युवाओं को सही दिशा देकर संस्कारित करने में संत महात्मा दें योगदान

सेक्टर-47 में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद इस्टिट्यूट ऑफ वैल्यूज प्रदेश का पहला केंद्र हुआ शुरू

चंडीगढ़, 2 नवंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि संत महात्मा समाज को दिशा देते हैं। उन्होंने युवाओं की तुलना वायु से करते हुए कहा कि जिस प्रकार वायु की कोई दिशा नहीं होती, जिधर दबाव होता है उसी तरफ वायु चली जाती है, उसी प्रकार युवाओं को भी सही दिशा देना जरूरी है, जिसमें संत महात्माओं की महत्वपूर्ण भूमिका है, उन्हें संस्कारित करना जरूरी है।

    मुख्यमंत्री आज गुरूग्राम के सेक्टर-47 में नवनिर्मित राम कृष्ण मिशन विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ वैल्यूज के प्रदेश के पहले केंद्र में ऑडिटोरियम का उद्घाटन करने उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में रामकृष्ण मिशन की ओर से मुख्यमंत्री को शॉल व स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया गया। 

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श हैं। वर्तमान परिवेश में युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों से अवगत कराया जाए ताकि वे प्रेरित होकर सन्मार्ग पर चलें। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के चित्र के सामने जाते ही युवाओं में जोश भर जाता है। स्वामी विवेकानंद जी के समय संस्कारयुक्त शिक्षा का जो पौधा लगाया गया था, आज वह वट वृक्ष का रूप लेकर न केवल देश में अपितु पूरे संसार में उनके विचारों का प्रचार प्रसार कर रहा है। स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र था। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्वामी विवेकानंद की सोच को अपनाये हुए हैं और उन्हीं के विचारों को अपनाते हुए देश को एक सूत्र में पिरोने में लगे हैं।  एक भारत श्रेष्ठ भारत उनको सोच का केंद्र बिंदु हैं।  देशवासियों में आपस में सांस्कृतिक विचारों का आदान प्रदान हो और सभी एकजुट रहें। उन्होंने कहा कि देश को अखण्ड रखना भी संत महात्माओं की परंपरा से आया है। आदि शंकराचार्य ने सारे देश का भ्रमण कर देश को एकसूत्र में बांधा था। उन्होंने कहा कि समाज को अहिंसा, दया, मानवता, सदाचार, सेवा आदि के भाव संत महात्मा ही देते हैं। वर्तमान राज्य सरकार संत महात्माओं को सम्मान दे रही है, उनके विचारों का प्रसार करने के लिए उनकी जयंती मना रही है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की धरती संत महात्माओं की धरती है। यहां से भगवान श्रीकृष्ण ने पूरी मानवता को गीता का दिव्य संदेश दिया था। उन्होंने बताया कि गीता के संदेश को प्रसारित करने के लिए कुरूक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया जाता है। गीता के संदेश का प्रसार पूरी दुनिया में करने के लिए मॉरीशियस, कनाडा, यूके में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रम आयोजित करवाए गए और अब ऑस्ट्रेलिया में इंडियन डायस्पोरा से भी वहां पर गीता जयंती के कार्यक्रम आयोजित करने की मांग आ रही है।

उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है जहां आबादी का दो तिहाई हिस्सा औसत 35 वर्ष की आयु के करीब है।  आज वैश्विक पटल पर विभिन्न देशों में हुए परिवर्तन के बाद वहां की आबादी में बड़ी आयु के लोगों की संख्या अधिक है। हमारे देश के शिक्षित व संस्कारयुक्त युवाओं की काफी देशों में डिमांड है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य के रूप में मानव भी एक संसाधन ही है। हमारे देश में संस्कारित करने का कार्य पहले किया जाता है व बाद में उसे कौशल शिक्षा प्रदान की जाती है। अगर इन दोनों गुणों का मिश्रण सही हो तो वह व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने में चला जाए वहां अपने कार्यों व विचारों से एक अच्छी छाप ही छोड़ेगा। मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद जी के शिकागो में दिए गए उद्धबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि सभा में उनके पहले वाक्य ‘माई डियर ब्रदर एंड सिस्टर्स ऑफ अमेरिका’ पर काफी देर तक उपस्थित लोगों ने खड़े होकर उनके सम्मान में तालियां बजाई थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार भौतिक विकास जैसे कि रेल, सड़क, भवन, स्कूल व अस्पताल के निर्माण का रचनात्मक कार्य करती हैं लेकिन संत महात्मा मनुष्य का निर्माण करते हैं जो निश्चित रूप से संस्कार व शिक्षा के साथ देश को आगे बढ़ाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है की आज इस संस्था के 200 केंद्र है,आज हरियाणा में यह पहला केंद्र गुरुग्राम में शुरू हुआ है।

आयोजकों की तरफ से गुरूग्राम के सेक्टर-47 में स्वामी रामकृष्ण मिशन को केंद्र निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करवाने पर स्वामी शांति आत्मानंद ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस अवसर पर मिशन के उपाध्यक्ष स्वामी गौत्मानंद, सचिव स्वामी शांति आत्मानंद सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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