37 स्वर्ण पदक ओलंपिक खेलों में जीते, जो किसी भी अन्य राज्य से दोगुने से भी ज्यादा

आखिरी दिन खेले गए बॉक्सिंग मुकाबलों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते 4 स्वर्ण पदक

राष्ट्रीय खेलों के पिछले 3 संस्करणों में हरियाणा के पदकों की संख्या इस बार सबसे अधिक

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को दी बधाई व शुभकामनाएं

चंडीगढ़, 12 अक्तूबर – गुजरात में चल रहे 36वें राष्ट्रीय खेलों का आज समापन हो गया। आखिरी दिन खेले गए बॉक्सिंग के मुकाबलों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने 4 स्वर्ण पदक सहित 10 पदक जीत कर राज्य का मान बढ़ाया। इन खेलों में हरियाणा ने 38 स्वर्ण पदक सहित कुल 116 पदक जीते कर पदक तालिका में तीसरे स्थान पर है। सबसे खास बात यह रही कि 38 स्वर्ण पदकों में से हरियाणा ने 37 स्वर्ण पदक ओलंपिक खेलों में जीते हैं, जो किसी भी अन्य राज्य से दोगुने से भी ज्यादा हैं। पिछले 3 संस्करणों में हरियाणा के पदकों की संख्या इस बार सबसे अधिक रही है। पिछले राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा ने 107 खेलों में जीत हासिल की थी।

हालांकि, पदक तालिका में सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड शीर्ष पर हैं। परंतु यह भी खुशी व गर्व की बात है कि कुल पदक विजेताओं में से 80 प्रतिशत से अधिक प्रतिनिधित्व हरियाणा से ही है। 

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को उनकी जीत पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी और भविष्य में भी इसी प्रकार अपना उम्दा प्रदर्शन करने की कामना की। उन्होंने कहा कि विजेता खिलाड़ियों को राज्य सरकार की खेल नीति के अनुसार पुरस्कार व नौकरियां दी जाएंगी। 

उन्होंने कहा कि राज्य के खिलाड़ियों की मेहनत के बल पर ही आज हरियाणा की खेलों के क्षे़त्रों में ऐसी पहचान बनी है कि अन्य राज्य भी हरियाणा की खेल नीति का अनुसरण करने लगे हैं। राज्य के खिलाड़ी इसी प्रकार अपने बेहतरीन प्रदर्शन से हरियाणा और भारत का नाम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करते रहेंगे।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि ओलंपिक खेलों में भारत के पदक विजेत खिलाड़ियों में एक तिहाई से अधिक प्रतिनिधित्व करने वाला हरियाणा अधिक से अधिक ओलंपिक पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही, राज्य सरकार और खेल संस्थानों के सहयोग से उन खेलों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है, जिनमें हरियाणा अभी भी पीछे है। हरियाणा खेलों को बढ़ावा देने और अपने एथलीटों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह ने भी खिलाड़ियों की इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को हर प्रकार की सहायता मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा की मिट्टी में खेल रचे बसे हैं। यहाँ के बच्चे बचपन से ही खेलकूद में आगे होते हैं। बस इन्हें एक सही प्लेटफॉर्म और कोच की आवश्यकता होती है, जिनकी बदौलत ऐसे खिलाड़ी ही आगे चलकर रोल मॉडल बनते हैं। हरियाणा सरकार खिलाड़ियों के हुनर को निखारने और खेलों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

बॉक्सिंग मुकाबलों में जीते 4 स्वर्ण पदक

12 अक्तूबर को आखिरी दिन हुए बॉक्सिंग के मुकाबलों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने 4 स्वर्ण, 5 रजत और 1 कांस्य पदक जीतकर राज्य को गौरवान्वित किया। 80 किलोग्राम भार वर्ग में विनीत, अंकित ने स्वर्ण पदक जीते। बॉक्सिंग में लड़कियां भी पीछे नहीं रही। मीनाक्षी और पूनम दोनों ने स्वर्ण पदक जीते। 

इनके अलावा, 57 किलोग्राम भार वर्ग में सचिन ने रजत पदक, 92 किलोग्राम भार वर्ग में नवीन ने रजत पदक, 67 किलोग्राम भार वर्ग में सागर ने रजत पदक तथा जैसमीन और स्वीटी ने भी रजत पदक जीते हैं। मोहित ने कांस्य पदक हासिल किया। 

राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों का रहा शानदार प्रदर्शन
गुजरात में हुए इन राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा के 600 से अधिक खिलाड़ियों ने अपना जोहर दिखाया। खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन कर राज्य के नाम नई-नई उपलब्धियां जोड़ी हैं। तीरंदाजी टीम ने अपना जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए चैंपियन का खिताब जीता। टीम ने 5 गोल्ड मेडल जीतकर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं, हरियाणा नेट बॉल खेल में भी ओवरऑल चैंपियन बना है। 

हरियाणा का सबसे पसंदीदा खेल कुश्ती में कोई अन्य राज्य यहां के खिलाड़ियों के सामने टिक नहीं पाया। खिलाड़ियों ने अपने दांव-पेंच से अपने प्रतिद्वंदियों को पटखनी देकर राज्य के खाते में पदकों की बौछार कर दी। हरियाणा ने कुश्ती में सर्वाधिक 12 स्वर्ण सहित 7 रजत और 4 कांस्य पदक जीते हैं। 

हरियाणा के खाते में 38 स्वर्ण सहित कुल 116 पदक
राज्य के खिलाड़ियों ने 38 स्वर्ण पदक, 38 रजत और 40 कांस्य पदक जीते हैं। खिलाड़ियों ने एक्युएटिक्स में 1 रजत और 1 कांस्य पदक, तीरंदाजी में 5 स्वर्ण पदक, एथलेटिक्स में 3 स्वर्ण, 3 रजत और 5 कांस्य पदक, बॉक्सिंग में 4 स्वर्ण, 5 रजत और 1 कांस्य पदक, कैनॉइंग में 1 रजत और 1 कांस्य पदक, साइकिलिंग में 2 स्वर्ण और 3 रजत पदक, फेंसिंग में 1 स्वर्ण, 1 रजत और 2 कांस्य पदक, गोल्फ में 2 रजत और 2 कांस्य पदक, हॉकी में 1 स्वर्ण पदक, जुडो में 2 स्वर्ण, 3 रजत और 11 कांस्य पदक, कबड्डी में 2 कांस्य पदक, नेट बॉल में 2 स्वर्ण, रोइंग में 3 रजत और 1 कांस्य पदक, रग्बी में 1 स्वर्ण पदक, शूटिंग में 2 स्वर्ण, 3 रजत और 2 कांस्य पदक, सोफ्ट टेनिस में 2 कांस्य पदक, टेबल टेनिस में 1 रजत पदक, टेनिस में 1 कांस्य पदक, वेटलिफ्टिंग में 1 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक, कुश्ती में 12 स्वर्ण, 7 रजत और 4 कांस्य पदक,वुशू में 1 स्वर्ण और 2 रजत पदक, वॉलीबॉल में 1 कांस्य पदक तथा योगासना में 1 स्वर्ण, 1 रजत पदक और 2 कांस्य पदक जीते हैं।

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