भारतीय वायुसेना जयंती समारोह 2022 …… युद्धों में वायु सेना की भूमिका अहम : प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार

एक्स एयर वारियर एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों ने सांझा किए अनुभव
सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस में वायुसेना का सेवानिवृत्त लड़ाकू हवाई जहाज होगा स्थापित

भारत सारथी/ कौशिक
नारनौल। हरियाणा विश्वविद्यालय जाट पाली (महेंद्रगढ़) के वाइस चांसलर प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने कहा की सैन्य शक्ति के बिना कोई भी राष्ट्र उन्नति नहीं कर सकता। वर्तमान दौर में होने वाले युद्धों में वायु सेना की भूमिका अहम हो गई है। भारतीय वायुसेना का एडवांस्ड मिसाइल तथा फाइटर एयरक्राफ्ट से सुसज्जित होना भारतीय रक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करता है। श्री कुमार विगत दिवस वायु सेना के 90 वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक्स एयर वारियर एसोसिएशन के तत्वाधान में सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे।

इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रोफेसर सुनीता श्रीवास्तव, वयोवृद्ध पूर्व वायु सैनिक एडवोकेट प्रताप सिंह सिहाग, थल सेना के प्रतिनिधि सूबेदार मेजर राजेंद्र सिंह दुबलाना, नौसेना के प्रतिनिधि पेटी ऑफिसर रघुवीर सिंह स्योराण की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रेसिडेंट उमराव सिंह चंदेला ने की। कार्यक्रम का संचालन एसोसिएशन के महासचिव अमरजीत सिंह बड़ेसरा ने किया।

अपने संबोधन में श्री कुमार ने वायु सैनिकों एवं परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने एसोसिएशन द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की प्रशंसा की तथा परोपकार को जीवन का मुख्य उद्देश्य बताया।

कार्यक्रम की शुरुआत वायु सेना गान देश पुकारे जब सबको, दुख सुख बांटे एक समान से हुई। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण एवं शाल ओढ़ाकर सम्मान किया।

विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर सुनीता श्रीवास्तव ने छात्र जीवन के समय की एयरफोर्स से जुड़ी हुई यादों को ताजा करते हुए कहा की लड़ाकू जहाज एवं नीली वर्दी वालों के प्रति उनके दिल में विशेष लगाव रहा है। सैनिक होना गर्व की बात है तथा सैनिकों का सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य बनता है। विशिष्ट अतिथि वयोवृद्ध पूर्व वायु सैनिक एडवोकेट प्रताप सिंह सिहाग ने 1965 व 1971 के युद्ध में भारतीय वायुसेना की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए पुरानी यादें ताजा की। एसोसिएशन के सदस्य सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने 1932 में रॉयल एयर फोर्स के गठन से लेकर सुपर पावर बनने तक के सफर पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना आधुनिक मारक क्षमता एवं कुशल मानव शक्ति की बदौलत विश्व की सर्वश्रेष्ठ वायुसेनाओं में गिनी जाती है।

पूर्व वायु सैनिक महेंद्रगढ़ कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ लक्ष्मी नारायण यादव ने कहा कि भारतीय वायुसेना के पायलट अत्यंत साहस व कौशल के बदौलत विश्व में अग्रणी स्थान रखते हैं तथा रफाल लड़ाकू जहाज के साथ-साथ भारत निर्मित हल्का लड़ाकू जहाज एलसीए व हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर एलसीएच के जंगी बेड़े में शामिल होने से वायु सेना की मारक क्षमता में अद्भुत इजाफा हुआ है तथा भारतीय वायुसेना दुश्मन के दांत खट्टे करने में पूरी तरह सक्षम है।

एसोसिएशन के उपाध्यक्ष वीर विक्रम भालोठिया ने एसोसिएशन द्वारा किए जा रहे समाज हित के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि “नो प्लास्टिक यूज़” के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है तथा पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, ब्लड डोनेशन कैंप, शहीद वीरांगना सम्मान, प्रतिभा सम्मान आदि समाज हित के कार्यों को एसोसिएशन के सभी सदस्यों के सहयोग से किया जा रहा है।

एसोसिएशन सदस्य सेंट्रल यूनिवर्सिटी के सहायक रजिस्ट्रार सुंदरलाल शर्मा ने कहा कि वायु सेना से सेवानिवृत्ति पश्चात पूर्व वायु सैनिक विभिन्न विभागों में सराहनीय कार्य करते हुए भारतीय वायुसेना का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक्स एयर वारियर एसोसिएशन महेंद्रगढ़ के सभी सदस्य अनुभवी, उच्च शिक्षित, अनुशासित एवं समाज सेवा की भावना से ओतप्रोत हैं तथा संगठित होकर समर्पित भाव से विभिन्न क्षेत्रों में प्रेरणादायी सामाजिक कार्य कर रहे हैं। एसोसिएशन के प्रेस सलाहकार रोहित सैनी एलआईसी डेवलपमेंट ऑफिसर ने प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया कि भारतीय वायुसेना द्वारा बहुत जल्द सेंट्रल यूनिवर्सिटी महेंद्रगढ़ के कैंपस में वायुसेना के जंगी बेड़े से सेवानिवृत्त लड़ाकू हवाई जहाज स्थापित किया जाएगा।

कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित युवा प्रतिभा दीक्षा बडेसरा सॉफ्टवेयर इंजीनियर माइक्रोसॉफ्ट ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना आधुनिक तकनीक को अपनाने में तत्पर व अग्रणी है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भारत निकट भविष्य में रक्षा टेक्नोलॉजी को और अधिक विकसित करते हुए आधुनिक हथियारों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनेगा जिसमें आईआईटी पास आउट युवा इंजीनियर्स की भूमिका अहम है।

इस अवसर पर आईआईटी, नीट, एनडीए, सिविल सर्विस तथा अन्य क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि प्राप्त करने वाली युवा प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर शहीद वायु सैनिक छोटे लाल शर्मा कोरियावास की वीरांगना को एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि एडवोकेट प्रताप सिंह सिहाग तथा सूबेदार मेजर राजेंद्र सिंह दुबलाना ने एसोसिएशन द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की प्रशंसा करते हुए एसोसिएशन को सामूहिक रूप से 22 हजार रुपए का आर्थिक योगदान दिया।

एसोसिएशन के प्रधान उमराव सिंह चंदेला ने कार्यक्रम में शरीक होने वाले सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम के बेहतरीन आयोजन के लिए एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्यों को बधाई दी।

इस अवसर पर उमराव सिंह चंदेला, वीर विक्रम भालोठिया, अमरजीत सिंह बडेसरा, डॉक्टर अजय पाल शर्मा, रोहित सैनी, सुंदरलाल शर्मा सहायक रजिस्ट्रार, करण सिंह यादव, श्याम सुंदर सैनी, हरपाल यादव, महेश शर्मा,सत्यवीर सिंह, नवीन तिवारी, प्रशांत यादव, अजय हाजीपुर, ओ पी टॉक, डॉ लक्ष्मी नारायण यादव, सुरेंद्र शर्मा, राजेश यादव, सतीश आदि बड़ी संख्या में पूर्व वायु सैनिक एवं परिजन उपस्थित रहे।

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