भारत सारथी/ कौशिक नारनौल, 5 अक्टूबर। नांगल चौधरी विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने बाजरा खरीद के संदर्भ में किसानों के बीच विभिन्न प्रकार की गलतफहमियां दूर करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बाजरे पर न्यूनतम समर्थन मूल्य का जो बाजार भाव से अंतर होगा उस अनुसार भावांतर योजना के तहत किसानों के खाते में सीधा पैसा डाला जाएगा। उन्होंने सरकार द्वारा वर्तमान में सीमित मात्रा में विभिन्न मंडियों में खरीदे जाने वाले बाजरे पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि यह बाजरा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत गरीबों में सस्ता अनाज देने व अन्य सरकारी उपयोग में लाए जाने वाले कामों के लिए सीमित मात्रा में खरीदा जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा मंडी में बाजार भाव पर सीधा बाजरा खरीदने से सरकार के पास बाजरे के बाजार भाव की भी सही सूचना उपलब्ध होगी जो भावांतर योजना के तहत भावांतर राशि निश्चित करने में सहायक होगी। अतः किसी भी किसान को चिंता करने की जरूरत नहीं है जिस भी किसान का रजिस्ट्रेशन “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” योजना के तहत किया हुआ है उन सभी किसानों के सरकार की उक्त योजना के तहत पैसा खाते में आ जाएगा। किसानों को विभिन्न प्रकार से भ्रमित करने वाली बातों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज ही कृषि मंत्री हरियाणा सरकार से उनकी बात हुई हैं भावांतर का पैसा किसानों के खाते में आने में अभी लगभग एक महीना और लग सकता है क्योंकि सरकार द्वारा की जा रही बाजरे की खरीद पूरी होने के उपरांत ही भावांतर की राशि निर्धारित की जा सकेगी। इस विषय में किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने नांगल चौधरी अनाज मंडी में बाजरा खरीद ना होने के बारे में स्पष्ट किया है कि नांगल चौधरी मंडी में कोई भी व्यापारी बाजरे की आढत का काम नहीं करता इस वजह से वहां बाजरे की बोली संभव नहीं है। लेकिन नांगल चौधरी के किसान अपना बाजरा किसी भी मंडी में बेच सकते हैं उन्हें भावांतर का पैसा सरकार को बेचने वाले किसानों के बराबर ही मिलेगा चिंता की जरूरत नहीं है। Post navigation चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पक्का करने की बजाय सरकार घटा रही है उनका वेतन : राव नरेंद्र सिंह युवती ने पांच लोगों पर हथियार के बल पर जबरन शादी कराने और दुष्कर्म करने की शिकायत कराई दर्ज