पुलिस आत्महत्या मान रही है ग्रामीण इसे हत्या बता रहे हैं
ग्रामीणों का आरोप पुलिस दबाव में कर रही है काम
मृतक का मोबाइल न मिलना तथा पहनी हुई शर्ट का बदला जाना ग्रामीणों के संदेह की जड़
गांव में हुई पंचायत में शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए ग्रामीण
पंचायत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी और शिकायत के आधार पर हत्या को लेकर मामला दर्ज करने और उच्चस्तरीय जांच की मांग

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। गांव खातोदड़ा के सरपंच प्रत्याशी हरपाल उर्फ बबली की मौत का मामला रहस्यमय होता जा रहा है। जीआरपी और महेंद्रगढ़ थाना प्रभारी ने इसे सुसाइड करार दिया है। पुलिस ने डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाने का अनुमान लगाया है। जबकि ग्रामीणों का कहना है यह सीधी सीधी हत्या का मामला दिखाई दे रहा है। ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस किसी विशेष दबाव में आकर गुमराह कर रही है । आज सुबह शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों ने शव लेने से इनकार कर दिया । इसके बारे में ग्राम में पंचायत आयोजित की जाएगी और उस में फैसला लिया जाएगा।

माहौल बिगड़ते देख अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया । इसके बाद गांव में कई घंटे तक चली पंचायत के बाद ग्रामीण डीएसपी कनीना रणवीर के आश्वासन के बाद हरपाल का शव उठाने को राजी हुए। डीएसपी ने कहा कि उनके कहा अनुसार ही एफआईआर दर्ज की जाएगी। इसके बाद ग्रामीण मान गए।

इसी बीच गांव में बबली की मौत को लेकर हुई पंचायत में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए। मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई। ग्रामीणों में पुलिस के प्रति नाराजगी देखकर कनीना के डीएसपी रणवीर सिंह मौके पर पहुंचे । ग्रामीणों ने हरपाल की मौत को लेकर नई शिकायत दी। जिसमें उसकी हत्या की बात कही । डीएसपी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पुलिस हर एंगल से जांच करेगी जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हत्या हुई तो इसमें भी दूध का दूध और पानी का पानी किया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने हरपाल का शव नागरिक अस्पताल से उठाया।

ग्रामीणों का आरोप था कि महेंद्रगढ़ पुलिस जानबूझकर उन्हें दादरी लेकर गई जहां कोई सबूत नहीं मिल पाया। मृतक की गाड़ी रविवार को आजमनगर सिहार के पास से रोड पर बरामद की थी। गाड़ी के अंदर चाबी भी लगी हुई थी। इसकी जानकारी ग्रामीणों ने ही पुलिस को दी थी। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि हरपाल उर्फ बबली नारनौल के बस स्टैंड तक देखा गया फिर पुलिस उन्हें दादरी क्यों लेकर गई?

ग्रामीणों का दूसरा आरोप है कि हरपाल उर्फ बबली घर से सफेद शर्ट पहन कर गया था। रेलवे ट्रैक पर दूसरी शर्ट मिली है। इसके साथ मृतक का मोबाइल शव के पास नहीं मिला और ना ही पुलिस उसे अभी तक बरामद कर पाई। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि भला कोई मरने वाला व्यक्ति जूते जुराब निकाल कर मरता है। पुलिस यह भी कह रही है कि मृतक के जूते जुराब के अंदर एक पर्ची मिली जिसमें उसका नाम पता और मोबाइल नंबर थे। तो भला मरने से पहले वह अपना पता जुराब में कैसे रखेगा जबकि इंसानी आदत के अनुसार वह प्रमुखता अपनी शर्ट की जेब या पैंट की जेब को देता है। इसके साथ मृतक हरपाल के सिर में चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं। यह सब सबूत उसकी हत्या किए जाने के संदेह को बढ़ा रहे हैं।

बता दें कि गांव खातोदड़ा के सरपंच पद के उम्मीदवार हरपाल उर्फ बबली शनिवार सुबह 8:30 बजे महेंद्रगढ़ बाजार जाने की कहकर निकला था। इसके बाद वह घर पर नहीं गया और फोन पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा था। मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था। उनके गायब होने की वजह से रविवार को ग्रामीणों ने जिला परिषद एवं पंचायत समिति के चुनावों का बहिष्कार कर दिया था। सूचना पाकर एसपी विक्रांत भूषण एवं डीसी डॉ. जयकृष्ण आभीर भी पहुंचे थे। उन्होंने जल्द ही हरपाल का पता लगाने का आश्वासन दिया था लेकिन ग्रामीण चुनाव के बहिष्कार पर अड़े रहे थे।

रविवार की रात को नारनौल जीआपी इंचार्ज उपनिरीक्षक कुष्ण कुमार सूचना मिली कि गांव तोबड़ा फतनी के बीच (अटेली के पास) ट्रैक पर कटा हुआ शव पड़ा है। मृतक की उम्र 50 वर्ष के लगभग है। मौके पर जाकर जीआरपी इंचार्ज कृष्ण कुमार ने शव को कब्जे में लेकर नारनौल नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। सोशल मीडिया पर मृतक का फोटो डाला तथा गांव खातोदड़ा में भी इस संबंध में अवगत करवाया गया। सूचना पाकर सोमवार को दोपहर बाद परिजन मौके पर पहुंचे और शव की पहचान कर ली।

बोर्ड से करवाया पोस्टमार्टम:

परिजनों ने मृतक का पोस्टमार्टम बोर्ड से करवाए जाने की मांग की थी। इसके बाद तीन चिकित्सकों की टीम ने उसका पोस्टमार्टम किया।

जुराब से मिली घर के पता की पर्ची

थाना प्रभारी महेंद्रगढ़ इंसपेक्टर मूलचंद तंवर ने बताया कि मृतक ने रविवार रात को मालगाड़ी के नीचे अचानक आकर सुसाइड किया है। जीआरपी को रेल की पटरी के पास से जुत्ते जुराब भी मिले हैं। जुराब के अंदर अपना नाम, घर का पता तथा अपने साथियों के मोबाइल नंबर लिखे हुए थे। इसी तरह जीआरपी पुलिस ने जुराब से एक पर्ची मिलने का दावा जताया था। दोनों पुलिस इसी एक थ्योरी पर काम कर रहे थे, और दोनों ने डिप्रेशन में होने का अनुमान लगाया था ।

टैक्सी चलाता था हरपाल

हरपाल टैक्सी ड्राइवर था और वह गुरुग्राम में कार आदि टैक्सी के रूप में चलाता था। उसके तीन बच्चे हैं। दो लड़कियों की शादी कर दी है। एक बेटा नेवी में लगा हुआ है और उसका कुछ दिनों पहले रिश्ता भी किया था। वह पहली बार ही वोटों में खड़ा हुआ था।

पंचायत के चुनाव पर भी बना संशय

गांव खातोदड़ा में हरपाल की मौत की सूचना मिलने पर माहौल बदल गया। गांव में सन्नाटा छा गया और पूरा गांव गमगीन हो गया। सरपंच उम्मीदवार की मौत की वजह से पंचायत चुनाव पर भी संशय बना गया है। नियम के अनुसार किसी चुनाव में उम्मीदवार की मौत होने के बाद चुनाव को स्थगित कर दिया जाता है।

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