यूवती ने अपने गांव के निवर्तमान सरपंच पर लगाए आरोप
सरपंच का कहना है कि एएसपी महेंद्रगढ़ में जांच से उसको बाहर कर दिया, वही महिला थाना जांच अधिकारी ने किया इनकार
निवर्तमान सरपंच ने सभी आरोपों से किया इनकार

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। मंडी अटेली थाना क्षेत्र के अधीन कांटी पुलिस चौकी के अंतर्गत एक गांव की युवती ने पांच लोगों पर हथियार के बल पर जबरन शादी कराने और दुष्कर्म करने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है। शिकायत में निवर्तमान सरपंच का भी नाम शामिल है। निवर्तमान सरपंच का नाम आने के बाद उसने अपने को मामले से हटवाने का राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इस मामले में  पीड़ीता युवती तथा उसके परिजनों को महेंद्रगढ़ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ जैन ने अपने कार्यालय में बुलाया। मामले की जांघ महिला पुलिस थाना कर रहा है। सात दिन होने के बाद पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया और ना ही होटलों की सीसीटीवी फुटेज एकत्रित की।

 युवती ने पुलिस अधीक्षक के नाम दी शिकायत में बताया कि गत 8 अगस्त को घर से कॉलेज जा रही थी। वह नारनौल बस स्टैंड पर खड़ी थी तभी उसे के गांव का एक युवक गाड़ी लेकर आया और उसने उसे कालेज छोड़ने का आश्वासन देकर गाड़ी में बैठा लिया।  इसके बाद वह नारनौल के महावीर चौक पर गाड़ी रोक कर कहने लगा कि वह पानी पीकर आता है। वापस लौटते हुए वह एक पानी का गिलास लेकर आया और पीड़िता को पीने के लिए दे दिया। पीड़िता ने जैसे ही पानी पिया तो उसे चक्कर आने लगा। तब उसे होश आया तो वह एक कमरे में थी। इस दौरान बेहोशी की हालत में आरोपी नवीन ने दुष्कर्म किया। उसने उसकी वीडियो भी बना ली और ब्लैकमेल करने लगा गांव के 3 लोगों ने इस काम में उसका सहयोग दिया। उसको हथियार के बलबूते धमकी देकर कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवा कर जबरन शादी कर ली। आरोपों में गांव का ही नवीन, प्रवीण, दीपक और देवी सिंह शामिल है। एक आरोपी नीमराना थाना के अंतर्गत गांव का है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

उधर पीड़िता का कहना है कि निवर्तमान सरपंच ने दुष्कर्म करने वाले लोगो को शह और आर्थिक सहायता दी। उसने उसे एक होटल में 13 लड़के दिखाएं और प्रलोभन दिया कि यदि इनमें से किसी के साथ में शादी कर लेगी तो उसे 25 लाख की एफडी और कुछ धनराशि नगद भी राशि देगा। वही निवर्तमान सरपंच ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि पंचायती चुनाव सिर पर हैं इसलिए उसके खिलाफ राजनीति की जा रही है। उसने पत्रकारों के समक्ष यह दावा किया की एएसपी महेंद्रगढ़ ने उसका नाम जांच से बाहर कर दिया है। वही इस मामले की जांच कर रही जांच अधिकारी सुशीला ने बताया कि अभी एफ आई आर दर्ज लोगों के नामों के अलावा न तो किसी का नाम जोड़ा गया है न ही हटाया गया है। पूरे मामले की गहराई से जांच की जाएगी।

वही गांव वालों का आरोप है कि शिकायत में दिए निवर्तमान सरपंच व गांव के लोगों ने गांव के सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने की कोशिश की है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ऐसा धृणित कार्य कर दिया जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए वह कम है। गांव वालों का कहना है कि 7 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को मैं तो जांच के लिए बुलाया है न  किसी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने होटलों के सीसी फुटेज भी एकत्रित नहीं किए। 

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