पुरे हरियाणा प्रदेश में ख़ुशी का माहौल : वर्मा पहली बार अतिपिछड़ावर्ग को मिली ये जिम्मेदारी : वर्मा हिसार 11 अक्टूबर । स्वाभिमान की आवाज संगठन के लीगल एडवाइजर देवेन्द्र वर्मा अधिवक्ता ने प्रैस मे जारी में कहा कि पिछड़े समाज से पहले व्यक्ति है । जिनको कांग्रेस हरियाणा में यह जिम्मेदारी मिली है । वर्मा ने बताया कि हरियाणा में पिछड़े समाज के मशीहा – हनुमान वर्मा आर्य नगर ( स्व. रामजीलाल खाती जी का गांव , रामजीलाल जी चौधरी भजन लाल जी के साथ बड़े लीडर थे ) को हरियाणा कांग्रेस कमेटी का प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया है । व डिप्टी स्पीकर रणवीर सिंह गंगवा जी की ससुराल भी आर्य नगर हिसार में है । श्री रणदीप सुरजेवाला जी भी इसी पद पर सेवाएं दे चुके हैं । वर्मा ने कहा कि हनुमान वर्मा हरियाणा की 90 विधानसभाओं में काफी प्रभाव डालेंगे । हनुमान वर्मा का हल्का आदमपुर में काफी प्रभाव है क्योंकि नलवा का आधा हिस्सा पहले आदमपुर में ही होता था । हनुमान वर्मा जी को प्रदेश प्रवक्ता बनाने पर माननीया सोनिया गांधी जी , श्री राहुल गांधी जी , श्री भूपेंदर हूडडा जी, उदय भान जी और सांसद दीपेंदर जी व शीर्ष नेतृत्व का हम तहदिल से धन्यवाद करते है । वर्मा ने कहा कि हनुमान वर्मा एक फायरब्रांड नेता हैं । दबंगता उनकी कार्यशैली मे हर बात में झलकती है । हर पटल पर वो हर वर्ग की आवाज धड़ल्ले से उठाने में सक्षम है । भाजपा में रह कर भाजपा की ग़लत नितियों का विरोध करना इस बात का परिचायक था कि वो हमेशा सत्य के साथ खड़े रहते थे । हर बात को सलीके से कहना उन को सहजता से आता है । इस में कोई दोराय नहीं है कि आने वाले समय में 2024 में कांग्रेस का राज लाने में हनुमान वर्मा जी की अहम भूमिका होगी । वर्मा ने कहा कि अगर पार्टी हनुमान वर्मा जी को आदमपुर उपचुनाव में उम्मीदवार बनाती है तो वो इस सीट को जीत कर चौ० भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी के हाथ मजबूत करने का काम करेंगे । जो मूल वोट बैंक एस सी / बीसी जिसके कारण हमेशा कुलदीप बिश्नोई चुनाव जीतते रहे । उस एस सी / बीसी में हनुमान वर्मा जी पुरी पैठ रखते हैं । वर्मा ने बताया कि जहां हनुमान वर्मा को प्रदेश प्रवक्ता बनाने से पुरे हरियाणा में खुशी की लहर है वहीं हरियाणा से लगते दिल्ली , उत्तर प्रदेश , पंजाब , उत्तराखंड ,राजस्थान में भी खुशी की लहर है । Post navigation भारतीय संस्कृति की रक्षा में गुरूकुलों का विशेष योगदान- कुमारी सैलजा कल्चर , एग्रीकल्चर और उत्सव