-कैंप कार्यालय में लोगों की सुन रहे थे समस्या, लगभग रोजाना दिखाई देने वाला समर्थक कैलाश शर्मा नहीं दिखा
-कैलाश के बेटे का एक्सीडेंट की समाचार सुन काम छोड़ अस्पताल पहुंच गए मंत्री, जाना हालचाल

भारत सारथी/ कौशिक
नारनौल। पंचायती मंत्री के रूप में मशहूर ओमप्रकाश यादव अपने वर्करों के प्रति कितना संजीदा है, इसका उदाहरण सोमवार को देखने को मिला। दरअसल, रोजमर्रा की तरह मंत्री ओमप्रकाश यादव सोमवार को भी अपने कैंप कार्यालय में आए लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। उस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। इस बीच मंत्री ने अपने स्टाफ से पूछा कि मित्रपुरा वाले कैलाश शर्मा कहां है? दिखाई नहीं दें रहे। इस पर स्टाफ अनभिज्ञ था। एक व्यक्ति वहां आया और उसने मंत्री को बताया कि कैलाश पंडित के बेटे का एक्सीडेंट हो गया है। बेटा अस्पताल में एडमिट है। इसी वजह से वह कई दिनों से कैंप कार्यालय में नहीं आ रहा। यह सुनकर मंत्री हैरान हो गए। उन्होंने स्टाफ से कहा कि अपने वर्करों के साथ अगर ऐसी कोई अप्रिय घटना होती है तो तुरंत बताना चाहिए। फिर अचानक मंत्री अपनी कुर्सी से उठे और ड्राइवर को गाड़ी मोड़ने को कहा। रास्ते में अपने समर्थक कैलाश शर्मा से फोन पर बातचीत की और अस्पताल का पता पूछा। इसके बाद उनकी गाड़ी सीधे सिटी थाना के सामने जयपुर हार्ट हॉस्पिटल में पहुंची। वहां कैलाश के बेटे का हाल-चाल जाना और परिजनों से मामला पूछा। सब बातों की जानकारी लेने के बाद मंत्री ने अस्पताल संचालक से कहा कि वह इस बेटा का पूरी तरह से ख्याल रखें। किसी तरह की कमी महसूस ना होने दें। किसी चीज की आवश्यकता पड़ती है तो उन्हें तुरंत बताएं। इसके बाद मंत्री वहां से वापस कैंप कार्यालय आए और लोगों की समस्याएं सुनी।

हादसे की वजह बनी नीलगाय

गांव मित्रपुरा में कैलाशचंद जांगड़ा परिवार के साथ रहता है। यह मंत्री ओमप्रकाश यादव का खास कार्यकर्ता है। कैलाशचंद का बेटा सुनील कुमार पेशे से शिक्षक है और प्राइवेट स्कूल में कार्यरत है। चार-पांच दिन पहले सुनील किसी काम के सिलसिले में राजस्थान के सिंघाना गया था। वापस आते वक्त पचेरी के पास सुनील की गाड़ी के आगे अचानक नील गाय आ गई। नील गाय को बचाने के लिए गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और दुर्घटना हो गई। इस घटना में सुनील को काफी चोटें आई। इन दिनों वह सिटी थाना के सामने सिटी हार्ट हॉस्पिटल में उपचाराधीन है।

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