खाद के लिए रात 12 बजे से ही आग जलाकर बैठे किसान, फसल बचाने की चिंता

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। महेंद्रगढ़ में रेलवे रोड पर स्थित है हैफेड गोदाम के बाहर यूरिया खाद लेने के लिए महिला व पुरुषों की लंबी-लंबी लाइनें लगी सोमवार सुबह लगी रही। इनमें से कुछ किसान तो रात्रि 12 बजे से और कुछ 2 बजे आकर लाइन में लगे। सर्दी होने के कारण आग के सहारे बैठकर रात्रि बिताई। शनिवार को भी उन्हें खाद नहीं मिला, इस वजह से आज जल्दी आना पड़ा। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसानों को समय पर खाद उपलब्ध करवाएं।

यूरिया खाद लेने आए महिला व पुरुषों ने बताया कि जब सरसों की बिजाई हुई थी तब डीएपी खाद की कमी थी। अब जब सरसों में यूरिया खाद डालने का समय आया तब फिर दोबारा यही परेशानी हो गई। वहीं खाद लेने आए किसान मक्खन लाल खातोद ने बताया कि वह रात्रि 2 बजे खाद बिक्री केंद्र के बाहर सर्दी में अलाव लगाकर उसके सहारे बैठा था, क्योंकि शनिवार को भी वह आया था, लेकिन उसे खाद नहीं मिला। अगर अब खाद नहीं मिलता है तो हमारी फसल को भारी नुकसान होगा।
वही गांव बूड़ीन निवासी यादराम ने बताया कि वह रात्रि 12 हैफेड गोदाम के बाहर से सोया था ताकि उसको सुबह जल्दी खाद मिल सके। शनिवार को भी लंबी लाइन होने के कारण उसको खाद नहीं मिला था, उसे खाली हाथ घर लौटना पड़ा था।

खाद लेने आई महिलाओं का कहना है कि हम सुबह से ही अपना घर का कामकाज छोड़कर बिना कुछ खाए पिए यहां खाद लेने के लिए लाइन में लगी हुई है। घर में छोटे-छोटे बच्चे छोड़ कर आई है, वह कैसे स्कूल जाएंगे। अभी यह भी कुछ नहीं कहा जा सकता कि आज हमें खाद मिलेगा कि नहीं। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसानों को समय पर खाद उपलब्ध करवाया जाए जिससे वह अपनी रोजी-रोटी चला सके। उनका केवल कृषि पर ही जीवन यापन होता है।

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