भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। आदमपुर उपचुनाव की कल गिनती होनी है, परिणाम सामने आएगा। यह तय लग रहा है कि कांग्रेस के जयप्रकाश और भाजपा के भव्य बिश्नोई के अतिरिक्त 20 उम्मीदवारों की जमानत जब्त होगी। जयप्रकाश और भव्य में कांटे का मुकाबला रहेगा।

याद करें 2017 का चुनाव। कांग्रेस की ओर से कुलदीप बिश्नोई उम्मीदवार थे, भाजपा से सोनाली फौगाट और जजपा से रमेश थे और ये तीनों नंबर एक, दो और तीन पर थे। वर्तमान चुनाव में ये तीनों एक साथ हैं। गत चुनाव में इनको लगभग 1 लाख 13 हजार वोट प्राप्त हुए थे।

अत: माना यह जाना चाहिए कि वर्तमान में इनको यदि इन्हें जनता पसंद कर रही है तो उन्हें इनसे अधिक वोट मिलने चाहिए और यदि जनता इनकी कार्यशैली को सामान्य मानती है तो वोट 1 लाख 13 हजार से 10-5 हजार कम मिलने चाहिएं लेकिन वर्तमान में जैसे अनुमान सामने आ रहे हैं, इन्हें 70 हजार वोट मिलते दिख नहीं रहे।

ऐसी स्थिति में यह कहना कि यह भाजपा की नैतिक हार है, शायद पाठकों को अनुचित नहीं लगेगा। सीट के हार-जीत का निर्णायक परिणाम तो कल गिनती के बाद ही पता लगेगा लेकिन यह अपने आपमें आश्चर्यजनक बात है कि जो भाजपाई चुनाव से पूर्व भव्य की भव्य जीत के नारे दे रहे थे, उनकी ओर से चुप्पी छाई हुई है। इससे आंकलनों की सत्यता पर विश्वास होता है।

माना यह जा रहा है कि अधिक से अधिक 5 हजार वोटों से जयप्रकाश या भव्य विजय प्राप्त कर सकते हैं। भव्य की विजय को बताने वाले साथ में यह भी कह देते हैं कि वह सत्ता पक्ष का उम्मीदवार है। अत: सत्ता पक्ष का लाभ मिलने से हार मुमकिन नहीं।

कल परिणाम आने के पश्चात इस चुनाव के निर्णय पर मंथन भाजपा, कांग्रेस, इनेलो और आप पार्टी अवश्य करेंगे और अपनी-अपनी स्थिति का आंकलन करेंगी। हम भी प्रयास करेंगे अपना मंथन लेकर आने का।

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