बलवान सिंह, प्रदेश संयोजकएआईडीवाईओ हरियाणा गुड़गांव: 5 नवंबर 2022 – युवा संगठन – ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीवाईओ) हरियाणा सरकार द्वारा पीजीआईएमएस रोहतक में जायज मांग को लेकर लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे एमबीबीएस छात्रों को रात ढ़ाई बजे जबरन गिरफ्तार करने के घृणित कृत्य की घोर निन्दा करता है। वे एमबीबीएस की 40 लाख फीस वृद्धि के खिलाफ दिन रात के प्रतिवादी धरने में बैठे थे। छात्रों के प्रति हरियाणा सरकार का यह रवैया कायराना और तानाशाही पूर्ण है। दमन करके सरकार छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों की हत्या कर रही है। एआईडीवाईओ के प्रदेश संयोजक बलवान सिंह ने बताया कि जरूरत इस बात की थी कि भाजपा सरकार पहल करके छात्रों की बातें सुनती और उसका समाधान करती। लेकिन ऐसा न करके सरकार उनके आंदोलन का भीषण दमन कर रही है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 40 लाख फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन कर रहे एमबीबीएस छात्रों व डॉक्टरों को पुलिस देर रात जबरन उठा कर बसों में भरकर ले गई। छात्र और छात्राओं के साथ बदसलूकी की, मार पीट की और सर्दी की रात में पानी की तेज बौछारें मारी। हरियाणा सरकार छात्रों की बातें सुनने की बजाए सत्ता के नशे में चूर तानाशाही पर उतारू है। युवा नेता ने कहा कि छात्रों की मांगे एकदम जायज है, शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करना व अपनी जायज मांगों को उठाना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। एआईडीवाईओ हरियाणा सरकार से मांग करता है कि छात्रों को तुरंत रिहा करे व उनकी बात सुनें और बेतहाशा फीस वृद्धि व छात्र विरोधी बांड पालिसी वापस ले अन्यथा एआईडीवाईओ युवाओं और शिक्षा व जनवाद प्रिय लोगों को शामिल करते हुए सरकार के इस तानाशाही पूर्ण कदम के खिलाफ व शिक्षा, चिकित्सा और लोकतांत्रिक अधिकारों को बचाने के लिए जोरदार आंदोलन करेगा। Post navigation मुख्यमंत्री ने गुरूग्राम में लगभग 141 करोड़ रूपए की दो बड़ी परियोजनाएं की जनता को समर्पित कश्मीरी पंडितों की राष्ट्रीय क्रिकेट लीग गुरुग्राम में