सामाजिक संस्था के लोगों और हड़ताली कर्मचारियों में तनातनी
हड़ताली कर्मियों ने वापिस सड़कों पर डाली गंदगी, पुलिस बुलानी पड़ी
नारनौल में भी सफाई करने झाड़ू लेकर उतरे जागरूक लोग

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहरों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। गुरुवार को महेंद्रगढ़ में विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने मिलकर सफाई अभियान शुरू किया। वहीं दूसरी ओर नगरपालिका के पार्षदों ने उप प्रधान की अगुवाई में सफाई अभियान चलाया ।‌ जब सफाई कर्मियों को इसका पता चला तो वह भी मौके पर पहुंच गए और सफाई अभियान का विरोध किया। वही नारनौल में सामाजिक कार्यकर्ता, पूर्व पार्षद तथा जन परिवेदना समिति महेंद्रगढ़ के पूर्व सदस्य शहर में फैले कचरे को लेकर स्वयं झाड़ू लेकर सफाई करने सड़क पर निकले। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ में सामाजिक संस्थाओं द्वारा सफाई अभियान में रुकावट डालना हड़ताली कर्मचारियों की गलत हरकत है। श्री गौड़ ब्राह्मण सभा नारनौल के कॉलेजियम मेंबर विजय गोस्वामी ने भी सरकार से मांग की है कि हड़ताली सफाई कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें।

नगर पालिका महेंद्रगढ़ के हड़ताली कर्मचारियों ने सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा उठाया गया कूड़ा फिर से सड़कों पर बिखेर दिया। कर्मियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोनों पक्षों के लोगों में इस दौरान तनातनी भी देखी गई। काफी देर तक सफाई कर्मियों और कूड़ा उठाने वालों में हंगामा रहा । स्थिति न बिगड़े मौके पर पुलिस बुलाई गई।

व्यापार मंडल महेंद्रगढ़ के प्रधान सुरेंद्र बंटी ने बताया कि अब शहर के लोग कूड़े को लेकर काफी परेशान हो गए हैं क्योंकि गुरुवार को शहर में सफाई अभियान हुए 9 दिन हो गए। जिस कारण हर गली मोहल्ले में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं । इसे आने जाने वाले लोगों को घरों व दुकानदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुकानदार स्वयं दुकानों के आगे सफाई की पहल कर रहे हैं।

उन्होंने लोगों से अपील की थी कि अगर सरकार सफाई कर्मचारियों की मांगे बुधवार तक मान लेती है तो ठीक है, नहीं तो गुरुवार को शहर के लोग व सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोग मिलकर प्राइवेट साधनों के माध्यम से कुड़े को उठाएंगे और सफाई अभियान शुरू करेंगे । आज शहर में सफाई अभियान शुरू किया गया तभी सफाई कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। विरोध स्वरूप नारेबाजी की जिस पर सफाई कर्मचारियों को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया । उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं।

नगर पालिका महेंद्रगढ़ उप प्रधान मंजू कौशिक ने बताया कि हम सुबह से सफाई अभियान में लगे हुए हैं । जबकि सफाई कर्मचारी हमें काम नहीं करने दे रहे । एकत्रित किया हुआ कूड़ा भी वाहन से वह वापस सड़क पर डाल रहे हैं। अब हमने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा ली है। जल्दी ही मौके पर महिला कर्मी भी पहुंच जाएगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि सफाई कर्मचारी नगर पालिका महेंद्रगढ़ के अंदर खड़े पालिका वाहनों को बाहर नहीं आने दे रहे।

सफाई कर्मचारी संगठन महेंद्रगढ़ के प्रधान पूर्ण कुमार ने बताया कि हमारी हड़ताल को 9 दिन हो गए हैं। अब हड़ताल 3 दिन के लिए और बढ़ा दी गई है । गुरुवार को शहर के लोगों द्वारा सफाई अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि शहर के लोगों को हमारा साथ देना चाहिए लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि वह किसी भी पालिका वाहन को पालिका परिसर से बाहर नहीं निकलने देंगे।

नारनौल में उतरे सफाई करने

महेंद्रगढ़ शहर में सफाई अभियान में रुकावट डालने वाले सफाई कर्मचारियों के रवैये को गलत ठहराते हुए पूर्व पार्षद दयानंद सोनी ने कहा कि हड़ताली सफाई कर्मचारी सरकार में बैठे जनप्रतिनिधियों का विरोध स्वरूप उनके घरों के आगे कूड़ा डाल सकते है, किंतु विभिन्न सार्वजनिक स्थानों एवं निजी प्रतिष्ठानों के पर व्यापारियों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों को सफाई अभियान करने से रोकना जनविरोधी एवं अनुचित हैं।

आज जैसा कि महेंद्रगढ़ में सफाई कर्मचारियों ने व्यापारियों को सफाई करने से रोकना अनुचित हैं। सफाई कर्मचारियों को यदि अपनी मांगे मनवानी है तो हड़ताल करे, विरोध प्रदर्शन करे, जनप्रतिनिधियों का विरोध स्वरूप उनके घरों के आगे गंदगी के ढेर करें, किंतु आमजन को सफाई अभियान करने से रोकना सरासर गलत है। आमजन सफाई कर्मचारियों की जायज मांगो के पक्षधर है। ऐसे में आज हर गली, मौहल्लों, बाजारों में गंदगी के प्रकोप से डेंगू, मलेरिया जैसी भयानक बिमारियाँ फैल रही है। तो जनता अपने स्वास्थ्य के लिए सफाई अभियान करेती है तो उसे रोका नहीं जाना चाहिए।

श्री सोनी ने कहा कि आमजन हर प्रकार के टैक्स सरकार को देती हैं तो इस समस्या का हल सरकार तुरंत करें। इस समस्या का असली दोषी सरकार में बैठे जनप्रतिनिधि है हड़ताली सफाई कर्मचारी अपने उद्देश्य से ना भटके।

श्री गौड ब्राह्मण सभा नारनौल के कॉलिजियम सदस्य विजय गोस्वामी ने सरकार से मांग की कि वह 48 सफाई कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें। उन्होंने हड़ताली कर्मचारियों से भी अपील की कि वह सफाई करते सामाजिक संगठन के लोगों के काम में रुकावट ना डालें। यदि हड़ताली सफाई कर्मचारियों का यह अड़ियल रवैया रहेगा तो वह जनता की सहानुभूति खो देंगे।

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