संविधान के द्वारा ही आम आदमी की सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित हुई संविधान की बदौलत ही मिला सभी को शिक्षा और मतदान का अधिकार आरक्षित विधानसभा क्षेत्र पटौदी में बाबा साहेब की लगाई जाए प्रतिमा फतह सिंह उजाला गुरुग्राम / पटौदी । भारतीय संविधान वास्तव में भारतीय लोकतंत्र की आत्मा है। जिस प्रकार आत्मा के बिना हमारा शरीर केवल मात्र एक ढांचा है। इसी प्रकार से संविधान के बिना सामाजिक व्यवस्था की कल्पना भी नहीं की जा सकती है । भारत देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है । यहां की लोकतांत्रिक व्यवस्था पूरी दुनिया के लिए अभी भी एक उदाहरण और प्रेरणा बनी हुई है । यह बात हरियाणा प्रदेश कांग्रेस एससी सेल की महासचिव सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट कांग्रेस नेत्री श्रीमती पर्ल चौधरी ने कांग्रेस पार्टी के दिल्ली में आयोजित संविधान रक्षक समारोह से लौटने के उपरांत कही। दिल्ली मैं कांग्रेस पार्टी के द्वारा आयोजित संविधान रक्षक समारोह में मुख्य रूप से कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल सहित तमाम वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे। कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी ने कहा कि आज ही के दिन 26 नवंबर को वर्ष 1949 में संसद में भारतीय संविधान को सर्वसम्मति से पारित किया गया था। मंगलवार को भारत के संविधान दिवस की 75 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। हमारे संविधान में भारत की आत्मा रची-बसी है। उन्होंने बताया दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के द्वारा संविधान की रक्षा का संकल्प लेते हुए आम जनमानस से भी आह्वान किया गया है। उन्होंने बताया कि संविधान सभा का गठन वर्ष 1946 में हुआ था। जिसमें 299 सदस्य थे और भारत के प्रथम राष्ट्रपति रहे डा. राजेंद्र प्रसाद को इस समिति का अध्यक्ष चुना गया था। दिसंबर 1946 में संविधान सभा ने अपना कार्य शुरू किया और दो वर्ष 11 माह 18 दिन में यह बनकर तैयार हुआ। डॉ भीमराव अंबेडकर को संविधान का मूल शिल्पकार माना जाता है। बाबा साहब ने संविधान में सभी धर्म और संप्रदाय के अधिकारों को उपलब्ध करवाने का कार्य किया। सबसे महत्वपूर्ण कार्य बाबा साहेब के द्वारा लोकतंत्र में वोट के द्वारा आम आदमी की भागीदारी सुनिश्चित करने का अधिकार दिया गया। इसी कड़ी में सभी को शिक्षा का अधिकार भी शामिल है। कांग्रेस नेत्री श्रीमती चौधरी ने कहा संविधान के मुख्य शिल्पकार डॉ भीमराव अंबेडकर की आरक्षित पटौदी विधानसभा क्षेत्र में प्रतिमा भी लगनी चाहिए। पिछड़े और उपेक्षित वर्ग को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए ही आरक्षण की व्यवस्था भी बाबा साहेब के द्वारा ही संविधान के माध्यम से की गई। उन्होंने कहा कथित रूप से संविधान की अपने-अपने राजनीतिक लाभ के लिए भी पॉलिटिकल पार्टियों के द्वारा व्याख्या की जाने लगी है । संविधान को बचाने और इसमें दिए गए अधिकारों की रक्षा के लिए ही नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के द्वारा संविधान बचाओ यात्रा का भी आयोजन किया गया । कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से संविधान को मानने वाली और सम्मान करने की पक्षधर रही है । उन्होंने कहा आज जरूरत इस बात की है कि युवा पीढ़ी को संविधान के विषय में भी अवश्य जानकारी देते हुए इसमें दिए गए अधिकारों के प्रति जागरूक करने की जरूरत बनी हुई है। Post navigation ग्रैप नियमों की पालना नहीं करने पर 705 उल्लंघनकर्ताओं के किए गए चालान मंत्री राव नरबीर सिंह ने गुरूग्राम के विकास से जुड़े 40 विभिन्न बिंदुओं पर समन्वय बैठक की अध्यक्षता की