नारनौल में रोडवेज कर्मियों की हड़ताल …… महाप्रबंधक द्वारा मांगों पर कार्रवाई न करने पर भड़के कर्मचारी

30 बसों का चक्का जाम ………………………हड़ताल के बीच सांझा मोर्चा दो फाड़, आधे कर्मियों का धरना, आधे काम पर

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। नारनौल में रोडवेज सांझा मोर्चा के कर्मचारियों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की। कर्मचारियों की हड़ताल का असर रोडवेज बसों के संचालन में पड़ा। हड़ताल के कारण 30 बसें नहीं चलीं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि सांझा मोर्चा दो फाड़ हो गया। जिसके बाद कुछ कर्मचारी हड़ताल में शामिल नहीं हुए।

सांझा मोर्चा प्रधान अनिल भीलवाड़ा ने कहा कि उन्होंने 20 दिन पूर्व रोडवेज महाप्रबंधक को 21 सूत्री मांग पत्र दिया था। लेकिन 20 दिन बीत जाने के बाद भी महाप्रबंधक ने उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया । इस दौरान कर्मचारियों ने दो बार जीएम से मुलाकात भी की। इसके बावजूद जीएम केवल कर्मचारियों को आश्वासन देते रहे तथा मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि उन्होंने 9 नवंबर को रिमाइंडर भी दिया था।

उन्होंने बताया कि 21 नवंबर को सुबह 10 बजे सभी यूनियनों की मीटिंग हुई और सभी यूनियनों के साझा मोर्चा ने महाप्रबंधक को मांगपत्र दिया तथा 1 दिन का समय मांगा। लेकिन महाप्रबंधक 22 नवंबर तक भी कर्मचारियों को संतुष्ट नहीं कर पाए। जिसके चलते उन्होंने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है।

सांझा मोर्चा हड़ताल को लेकर दो फाड़ हो गया । मोर्चे के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुमार ने बताया कि महाप्रबंधक ने कर्मचारियों की अनेक मांगे मान ली है। कुछ मांगे शेष है जिन को मानने का आश्वासन दिया है। ऐसे में हड़ताल पर जाने का कोई औचित्य नहीं है।

कर्मचारियों की हड़ताल के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रियों को बसों के लिए एक-एक घंटा इंतजार करना पड़ा। वहीं रोडवेज डिपो का कामकाज भी प्रभावित रहा। 30 के लगभग बसें न चलने पर रोडवेज को भी नुकसान झेलना पड़ा।

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