बजघेड़ा निवासी पूनम द्वारा फूलों को रीसाइक्लिंग की मिसाल
दिवाली सरस मले में ‘रीसाइकल्ड फ्लॉवर प्रोडक्ट्स’ की धूम
मंदिरों में चढ़ाए गए फूलों को रिसाइकिल कर प्रोडक्ट्स बनाएं
पूनम 2 हजार से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुकी
तेरा तुझको अर्पण’ के नाम से 2019 में स्टार्टअप शुरु किया
गुरुग्राम निवासी पूनम के इस प्रोडक्ट्स को हाथोंहाथ ले रहे

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। गुरुग्राम के सेक्टर 29 में चल रहे सरस मेले  के स्टॉल नंबर 216  पर मौजूद पूनम सेहरावत ने फूलों को रीसाइक्लिंग करने की अनूठी मिसाल पेश कर रही है. । गुरुग्राम के बजघेड़ा गांव से पूनम सेहरावत ने रोजाना मंदिरों पर चढ़ाए गए कई कुंतल फूलों को बर्बाद होते देख उसे रीसाइक्लिंग करने की पहल की और इन सूखे फूलों से बेहतरीन बिज़नेस शुरु किया. पूनम ने गुरुग्राम की शीतला माता मंदिर सहित 25 बड़ी मंदिरो में खाली ड्रम डस्टबिन के रुप में रखवाएं , ताकि उसमें सूखे हुए फूल इकट्ठा कर सकें. ।

स्कूलों में इस कला का प्रशिक्षण दिया
इसके बाद इन सूखें हुए फूलों को छांव में सुखा कर इससे धूपस्टिक, स्वस्तिक, दिया, ओम, श्री, शुभ लाभ और गणेश सहित अलग अलग सामान बनाए. ये सभी उत्पाद पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित हैं और इनमें 80 प्रतिशत फूल, 15 प्रतिशत हर्ब और 5 प्रतिशत उपला है। गुरुग्रामवासी पूनम के इस प्रोडक्ट्स को हाथोंहाथ ले रहे हैं। पूनम ने इसकी शुरुआत ‘तेरा तुझको अर्पण’ के नाम से 2019 में स्टार्टअप के रुप में किया और इस अब काम में 12 महिलाओं का रोज़गार दे रही है. पूनम 2 हज़ार से अधिक महिलाओं को अपनी ये कला सिखा चुकीं है । जिसमें कश्मीरी प्रवासी महिलाएं भी शामिल हैं. । इसके अलावा पूनम ने भारतीय सेना, मैनेजमेंट स्कूल सहित दिल्ली के कई स्कूलों को अपनी इस कला का प्रशिक्षण दे चुकीं हैं. । पूनम फूलों को रीसाइक्लिंग करने की अपनी कला का विस्तार करने जा रही हैं और मंदिरों के बाद अब मज़ारों और गुरुद्वारों से भी फूलों को इकठ्ठा करने का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है. । ‘तेरा तुझको अर्पण’ के नाम से पूनम की संस्था स्वच्छ भारत अभियान और महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश की है । जिसकी ऊड़ान को ग्रामीण विकास मंत्रालय के सरस मेले जैसे कार्यक्रम ने नई परवाज़ दी है.।

पूनम पहली बार सरस मेले में शामिल
पहली बार सरस मेले में शामिल होने वाली पूनम अपने ही शहर में मिल रहे प्यार से बहुत उत्साहित हैं.। इस सरस मेले में पूनम को गुरुग्राम से भी फूलों को रीसाइक्लिंग करने कई प्रस्ताव मिलें चुके हैं.। पूनम ग्रामीण मंत्रालय की इस पहल की आभारी हैं, जिसने देश के छुपी हुई ग्रामीण प्रतिभाओं को इतना बड़ा मंच प्रदान किया है। स्वंय सहायता समूह की ग्रामीण महिलाओं की आजीविका थीम पर आधारित इस सरस मेलें में देश के 27 राज्य भाग ले रहे हैं। रविवार तक चलने वाले इस सरस मेले में क्राफ़्ट, क्यूज़ीन और कल्चर की अनूठा क्रिएशन है। जहां देश भर से आए हुनरमंदों को ग्रामीण मंत्रालय मंच, मौका और मार्किट उपलब्ध करा रहा है. । रविवार तक चलने वाले इस मेले में एंट्री और पार्किंग फ्री है।

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