-विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर अरूणोदया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गुरुग्राम में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे मंडलायुक्त

गुरुग्राम, 13 अक्टुबर। गुरुग्राम के मण्डलायुक्त श्री रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि हमारा प्रयास है कि गुरुग्राम जिला में कोई भी व्यक्ति मोतियाबिंद रोग से पीड़ित ना रहे। विकसित जिला होने के बावजूद गुरुग्राम ज़िला विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में आज भी ऐसे लोग काफी संख्या में है, जो अपनी आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के चलते मोतियाबिंद व अन्य नेत्र रोगों से ग्रस्त होकर अपनी दृष्टि खो देते हैं। ऐसे में विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं को आगे आकर प्रशासन के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में अपना योगदान देना चाहिए। श्री बिढान आज विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर अरूणोदया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गुरुग्राम के सेक्टर 56 स्थित अरूणोदया डेजर्ट आई हॉस्पिटल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री बिढान ने कहा कि आंखों में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक मोतियाबिंद भी है, जिसमें आंखों के लेंस में बदलाव होने लगता है और इससे देखने की क्षमता में कमी होने लगती है। सामान्यतः जब लोगों की उम्र बढ़ने लगती है तो मोतियाबिंद होने की संभावना बन जाती है।वहीं कुछ लोगों में यह बीमारी जन्मजात भी होती है। ऐसे में गुरूग्राम ज़िला को मोतियाबिंद मुक्त बनाने के लिए जिला में एक नवंबर हरियाणा दिवस से कैंप लगाकर मिशन मोड में मोतियाबिंद के मुफत ऑप्रेशन करने शुरू किए जाएंगे। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्करों व एएनएम तथा महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनवाड़ी वर्करों के माध्यम से दृष्टि दोष वाले व्यक्तियों की पहचान की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने प्रयासों में सफल हुए तो गुरुग्राम जिला देश का पहला मोतियाबिंद मुक्त जिला होगा जिसका अन्य जिले भी अनुसरण कर सकेंगे।

कार्यक्रम में अरूणोदया डेजर्ट आई हॉस्पिटल की नेत्र विशेषज्ञ डॉ रीना सेठी, डॉ अरुण सेठी, डॉ आदित्य सेठी, डॉ वैभव सेठी, डॉ साहबीन सेठी ने भी नेत्र रोगों से जुड़े विभिन्न विषयों व कारकों पर अपने विचार रखे। इस दौरान इस अभियान में सीएसआर फण्ड के माध्यम से सहयोग कर रही संस्था एचपीसीएल के पदाधिकारी अमन अग्रवाल व आयुष गंगवार भी उपस्थित थे।

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