साइबर अपराध से बचने को लेकर गुरूग्राम पुलिस द्वारा चलाए जा रहे हैं जागरूकता अभियान साइबर क्राइम का शिकार होने पर हैल्पलाइन नंबर या वैबसाइट पर तुरंत दर्ज करवाएं शिकायत गुरूग्राम, 19 अक्टूबर। हरियाणा में अक्टूबर माह को साइबर सुरक्षा माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान गुरूग्राम पुलिस की टीमों द्वारा अलग-2 क्षेत्रों में जाकर लोगों को साइबर अपराध से बचाव को लेकर जागरूक किया जा रहा है। साइबर क्राइम का शिकार होने पर व्यक्ति इसकी शिकायत वैबसाइट- www.cybercrime.gov.in पर या हैल्पलाइन नंबर-1930 पर दर्ज करवा सकते हैं। साइबर सुरक्षा माह के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन ने बताया कि गुरुग्राम पुलिस की टीमें कॉलेजों, स्कूलों, मेट्रो स्टेशनों,बस स्टैंड व मॉल आदि में जाकर लोगों को सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक कर रही हैं। साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन नंबर- 1930 तथा साइबर क्राइम पोर्टल- www.cybercrime.gov.in पर व्यक्ति तुरंत अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। उन्होंने कहा कि त्यौहारों के सीजन में ज्यादातर लोग ऑनलाइन शॉपिंग या पैमेंट आदि करते हैं और कई बार लापरवाही बरतने पर साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग ऑनलाइन पेमेंट आदि करते समय जरूरी बातों का ध्यान रखें ताकि वे साइबर अपराध का शिकार ना हो। साइबर अपराध से बचने संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी सांझा करते हुए उन्होंने बताया कि आमजन साइबर अपराध से बचने के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक की कोई भी निजी जानकारी जैसे एटीएम/क्रेडिट कार्ड नंबर ,बैंक ओटीपी व सीवीवी शेयर ना करें। इसके अलावा, मोबाइल पर आए किसी भी अनजान लिंक जैसे-लोन ऑफर, कैशबैक ऑफर पर क्लिक न करें जिससे आपका फोन हैक हो सकता है सकता है और आप साइबर क्राइम के शिकार हो सकते हैं। मनी ट्रांसफर एप जैसे एसबीआई,पीएनबी, एचडीएफसी बैंकिंग, फोन पे, गूगल पे व अन्य जो भी आप उपयोग करते हो काम होने पर तुरंत लॉगआउट करे। उन्होंने बताया कि मोबाइल या कंप्यूटर किसी दूसरे व्यक्ति को बेचने से पहले गूगल अकाउंट मे जाकर अपनी आईडी रिमूव जरूर करें। अगर आपके पास कोई भी बैंक अधिकारी बनकर या कस्टमर केयर बनकर फोन करता है, तो उसे किसी भी प्रकार की अपने बैंक से संबंधित निजी जानकारी ना दें और एनीडेस्क और क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन को डाउनलोड ना करें। अगर आप इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हैं तो अनजान लोगों और विदेशियों से दोस्ती करने में पूरी सावधानी बरतें। व्हाट्सएप पर आई अनजान नंबर से वीडियो कॉलिंग को रिसीव ना करें। सोशल साइट पर अपने नाम का फर्जी, जैसे व्हाट्सएप ,फेसबुक, ट्विटर ,टेलीग्राम इंस्टाग्राम अकाउंट पता लगने पर तुरंत अपने दोस्तों व सगे संबंधियों को बताएं तथा साइबर क्राइम में जाकर शिकायत दर्ज कराएं ताकि आपके नाम का इस्तेमाल करके कोई किसी के साथ साइबर ठगी ना कर सके। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन अपराध का शिकार होने के बाद आप संबंधित अथॉरिटी या संस्था से शिकायत करें और तुरंत 1930 पर कॉल करें। हमेशा स्ट्रांग और सुरक्षित पासवर्ड का इस्तेमाल करें तथा विभिन्न साइटों पर अपने पासवर्ड न दोहराएं। पासवर्ड मुश्किल बनाएं। सबसे महत्वपूर्ण बात गूगल पर किसी भी बैंक कस्टमर केयर नंबर, ऑनलाइन वाइन डिलीवरी नंबर, फोन पे कस्टमर केयर नंबर, गूगल पे , कस्टमर केयर नंबर सर्च करके उस नंबर पर फोन ना करें वह सभी साइबर फ्रॉड है , जिससे कि आप साइबर अपराध के शिकार हो सकते हैं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि साइबर अपराध से बचने का एकमात्र उपाय सावधानी बरतना है, ऐसे में Post navigation चारा ढोने से लेकर ‘एग्री-बिज़नेस क्वीन’ बनी पूजा शर्मा सोशल मीडिया जैसे-फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपने प्रोफाइल को हमेशा रखें लॉक, निजी जानकारी ना करें किसी से सांझा