नारनौल में बाजरे की खरीद बंद होने के बाद किसानों ने जयपुर एनएच पर जाम लगाया

अफसर बोले आढती खरीदेंगे, 4 घंटे तक लगा रहा जाम।

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। नारनौल की अनाज मंडी में बाजरे की सरकारी खरीद अचानक बंद कर देने से खफा होकर किसानों ने आज नारनौल जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। यह जाम 4 घंटे से अधिक समय तक चला। सुबह 10 बजे से 2 बजे तक हाईवे जाम रहा। राजमार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।

किसानों का कहना था कि आज सुबह जब किसान बाजरा लेकर नारनौल अनाज मंडी पर पहुंचे तो गेट बंद था। किसानों का कहना था कि सरकार को अगर बाजरा नहीं खरीदना था तो उनका पहले मैसेज करना चाहिए था।

जाम के बाद वहां पहुंचे अफसरों ने कहा कि सरकार की जगह आढ़ती 1700 रुपया प्रति क्विंटल पर किसानों का बाजरा खरीदेंगे। बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1750 रुपये है। वही हैफेड फील्ड मैनेजर नीरज त्यागी ने कहा कि सरकार ने बाजरे की खरीद बंद कर दी है। अब किसान खुले में बाजरा बेचे। उनको भावांतर योजना में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम खरीद पर 450 रपये प्रति क्विंटल पर मिलेगा।

-पहले बारिश के बहाने खरीद बंद की, अब गेट बंद मिला
सरकार प्रदेश में बाजरे की खरीद शुरू कर चुकी है। जिसके चलते किसान मंडियों में अपना बाजरा बेचने के लिए आए हुए हैं। गत 6 अक्टूबर से किसान मंडी में बाजरा लेकर डटे हुए हैं। लेकिन तीन-चार दिन लगातार बरसात होने के कारण बाजरे की खरीद बीच में रोक दी गई थी। इसके बाद 12 तारीख से बाजरे की खरीद शुरू होने का आश्वासन किसानों को दिया गया था। लेकिन 12 तारीख को जब किसान मंडी के गेट पर अपना बाजरा लेकर पहुंचे तो किसानों को मंडी का गेट बंद मिला।

-भड़के किसानों ने हाईवे किया जाम

इसके विरोध में किसानों ने सुबह करीब 10 बजे नारनौल जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। किसानों का कहना था कि उनके पास बाजरा ना खरीदने संबंधी कोई जानकारी नहीं है। इसके अलावा बाजरा भरकर खेतों से लेकर मण्डी में लेकर आए हैं। उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । किसानों ने बताया कि उनके गांव से आने का एक हजार रुपया भाड़ा तथा अन्य खर्चा भी हो गया। भूखे प्यासे रहे वह अलग। यहां पर पहुंचे तो उन्हें अनाज मंडी का गेट बंद मिला।

किसानों को कहीं भी बाजरा बेचने की छूट

इस बारे में हैफेड के मैनेजर नीरज त्यागी ने बताया कि सरकार ने भावांतर योजना लागू कर दी है । यह योजना 11 अक्टूबर से लागू हुई है। ऐसे में किसानों को प्रति कुंटल 450 रुपया मिल जाएंगे। इसलिए सरकार ने बाजरा खरीद बंद कर दी है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा रखा है उन किसानों को पैसे मिल जाएंगे। उन्होंने बताया कि भावांतर योजना लागू होने के बाद किसानों को कहीं भी अपनी फसल बेचने की छूट है। ऐसे में किसान कहीं पर भी अपनी फसल बेच सकते हैं।

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