भावी पीढ़ी को शहीदों के बलिदान से परिचित कराना हमारी जिम्मेदारी : बोधराज सीकरी गुरुग्राम। सेक्टर 44 के अपैरल हॉउस में बोधराज सीकरी द्वारा, विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस आयोजन समिति के संयोजक मनीष कुमार ग्रोवर(पूर्व मंत्री व उपाध्यक्ष भाजपा हरियाणा) व समिति के अन्य सदस्यों की प्रेरणा से और प्रांत अध्यक्ष भाजपा ओमप्रकाश धनखड़ की प्रेरणा से विभाजन विभीषिका पर आधारित नाटक “गुमनाम शहीद” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें नाटक प्रस्तुति के माध्यम से उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई जिनके नाम इतिहास के पन्नों में कहीं दबकर रह गए। नाटक प्रस्तुति के माध्यम से मंच के कलाकारों ने विभाजन विभीषिका के दर्द को बखूबी बयां किया। कार्यक्रम में अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। बोधराज सीकरी ने बताया कि यह नाटक फ़िल्म एकेडमी मेगा स्टार के माध्यम से तैयार किया गया। जो कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी द्वारा अक्टूबर 2021 में विमोचन की गई पुस्तक पर आधारित था। इससे पूर्व श्री सनातन धर्म सभा गुरुग्राम ने एक ऐसी ही पुस्तक बनायी थी जिसका सहारा लेकर बुज़ुर्गों के आर्टिकल अख़बार में छाप कर उनका संकलन पुस्तक रूप में बनाया गया है। नाटक की रूप रेखा अरुण मरवाहा द्वारा की गई। जिसमें 1947 में भारत-पाक विभाजन के दौरान हुई त्रासदी के मंजर को बयां करने के साथ-साथ उन शहीदों के बारे में आज की पीढ़ी को जागरूक करने का प्रयास किया गया, जिनके नाम इतिहास के पन्नों पर कहीं दबकर रह गए। बोधराज सीकरी ने कहा कि “भारत वीरों की भूमि है, अमर शहीदों के बलिदान की गाथा से भावी पीढ़ी को परिचित कराना हम सबकी जिम्मेदारी है। बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर प्रति वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया जाता है। जिसके तहत संगठन ने पूरे हरियाणा में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। यह उत्तरदायित्व प्रांत अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने एक समिति के हवाले किया l कार्यक्रम में प्रान्त अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ मौजूद रहे। उन्होंने संबोधन में कहा कि 1947 में हुआ पलायन व नरसंहार एक बहुत बडी त्रासदी थी। इस तरह के नाटक शहीदों की पीड़ा से आज की जनरेशन को रूबरू कराने के साथ-साथ इतिहास के उन पन्नों को भी खोलता है जिससे आज भी लोग अनभिज्ञ हैं। इस दौरान उन्होंने नितिन गडकरी जी के साथ 2010 में अपनी एक यात्रा का जिक्र करते हुए देशप्रेम के प्रति उनके भावना को सराहा और कहा कि देशप्रेम की भावना ही देश को एकसूत्र में पिरोती है। हमें अपना इतिहास याद रखना चाहिए। बिना इतिहास की जानकारी समाज अवनति की ओर जाता है। इस दौरान ओमप्रकाश धनखड़ व फ़िल्म एकेडमी के लोगों द्वारा बोधराज सीकरी को उनके प्रयास के लिए सम्मानित भी किया गया। बोधराज सीकरी ने कहा कि युवाओं में ऊर्जा का असीमित भंडार है। मंच पर प्रस्तुति देने वाले लोगों और अतिथियों का उन्होंने आभार जताया। साथ ही हर जिले में इस तरह के आयोजन हों, इसके लिए ओमप्रकाश धनखड़ से आग्रह किया। बता दें कि कार्यक्रम में गुरुग्राम की उन तीन बेटियों (प्रिया, गीता और रितु) को सम्मानित किया गया जिन्होंने ताइक्वांडो में विदेशी धरती पर देश का परचम लहराकर मेडल जीते, जिनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए बोधराज सीकरी ने उन्हें स्पॉन्सर करवाया था। महज साढ़े तीन साल की छोटी सी उम्र में माउंट एवरेस्ट के बेस कैम्प में कीर्तिमान स्थापित करने वाले हेयांश को भी सम्मानित किया गया। नाटक के मंचन के दौरान लोगों की आंखें नम थी। प्रस्तुति इतनी उम्दा थी कि इसने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया था। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ जी, भाजपा हरियाणा करनाल के सांसद संजय भाटिया, सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल, कुरुक्षेत्र विधायक सुभाष सुधा, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, हांसी विधायक विनोद भ्याणा, जींद विधायक कृष्ण मिढ़ा, रतिया विधायक लक्ष्मण नापा, यमुनानगर विधायक घनश्याम अरोड़ा, बोधराज सीकरी, महिला आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया, मधु आजाद महापौर, अशोक आजाद, करणी सेना अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू, पंजाबी बिरादरी के वरिष्ठ उपप्रधान ओमप्रकाश कथूरिया, उप प्रधान धर्मेंद्र बजाज, महासचिव रामलाल ग्रोवर, रमेश कामरा, रमेश कालड़ा, ओपी कालरा, जी.एन गोसाई, यादवंश चुग, आर डी क्वात्रा, कंवर भान वधवा , बी.डी पाहुजा, सीवी मनचंदा, सुभाष ग्रोवर, नरेश चावला, राजेश सूटा, मुकेश नंगिया, राजीव छाबरा , दिनेश नागपाल, नरेंद्र यादव, अनिल कुमार, रमेश कुमार महिला प्रकोष्ठ की ज्योत्सना बजाज ज्योति वर्मा, अनिल यादव, उमेश शर्मा , सुरेंद्र खुल्लर, अशोक सीकरी, संजय टंडन, सुभाष गांधी सुभाष दुडेजा, रवि मिनोचा, राम किशन गांधी, सुनील कथूरिया,देवराज आहूजा। बाल कृष्णा खत्री, दिलीप साहनी पार्षद, कपिल दुआ पार्षद, अश्विनी शर्मा पार्षद, गुगलानी, गोपीचंद गहलोत, अतुल मुखी पारुल कुमार व अन्य लोग उपस्थित रहे। Post navigation सपने दिखा रहे सिंगापुर-दुबई के……. लेकिन मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा गुरुग्राम सरस मेले में वीकेंड पर खरीददारी के लिए उमड़े गुरुग्रामवासी