखी निवासी कंवर सिंह बीज का काम करता है। गत 18 नवंबर को रात्रि लगभग 10 बजे वह अपने नए गोदाम से पुराने गोदाम की तरफ अपनी बोलेरो गाड़ी से आ रहा था। उसके गांव का राजेंद्र भी उसके साथ था। वह राजेंद्र को गाड़ी से उसकी ढाणी के पास उतार रहा था। उसी समय दौगड़ा की तरफ से एक बोलेरो गाड़ी आई जिस पर नीले रंग की बत्ती लगी हुई थी। गाड़ी से दो व्यक्ति नीचे उतरे और उनसे पूछा कि यहां कैसे खड़े हो। इसके बाद वह उसकी बोलेरो गाड़ी को जबरन अपने साथ ले गए। अपनी गाड़ी छीनने के बारे में वह रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए जब डोंगड़ा पुलिस चौकी में गया तब वहां पर हवलदार राजेश व दो अन्य पुलिसकर्मी थे। राजेश ने उसे कहा कि किसी से कर्जा ले रखा होगा, जो तेरी गाड़ी ले गया होगा। उसने किसी प्रकार के कर्ज से मना किया। आरोप है कि हवलदार राजेश ने चौकी में रखी लाठी से उस पर हमला कर दिया। हवलदार ने पूछने पर कहा कि जान से मार दूंगा। झूठी रिपोर्ट क्यों दे रहा है। पुलिस चौकी में उसे बुरी तरह से पीटा गया । उसके बाद वह किसी तरह घर पहुंचा और परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर गए। डॉक्टरी जांच में उसके दाहिने हाथ में फैक्चर मिला वशरीर पर भी चोटों के काफी निशान हैं । हाथ पर प्लास्टर किया गया है। डॉक्टर ने इलाज करने के बाद 20 नवंबर को उसे छुट्टी दे दी। घर लौटने के बाद उसने पुलिस में हवलदार और दो अन्य सिपाहियों के खिलाफ शिकायत दी । उसे अब पता चला कि उसकी गाड़ी तो सीआईए स्टाफ महेंद्रगढ़ वाले ले गए हैं। स्वच्छ और पारदर्शिता पुलिस देने का दावा करने वाले पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के मातहत आखिर आम आदमी के साथ इतनी बेरहमी से पेश क्यों आ रहे हैं। इस निर्दयता और बर्बरता कार्रवाई के खिलाफ आखिर आरोपी पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित क्यों नहीं किया गया। इस प्रकार के पुलिस कर्मचारी ने केवल जिला पुलिस की छवि को दाग लगा रहे हैं बल्कि मनोहर लाल खट्टर तथा अनिल विज की छवि को भी ठेस पहुंचा रहे हैं। अब पुलिस ने अब कंवर सिंह की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए अपने हवलदार राजेश कुमार और 2 अन्य सिपाहियों के खिलाफ मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस की छानबीन जारी है। अभी किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। Post navigation यूरिया के लिए किसानों ने हैफेड केन्द्र पर गुजारी रात नारनौल में रोडवेज कर्मियों की हड़ताल …… महाप्रबंधक द्वारा मांगों पर कार्रवाई न करने पर भड़के कर्मचारी