चण्डीगढ, 12 अक्टूबर:-हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन ने परिवहन अधिकारियों द्वारा जारी वर्दी पहनने के आदेशों का विरोध करते हुए सरकार से मांग की है कि पहले 3 साल से बकाया पङे वर्दी व शूज भत्तों का भुगतान हो उसके बाद ही रोङवेज कर्मचारी वर्दी पहनने के लिए बाध्य होंगे। युनियन के राज्य प्रधान बलवान सिंह दोदवा,वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान सुरेश लाठर, महासचिव संजय गुलाटी,उप-महासचिव विमल शर्मा ग्योंग, कैशियर अशोक कुमार, आडिटर चन्द्रभान सोलंकी,चेयरमैन गुरदीप सिंह,कानूनी सलाहकार गगनदीप सिंह ढिल्लो,प्रैस सचिव अनील कुमार व पवन संहारण ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि परिवहन विभाग में कार्यरत चालक-परिचालक,उप-निरीक्षक, निरीक्षक,मुख्य निरीक्षक, स्टेशन सुपरवाईजर, यातायात प्रबन्धक, कार्य प्रबन्धक व तमाम मकैनीकल स्टाफ व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को गर्म वर्दी के लिए 3 साल बाद 1450 रूपये, ठण्डी वर्दी के लिए हर साल 1350 रूपये व शूज के लिए हर साल 1000 रूपये भत्ते के रूप में अदा किए जाते हैं। लेकिन यह अदायगी 3 साल से लगातार बकाया पङी हुई है। यूनियनों की बार-बार मांग के बावजूद भी इन भत्तों का भुगतान नहीं किया जा रहा। लेकिन बङे मजे की बात है कि परिवहन के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद भी बार-बार आदेश जारी करके कर्मचारियों को वर्दी पहनने के लिए बाध्य किया जाता है लेकिन वर्दी व शूज भत्ते दिलवाने का काम नहीं किया जा रहा। इस तरह के आदेश जारी करके परिवहन अधिकारी, कर्मचारियों पर नाजायज दबाव बनाने का काम कर रहे हैं जो सरासर गलत है। अगर अधिकारी वास्तव में कर्मचारीयों को वर्दी में देखना चाहते हैं तो मिलने वाले भत्तों का भुगतान भी समय पर करवाने का काम करें। अगर सभी भत्तों का भुगतान समय पर होता है तो हर कर्मचारी वर्दी पहनने के लिए बाध्य होगा और ना पहनने पर जुर्माना देने के लिए जिम्मेदार होगा। दोदवा ने बताया कि मकैनीकल स्टाफ को हाथ धोने के मिलने वाला साबुन का कोटा भी कई साल से बकाया पङा है जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा। उन्होंन बताया कि एक्सग्रेसिया स्कीम के तहत हर साल रोङवेज कर्मचारियों को मिलने वाले बोनस को भी सरकार हजम कर गई है जिसका 6 साल से लगातार भुगतान नहीं किया जा रहा। अतः सरकार से अपील है कि लम्बित पङे सभी भत्तों का भुगतान तुरन्त किया जाये क्योंकि इन मुद्दो को लेकर रोङवेज कर्मचारियों में सरकार के प्रति काफी नाराजगी है जिसका इजिहार समय आने पर किया जायेगा। Post navigation पिछले 20 वर्ष में रोडवेज बसों की सबसे बड़ी खरीद, 31 मार्च तक रोडवेज के बेड़े में होंगी 5 हजार सरकारी बसें – मूलचंद शर्मा मुख्यमंत्री द्वारा अपनी घोषणा लागू ना करने से प्रदेश के आढ़ती व मिलरों में सरकार के प्रति बड़ी भारी नराजगी है – बजरंग गर्ग